Labour Day (श्रमिक दिवस)
आज अगर मैं आपसे पूछूँ की दुनिया कैसे चल रही है तो जाहिर है आप सरकारों, राजनीतिज्ञों, ब्यूरोक्रेट्स, बिज़नसमैन, रिटेलर्स, किसान या कलाकारों के नाम लें सकते है योगदान के लिए लेकिन असल बात ये है की इनके योगदान में 75% मेहनत होती है श्रमिकों की जिनसे ये उद्योग, सरकारी काम काज, फ़सल कटवाना, उन्हें ढ़ोना, कलाकारों के फिल्मों के सेट्स पे काम करना, कंस्ट्रक्शन वर्कर्स, सरकारी एवं प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी यानि की जो भी जमीनी स्तर पर काम कर रहा है उन सभी लोगो के कार्य पर प्रथम मई – “1’स्ट ऑफ़ में” को समर्पित है “लेबर डे”!

श्रमिक दिवस, जिसे मई दिवस और “अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस’ के रूप में भी जाना जाता है, एक ऐसा दिन है जो श्रमिकों की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए हर साल 1 मई को मनाया जाता है। #LabourDay पर, हम उन सभी आवश्यक कर्मचारियों को नमन अर्पित करते हैं जो हमारे जीवन को आसान बनाते हैं और कोरोनो वायरस के प्रकोप के समय में हमारी सुरक्षा करते हैं, हम उन सभी #CoronaWarriors को हृदय से धन्यवाद देते हैं।
एक श्रमिक ‘निर्माता’ भी होता है और प्रत्येक राष्ट्र के लिए उनके श्रमिक एक महान संपत्ति है। मजदूर दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ”.
भारत में पहला श्रमिक दिवस 1 मई, 1923 को चेन्नई में मनाया गया था, हिंदी में, मजदूर दिवस को ‘कामगार दिवस’ के रूप में भी जाना जाता है। अगर आप आज मात्र 8 घंटे काम करते है तो इसके पीछे मजदूर दिवस का बहोत बड़ा हाँथ है, क्योंकि 4 मई 1886 को शिकागो में कुछ फैक्ट्री कर्मचारी हड़ताल पर थे की उनकी शिफ्ट 8 घंटे कि की जाये, तभी भीड़ में बमबारी हो गई किसी अज्ञात शख्स द्वारा, जवाब में पुलिस ने भी गोलीबारी की और कुछ मजदूर मारे गए. इसके बाद रेमंड लविग्ने ने एक प्रस्ताव के माध्यम से 1889 में पेरिस की बैठक में शिकागो विरोध की वर्षगांठ को मजदूर दिवस के रूप में वार्षिक आधार पर मनाया जाना तय किया, आज कार्य के आठ घंटे भी अगर आपको भारी लगते है तो अच्छा हुआ की आप 1889 के पहले पैदा नहीं हुए थे।

