राका: कॉमिक्स जगत के अपराधियों का शहंशाह (Raka: The Ultimate Boss)
राका: बस नाम ही काफी है, आतंक का पर्याय, खूंखार डाकू, हत्यारों का राजा, डकैत या बैंक लूटेरा, अपहरणकर्ता, निर्दयी, कत्लेआम करने में महारथ हासिल, पूरा विश्व जिसके खौफ़ से त्राहिमाम त्राहिमाम कर उठे, उसे कॉमिक्स जगत के अपराधियों का शहंशाह कहने में कोई अतिश्योक्ति नही है, वो सभी माफ़िया संगठनों का सरगना रह चुका है, पता नहीं कितने शहरों और वहां के हजारों लाखों लोगो को मौत के घाट उतार चुका और उनके घरों को आग के हवाले कर चुका है. क़त्ल करना उसका शौक है, वो अमर है और इस कारण वो बाकी सबसे ज्यदा खतरनाक है, उसे इंसानों को मारने में मज़ा आता है वो भी बड़ी बेदर्दी से, कई बार तो वो अपने मददगार को भी परलोक निवास पर प्रस्थान करा देता है, जी हाँ ऐसा ही है राका – द ग्रेट!
चाचा चौधरी की कॉमिक्स में हमेशा हल्का फुल्का व्यंग और छोटे मोटे अपराधियों एवं माफिया सरगनाओं की कहानी होती थी, ज्यदा से ज्यदा चाचाजी के जानी दुश्मन डाकू गोबर सिंह और धमका सिंह जो उन्हें मारने की साज़िश रचते और हमेशा मात खा जाते, लेकिन राका की बात अलग थी, राका तो प्रतिशोध में जला हुआ था, एक काला कोयला जो जल के अंगार बन गया, जिसने वैधराज च्क्रमाचार्य की अमर होने की दवाई एक गलती के कारण उपयोग की और हो गया हमेशा हमेशा के लिए अमर!
चाचा चौधरी और साबू के प्रयासों से हमेशा राका उनका बंधक बना रहा, लेकिन इस बात का एहसास चाचाजी को भी था की राका को अमरत्व प्राप्त है, ठीक कुछ वैसा ही जैसे रामायण में रावण को, इस तथ्य को जानने के बाद राका की भयंकरता और भी बढ़ गई, उसका क्रोध भी बढ़ गया, बढ़ गया उसका ‘कद’ और साथ में उसमें समा गई बाला की ताकत एवं वो बन गया आतंक का पर्याय ‘राका’.
राका की कोमिक्सें ‘डार्क’ होती थी, ये आम चाचा चौधरी के कहानियों से अलग होती थी, मारकाट और भरपूर एक्शन से लबरेज़ राका की हर टक्कर बेमिसाल है, स्वर्गीय प्राण सर ने भारत के कॉमिक्स इतिहास को एक ऐसा घातक किरदार दिया जिसका हर कॉमिक्स पाठक को बेसब्री से इंतज़ार रहता था, इसकी एक खास बात ये भी थी कि राका के जितने भी अंक प्रकाशित होते थे डायमंड कॉमिक्स से वो एक विशेष पैटर्न की संख्या को फॉलो करते थे जैसे “चाचा चौधरी और राका” 100 वां अंक था वहीँ “चाचा चौधरी और राका की तबाही” 1000 वां अंक.
ऐसा नहीं है की राका पत्थर दिल था, उसने एक कोठे वाली “मुन्नी बाई” से सच्चा प्रेम किया और बाद में उसे अगवा करके अपने पास ले भी आता है, पर मुन्नीबाई राका के कर्म देखकर उससे कन्नी काट लेती है (अच्छे से याद नहीं आ रहा, क्या राका उसे मार देता है क्योंकि वो पुलिस बुला लेती है, कमेन्ट सेक्शन में बताईये या प्रेमिका होने के नाते उसकी जान बक्श देता है?) और राका का क्रोध इस सिलसिले के बाद और भी भड़क जाता है.
