राज कॉमिक्स/राजप्रेम कॉमिक्स – कॉपीराइट, ‘सर्वरण’ और “अघोरी” (Raj Comics / RajPrem Comics)
नमस्कार मित्रों, न्यूज़ बाइट्स में आज आप पाएंगे ‘राज कॉमिक्स/राजप्रेम कॉमिक्स’ की ओर से दो और बड़े अद्यतन (Raj Comics Updates). तो क्या है वो ख़बरें आईये एक नज़र इन ख़बरों पर –
कॉपीराइट
जब से राज कॉमिक्स के दो ग्रुप बने है, नाम में परिवर्तन देखने को मिला है तब से अटकलों का बाज़ार गर्म हो गया था. यहाँ के लोगों की एक खासियत यही है “चाहे अपना घर आग में जल रहा हो पर चर्चा फिर भी पडोसी के घर की ज्यादा होती है”. खैर बात भी बड़ी है, राज कॉमिक्स के लाखों करोड़ों फैन्स है तो सवाल तो जरुर दागें जाएंगे. इसलिए संजय जी ने स्वयं आकर ही सभी सवालों का अंत कर दिया. देखें –
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मुख्य बिंदु –
सभी प्रकाशाधीन और कॉपीराइटेड अधिकार संजय जी के पास सुरक्षित है
राजप्रेम कॉमिक्स का नाम जैसा की संजय जी पहले भी बता चुके है अपने माता पिता को सम्मान देने और दोनों का नाम समाहित करने के उद्देश्य से बनाया गया है.
संजय जी ने आगे ये भी कहा की सुझाव दें निर्णय नहीं जो बिलकुल सही बात है. यह उनका उधम है, व्यवसाय है. मैं मानता हूँ की पाठकों और प्रशंसकों से ही किसी भी कार्य की महत्ता होती है पर इसका मतलब यह नहीं की आप उन्हें ही व्यवसाय और उसके समीकरण समझाने लगें (कुछ ज्यादा जुनूनी प्रशंसक).
आपको पता है शायद भारत में श्री संजय गुप्ता जी से बड़ा कॉमिक्स का जुनूनी और कोई हो ही नहीं सकता. हिंदी कॉमिक्स के दम तोड़ते रीढ़ को सहारा देनें वाले बस वो एक मात्र इंसान है नहीं तो हिंदी कॉमिक्स में वर्ष 2000 के बाद हाल ही के 2-3 सालों में कुछ बदलाव आया जब फेनिल कॉमिक्स, याली ड्रीम, फिक्शन कॉमिक्स, बुल्सआई प्रेस और कॉमिक्स इंडिया जैसे प्रकाशकों ने वापस हिंदी कॉमिक्स के क्षेत्र में एक सकारात्मक कदम उठाया.
आप सभी मित्रों, पाठकों, प्रशंसकों, जुनूनियों से मेरा हाँथ जोड़कर निवेदन है की इस गरिमा को हंसी ठिठोली से ठेस ना पहुंचाए. जो भी सुझाव है, निवेदन है, मांग है उसे सम्मानपूर्वक संजय जी के समक्ष रखें.
टिंकल डाइजेस्ट अब हिंदी में भी – टिंकल हिंदी
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सर्वरण
आखिरकार सर्वरण के पहले दर्शन हुए. ये शायद प्रूफ रीडिंग वाली प्रति है. संजय जी बातों से ऐसा लगा की इसे प्राप्त करने में उन्हें काफी कठनाई हुई है. उन्होंने सभी सदस्यों को बधाई दी और कहा की कॉमिक्स को हाँथ से पकड़ने का जो आनंद मिलता है उसका अनुभव बड़ा ही अनमोल है.
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इस पोस्ट के साथ उन्होंने एक एक तस्वीर भी डाली जिसमें सर्वरण कॉमिक्स और उसके कुछ पैनल को साफ़ साफ़ देखा जा सकता है.
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इस तस्वीर की बात करूँ तो इन पैनल पर ‘अघोरी’ (राज कॉमिक्स का नया सुपरहीरो) और बोर्डलो (ड्रेकुला सीरीज – नागराज और सुपर कमांडो ध्रुव) के बीच जंग देखी जा सकती है. अघोरी काफी दिनों से कॉमिक्स में अपने आगमन का इंतज़ार कर रहा है और इससे बढ़िया प्रवेश क्या ही होगा!! क्या जबरदस्त संवाद लिखें है किरदार के लिए, वाह!
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अघोरी की पहली कॉमिक्स एक ‘वेब कॉमिक’ थीं, लेकिन उसके बाद इसे छापा नहीं गया था. न्यूज़ बाइट के थ्रेड में आज इतना ही, कल फिर मिलते है अन्य खबरों के साथ, आभार – कॉमिक्स बाइट!!
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चलिए जो भी हो ! संजय सर बस किसी तरह हम रीडर्स को कॉमिक्स अवेलेवल कराते रहें इससे ज्यादा और कुछ नहीं चाहिए !!
जी सही कहा आपने, कॉमिक्स आते रहनी चाहिए.