श्रमिक दिवस को हर देश अपने हिसाब से मनाता है, लेकिन लगभग पूरा विश्व इस प्रथम मई के रूप में ही याद करता है, आज लोग ‘श्रमिक दिवस’ की शुभकामनायें भी प्रेषित करते है और हमारे सुपर हेरोज भी इनसे अछूते नहीं है, DC कॉमिक्स में सुपरमैन हमेशा एलियन या डार्कसाइड जैसे अपराधियों और आतंकवादियों से नहीं लड़ता था, अपने शुरुवाती दौर में (गोल्डन ऐज) वह श्रमिकों सहित अन्य छोटे लोगों के साथ भी खड़ा हुआ और बदमाश जमींदारों, भ्रष्ट व्यापारियों, भीड़ को भड़काने वाले उनके मालिकों, भू-माफिया के सरगनाओं के खिलाफ धर्मयुद्ध भी किया। ऐसे बहोत से कॉमिक्स किरदार है जो अपने आल्टर-ईगो वाले रूप में कई संस्थाओं से जुड़े और उन्में कार्यरत रहे.
सुपरहीरोज की सूची जो अपने सीक्रेट आइडेंटिटी को छुपाने के लिए या जीवन-यापन के लिए अन्य कार्य भी करते है –
- सुपरमैन/नागराज – वो डेली प्लेनेट में पत्रकार है और क्लार्क केंट के नाम से कार्यरत है, वहीँ राज भारती कम्युनिकेशन में पत्रकार है और लाइव कवरेज भी करते है.
- स्पाइडर-मैन – वो डेली ब्युगल में फोटोग्राफर है और पीटर पार्कर के नाम से कार्यरत है.
- बैटमैन – उनका पेशा व्यवसाय करना है (उद्योगपति) और उनका असली नाम ब्रूस व्येंन है
- पोपाये – एक सेलर है
- बैटगर्ल – वो कमिश्नर जिम गोर्डन की बेटी है और एक लिब्रेरियन भी, उनका नाम बारबरा गोर्डन है
- ओबेलिक्स – वो पत्थर के शिल्पकार है और उसके वितरण का कार्य भी करते है, आप उन्हें ‘एस्ट्रिक्स’ कॉमिक्स में देख चुके है, वो गजब के शक्तिशाली इंसान है.
- डोगा – वह जिम ट्रेनर और बॉडी बिल्डर है, उसका असली नाम सूरज है.
- वंडर वुमन – वंडर वुमन में वर्ल्ड वॉर – II में एक नर्स की भूमिका भी निभाई है.
- ब्लोंड फैंटम – वह एक सचिव है निजी जासूस एजेंसी में और उनके मालिक है मार्क मेसन, काम के घंटों के दौरान, वह मार्क लिए टाइप करती है और अपना डिक्टेशन लेती है, लेकिन बाद में वह ब्लोंड फैंटम के रूप में उन मामलों को निपटाने में सक्रिय भूमिका निभाती है, उनका असली नाम लुईस ग्रांट है.
- तिरंगा/ डेयरडेविल – अभय देशपांडे पेशे से वकील है और कोर्ट कचहरी में ही सारा दिन कार्यरत रहते है, दूसरी ओर मैट मुर्डोक का पेशा वकील का ही है.
- जम्बू/इंद्र/आयरन-मैन – ये सभी पेशे से वैज्ञानिक है.(आयरन-मैन उद्योगपति भी है)
- राम-रहीम – पेशे से सीक्रेट एजेंट है, देश की सुरक्षा में हमेशा तत्पर.
- हवलदार बहादुर/इंस्पेक्टर स्टील/परमाणु/फ़्लैश – ये सभी पुलिस में नौकरी करते है. बहादुर सिंह ‘हवलदार’ है जबकि अमर और विनय ‘इंस्पेक्टर’ है. फ़्लैश भी पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी करते है.
- आलराउंडर वक्र – पेशे से खिलाड़ी है और खेल जगत के मुजरिमों से लड़ते भी है.
- डॉक्टर झटका/डॉक्टर स्ट्रेंज: डॉ झटका पेशे से डॉक्टर है और मोटू पतलू को मुश्किलों में घसीटते रहते है, वहीँ दूसरी ओर डॉ स्टीफ़न एक जादूगर है.
- स्वीपर-मैन, पुलिस सिंह और डॉ मिज़ो – कॉमिक्स थ्योरी के अंतर्गत प्रकाशित होने वाले हीरोज (फाइट कोरोना प्रोजेक्ट) और हाँ हमारे भगवान हनुमान जी भी है (सभी सुपर हीरो के जन्मदाता).

साभार: कॉमिक्स थ्योरी
ऐसे अन्य भी कई सुपर हीरोज है जो क्राइम फाइटिंग के साथ साथ दुसरे कार्य भी करते है, उम्मीद है ‘मज़दूर दिवस’ पर लिखा ये लेख आपको पसंद आएगा, आगे भी हम अच्छे लेख लाने की कोशिश करते रहेंगे. आभार – कॉमिक्स बाइट!