कॉमिक्स बाइट ट्रिविया: राज कॉमिक्स के कुछ मुख्य सुपर हीरो जिनकी अपने नाम से कोई कॉमिक्स नहीं है!
Comics Byte Trivia: Some of the main superheroes of Raj Comics who do not have any comics under their name!
वैसे तो भारत में अगर आपको किसी सुपर हीरो का परिचय कॉमिक्स पाठकों से करवाना हो तो उनके अपने नाम से बेहतर और कौन सा नाम हो सकता है कॉमिक्स का? हैं ना! अब कॉमिक्स का नाम पात्र के नाम से हुआ तो पाठकों के ज़ेहन में ये काफी दिनों तक ताज़ा रहता है उदाहरण के नागराज की पहली कॉमिक्स का नाम क्या था? जी बिलकुल ठीक पहचाना आपने ‘नागराज‘ या अश्वराज के पहली कॉमिक्स का नाम! जी फिर सही जवाब ‘अश्वराज‘, योद्धा और भी अन्य हीरोज है जिनके पहली कॉमिक्स उनके नाम से ही है. यहाँ कुछ ऐसे भी सुपर हीरोज है जिन्होंने पहले भूमिका बाँधी और बात में अपने नाम की कॉमिक्स में अवतरित हुए जैसे भोकाल जिसकी तीसरी कॉमिक्स का नाम ‘भोकाल‘ था या सुपर कमांडो ध्रुव जिसकी अपने नाम पर कॉमिक्स विशेषांक ‘सुपर कमांडो ध्रुव‘ कोई 91 वें कॉमिक्स के बाद आई, मतलब जब जरुरत हुई तब इस्तेमाल कर लिया. इस भीड़ में कुछ ऐसे भी मुख्य हीरो/हीरोइन रहें जिनके नाम पर आज तक कोई कॉमिक्स नहीं आई, हाँ नाम कॉमिक्स के शीर्षक में इस्तेमाल हुआ है लेकिन एकल शब्द में नहीं जैसे उपर उदहारण दिये गए है. तो आज जानते है राज कॉमिक्स के कुछ ऐसे ही नायक/नायिकाओं के बारे में.
गगन
‘गगन’ के नाम से कोई कॉमिक्स नहीं प्रकाशित नहीं हुई, ना पहले और ना ही बाद में जब उसका फिर से परिचय कराया गया (मकबरा सीरीज या सर्वनायक सीरीज). हाँ ‘गगन’ का नाम उसके कॉमिक्स शीर्षक के नीचे लिखा जरुर रहता था.
शक्ति
राज कॉमिक्स के एकमात्र सुपर हीरोइन ‘देवी’ काली का अंश ‘शक्ति’, लगभग 100 के उपर कॉमिक्स प्रकाशित होने के बाद भी उसके खुद के एकल नाम पर कोई कॉमिक्स नहीं है. चाहे वो उसके शुरुवात के विशेषांक हो जैसे ‘ध्रुव-शक्ति’, ‘डोगा-शक्ति’, ‘परमाणु-शक्ति’ या जनरल कॉमिक्स ‘आई शक्ति‘. देखते है अगर भविष्य में कोई कॉमिक्स मात्र ‘शक्ति’ नाम से ही आये तो पर इसकी गुंजाईश कम ही है.
तिरंगा
तिरंगा के नाम तो कुछ 150 कॉमिक्स है पर एक का भी नाम ‘तिरंगा‘ नहीं है, हाँ ‘तिरंगा‘ शब्द का इस्तेमाल काफी बार हुआ है जैसे – ‘तिरंगा चढ़ेगा फांसी’, ‘काला तिरंगा’, ‘लहराता रहेगा तिरंगा’ व अन्य. शायद इस से पहले ‘डोगा’ का विशेषांक ‘तिरंगा‘ पहले ही आ चुका था. हो सकता एक कारण ये भी रहा हो उस नाम से कॉमिक्स प्रकाशित न होने का.
डोगा
जो मुसीबत को हल नहीं करता बल्कि जड़ से उखाड़ फेंकता है, शायद राज कॉमिक्स के सबसे डार्क किरदार (एंथोनी भी बराबर की टक्कर देता है इस मामले में डोगा को). ‘डोगा’ का भी नाम कॉमिक्स में कई बार इस्तेमाल हुआ है लेकिन सिर्फ ‘डोगा’ कभी नहीं जैसे – ‘मैं हूँ डोगा’, ‘ये है डोगा’, ‘डोगा मार’ और ‘डोगा माय ब्रदर’.
शक्तिमान
शक्तिमान की ज्यादा कॉमिक्स तो प्रकाशित नहीं हुई थी लेकिन किसी का भी नाम ‘शक्तिमान’ नहीं था. हाँ ‘योद्धा’ एक कॉमिक्स का नाम ‘शक्तिमान’ जरुर था और राज कॉमिक्स के एक मल्टीस्टार्रर कॉमिक्स विशेषांक का नाम भी “सर्व-शक्तिमान” था.
बांकेलाल
‘बांकेलाल’ की पहली कॉमिक्स में उसका नाम है लेकिन एकल रूप में नहीं, उस कॉमिक्स का नाम था ‘बांकेलाल का कमाल’. उसके बाद बांकेलाल की कुल 230+ से भी ज्यादा कॉमिक्स आई ‘अंगुलिमाल’ से लेकर ‘विक्रम और वेताल’ तक पर सिर्फ बांकेलाल नहीं आई, शायद ‘बेदी जी’ के बेजोड़ चित्रांकन और ‘वाही जी’ शानदार लेखनी के कारण उसकी जरुरत ही नहीं पड़ी कभी.
जासूस टोपीचंद
‘जासूस टोपीचंद’ की कॉमिक्स भी राज कॉमिक्स के कुछ शुरुवाती अंकों में से एक रही और कुछ सालों तक प्रकाशित भी हुई लेकिन नियमित अंतराल में नहीं. इसके भी पहले अंक का नाम ‘जासूस टोपीचंद के कारनामे’ था लेकिन एकल नाम से कोई कॉमिक्स प्रकाशित नहीं हुई.
नोट: अन्य किसी कॉमिक्स जैसे ‘किंग’ का को इसमें नहीं लिया गया है और राज कॉमिक्स के ‘हास्य’ किरदारों (चेरी, टफी, डमरू, बॉबी) को भी इसमें सम्मलित नहीं किया गया है.