राका क्योंकि मर नहीं सकता, उसे जलाया गया, पहाड़ों की गुफाओं में बंद किया गया, तिलस्मी पेड़ के अंदर कैद किया गया, पृथ्वी के अंदर गाडा गया, समुद्र की गहराईयों में फेंका गया, बर्फ में दबाया गया, अंतरिक्ष में भेजा गया, तोप/राकेट से उड़ाया गया लेकिन वो हर बार वापस आ जाता, उसे सिर्फ कैद किया जा सकता है और हर अंक में कोई ना कोई अनोखे तरीके या फार्मूले से चाचा चौधरी और साबू राका को पकड़ लेते एवं उसे कैद में डाल देते.
डायमंड कॉमिक्स मैं कम ही पड़ता था (चाचाजी, बिल्लू, पिंकी, अग्निपुत्र-अभय, डायनामाइट) को छोड़कर लेकिन राका के विशेष अंको कि बड़ी प्रतीक्षा रहती थी, “राका का खेल” का विज्ञापन देखकर तो उसे पढने की भावना इतनी बलवान थी की अपनी साइकिल उठा कर 10 किलोमीटर दूर कॉमिक्स कि दुकानों के इतने चक्कर काटे की पूछो मत (राका का खेल पर चर्चा फिर कभी). ‘चाचा चौधरी और राका की आखिरी जंग’ शायद से इस कड़ी की आखिरी कॉमिक्स थी, इसके बाद संयुक्त संस्करण और कुछ कॉमिक्सों को जोड़कर डाइजेस्ट भी निकाले गए.
राका, चाचाजी और साबू का कट्टर दुश्मन था, उसकी टक्कर और ताकत में बस साबू ही उसे काबू में कर सकता था क्योंकि वो खुद जुपिटर वासी था. ऐसे कई किरदार हो सकते है जो आपके भी पसंदीदा हों लेकिन राका की दहशत का ‘भौकाल’ ही अलग था. राका मेरी लिस्ट में टॉप करेगा, उसके बाद अन्य विलेन जैसे थानोस या ग्रैंडमास्टर रोबो, नागपाशा (वो भी अमर है पर नागराज से डरता है, नागायण कॉमिक्स को छोड़कर क्योंकि क्रूरपाशा वाकई में खतरनाक था). राका के लिए कुछ लिखने की बड़ी इच्छा थी, आज मन तृप्त हुआ, आप पाठक अब इस लेख को पढ़कर बताईये कि आपको ये लेख कैसा लगा. आपकी सुविधा के लिए राका के पूरे कॉमिक्स के नाम और इमेजेज यहाँ संलग्न कर रहा हूँ, आभार – कॉमिक्स बाइट!
राका सीरीज (चाचा चौधरी)
इन कॉमिक्स को आप डायमंड कॉमिक्स के वेबसाइट पर जाकर खरीद सकते है, लिंक पर क्लिक करके उनकी वेबसाइट आज ही विजिट कीजिये – डायमंड कॉमिक्स
- चाचा चौधरी और राका
- चाचा चौधरी और राका का इंतकाम
- चाचा चौधरी और राका की वापसी
- चाचा चौधरी और राका से मुठभेड़
- चाचा चौधरी और राका का तूफ़ान
- चाचा चौधरी और राका का हमला
- चाचा चौधरी और राका का खेल
- चाचा चौधरी और राका की तबाही
- चाचा चौधरी और राका का चैलेंज
- चाचा चौधरी और राका का हाइड्रोजन बम
- चाचा चौधरी और राका का हंगामा
- चाचा चौधरी और राका का क्रोध
- चाचा चौधरी और राका की आखिरी जंग
- चाचा चौधरी और राका का जवाब
- चाचा चौधरी और राका की तानाशाही
- चाचा चौधरी और राका के कारनामें
- चाचा चौधरी और राका की कहानी
- चाचा चौधरी और राका ब्रिगेड
अब तो चाचा चौधरी का एनीमेशन भी टीवी और यू ट्यूब पर उपलब्ध है
साभार: चाचा चौधरी ऑफिसियल चैनल
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ओह यहां तो काफी पहले ही इस पर आर्टिकल लिखा जा चुका है ! बहुत खूब ! हर चीज वैसा ही जैसे पहले पहली दफा इस खरीदने और पढ़ते वक्त महसूस की थी !!
हार्दिक धन्यवाद रवि जी