बिग ब्रेकिंग: कॉमिक्स इंडिया आपके लिए लेकर आया है ‘राधा’ कॉमिक्स (Big Breaking: Comics India brings you ‘Radha’ Comics)
नमस्कार मित्रों, जैसा की कैप्शन पढ़कर आपको महसूस हो रहा है, ठीक कुछ वैसा मैं भी महसूस मैं भी कर रहा हूँ। अगर इस दिन को कोई नाम देना हो तो आप इसे क्या नाम देना पसंद करेंगे? अगर आप ये मुझसे पूछें तो कॉमिक्स बाइट इसे कहेगा – ‘जुनूनियत‘। बिलकुल सही पढ़ा आपने क्योंकि सपने तो सभी देखते है, कुछ उनको पूरा करने का माद्दा भी रखते है, लेकिन!! हजारों – लाखों लोगों के सपने को कौन पूरा करता है? अगर मैं उसे कोई नाम दूं तो मैं कहूँगा – ‘कॉमिक्स इंडिया‘। [COMICS INDIA]
पाठकों को शायद ये कुछ ज्यादा लगे या जो कॉमिक्स / सुपरहीरोज की दुनिया से ताल्लुक ना रखता हो उसे भी! लेकिन भारत में भी एक विशेष वर्ग है जो इन्हें दिल में बसाता है, सारे दिन इसकी चर्चा करता है, आपस में बहस करता है और नई कॉमिक्स आने पर मनमौजियों की तरह मस्ती भी। मैं हमेशा कहता हूँ की आने वाली पीढ़ी को इसकी आदत ज़रूर लगवाएं, मानसिक एवं बौद्धिक विकास के साथ साथ यह उनके सोच को भी बदल सकती है बाकि पढ़ना वैसे भी दिमाग के लिए बेहतर कसरत है।
कॉमिक्स पहले बड़ी आसानी से मिल जाती थी पर समय के साथ कई प्रकाशन बंद हो गए जैसे फोर्ट कॉमिक्स, पवन कॉमिक्स और राधा कॉमिक्स। बड़े प्रकाशन भी धीमें पड़ गए पर ऐसे में पिछले वर्ष कॉमिक्स इंडिया का उदय हुआ और वो आप लोगों के पास ‘तुलसी कॉमिक्स‘ को दोबारा प्रकाशन में लेकर आए। इसके बाद इस साल भी उन्होंने ‘मनोज कॉमिक्स‘ के साथ हाँथ मिलाया और आप सभी के लिए ‘हवलदार बहादुर’ की कॉमिक्स लेकर आए। यह सभी कॉमिक्स वाजिब मूल्य पर उपलब्ध हैं और अभी आगे भी इनका भविष्य काफी सुनहरा है।
पाठकों ने एक दौर ये भी देखा है जब विंटेज कॉमिक्स बाजारों में काफी महंगी बिक रही थी लेकिन इनके पुन: मुद्रित होने के बाद इनकी मांग में भारी कमी देखी गयी है। इसलिए मैंने लिखा की कॉमिक्स इंडिया को हजारों लोगों का स्नेह प्राप्त है और उस स्नेह को बढ़ाने का समय हो चला है क्योंकि अब बहुत जल्द आप प्रशंसकों को पढ़ने मिलेंगी विंटेज ‘राधा कॉमिक्स‘!!
राधा कॉमिक्स का भी एक दौर रहा है और इसमें कई विवाद भी जुड़े रहे थे लेकिन गैरतलब है की अपने समयकाल में इनके किरदारों और कहानियों ने पाठकों पर अपनी छाप छोड़ी। ‘शक्तिपुत्र’, ‘महाकाल’, ‘जुडो क्वीन राधा’ और बौना जासूस जैसे पात्रों ने पाठकों तक अपनी पैठ बनाई और अपने जबरदस्त आवरण, चित्रों एवं कहानियों से कॉमिक्स प्रशंसकों को जोड़े रखा।
पढ़ें – शक्तिपुत्र के बारें में
आज का दिन भी ‘मनोजमय’ है लेकिन इसमें ‘जुनूनियत‘ का तड़का है। कॉमिक्स जगत में ऐसे बदलाव बड़े सुखद है लेकिन मैं कहूँगा यह तो बस आगाज है क्योंकि जब तक आपके मोहल्ले की परचून की दूकान में कॉमिक्स ना मिलें तब तक प्रयास मत छोड़ियेगा!! यह हौसला ही हमारा ईंधन है जो इस लौ को बुझने नहीं देगा, मिटने नहीं देगा और हमेशा सुलगता ही रहेगा!! आभार – कॉमिक्स बाइट!!