पार्ले पोप्पिंस – राम और श्याम एवं रुपहली धारियाँ
पार्ले पोप्पिंस कॉमिक स्ट्रिप
विंटेज विज्ञापनों की श्रृंखला में आपका एक बार फिर स्वागत है. आज बात करेंगे एक और विंटेज कॉमिक स्ट्रिप की जो छापा गया था चंदामामा नामक बाल पत्रिका में. इसे पार्ले ने अपने प्रोडक्ट ‘कैंडी’ या कहें टॉफ़ी – ‘पोप्पिंस (Poppins)‘ के लिए बनाया था. विज्ञापन का यह तरीका बड़ा ही बेहतरीन था जहाँ पर राम और श्याम ‘डुप्लीकेट’ पोप्पिंस के खरीद फ़रोख्त से बचने का तरीका बता रहे है.
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तो जैसा आपने देखा एवं पढ़ा की राम और श्याम एक बच्चे को ये समझाते है कि कैसे पार्ले पोप्पिंस को खरीदते वक़्त सभी को ये ध्यान रखना है की नकली पोप्पिंस या टॉफ़ी कोई भी बच्चा ना खरीदें और हमेशा पोप्पिंस खरीदते वक़्त रुपहली धारियों का ध्यान रखा जाए जो उसके मौलिकता की निशानी है. वाकई में ये पैक ही पोप्पिंस की पहचान हुआ करता था.
कही अनकही
मिलावट के इस दौर में चावल के दाने से लेकर प्लास्टिक के अंडो तक, रंग बिरंगी घातक सब्जियों से लेकर यूरिया मिश्रित दूध तक भी बाज़ारों में जब धड़ल्ले से बिक रहा है तो इन टॉफ़ीयों की क्या बिसात है, देशी घी के ज़माने अब लद गए है, हाँ गाँव में अभी भी इतनी आधुनिकता नहीं पहुंची है पर नकली उत्पाद की बहुतायत में भारी बढ़ोत्तरी जरुर हुई है.
ऐसे में आपको किसी भी खाने पीने की चीज को लेने से पहले उसकी एक्सपायरी डेट की जरुर देखें, भाषा में चूक और तस्वीर में छोटी हेर फेर करके ये धंदा काफी फल फूल रहा है. मिलावटी खाने को ग्रहण करने से कई बीमारियाँ आप पर हमला कर सकती है एवं आपको दुर्बल भी.
राम और श्याम ने आज बड़ी अच्छी सीख दी है. हमेशा उत्पादों की जांच करके ही उन्हें खरीदें, आज है तो कल है वाली कहावत यहाँ पर लागू होती है. अच्छा खाएंगे – पिएंगे, तभी एक स्वस्थ एवं निरोगी जीवन की प्राप्ति होगी. नकली उत्पादों से सावधान रहें. आभार, कॉमिक्स बाइट!
नोट* – कॉमिक्स मात्र मनोरंजन का साधन नहीं अपितु समाज को एक सही संदेश देने का सशक्त माध्यम भी है.
क्रेडिट्स: सर्वाधिकार चंदामामा और पार्ले के पास सुरक्षित है.
पोस्ट पढ़ कर अगर आनंद आया तो कुछ चटखारे भी लीजिए, अच्छा खाइए और उसे पचाइए स्वाद से!!