सेना की गौरव गाथाएँ (Indian War Series Comics)
प्रिय मित्रों कॉमिक्स बाइट आज से शुरू कर रहा है अपना नया खंड – ‘सेना की गौरव गाथाएँ’ (Indian War Series Comics), युद्ध पर – सेना पर हर छोटे बड़े कॉमिक्स पब्लिकेशन ने कॉमिक्स प्रकशित की है और आगें भी करेंगे, कई इनमें असली कहानियाँ प्रकाशित करते है जो हमारे देश के रणबांकुरों पर होती है तो कुछ काल्पनिक भी होती है. कॉमिक्स बाइट के इस ‘सेगमेंट’ में आपको दोनों ही प्रकार के प्रकाशित कॉमिक्स की जानकारी मुहैया कराई जाएंगी और उनके बारे में चर्चा भी. चर्चा का विषय – कॉमिक्स, पब्लिकेशन, पात्र और कहानियों का चरित्र चित्रण पर आधारित होगा और हर आर्टिकल के अंत में भारत के वीर नामक भारत सरकार के वेब पोर्टल का लिंक दिया रहेगा जहाँ से आप अगर चाहें तो कुछ धनराशी इन बलिदानी योद्धाओं के परिवारों के लिए प्रेषित कर सकते है.
कल की चीन वाली घटना से मन थोड़ा व्यथित है, हमारें फ़ौज के जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जायेगी और भारत सरकार पूरी गंभीरता और ताक़त से ऐसे परिस्तिथियों का सामना करने के काबिल है. अपने फ़ौज पर हौंसला बनाये रखें और उनका मनोबल ना गिरने दें, वतन पर जीवन की बलि चढ़ाना एक योद्धा की पहचान है, कोई मरना नहीं चाहता ये शत प्रतिशत सच है लेकिन उतना ही बड़ा सच ये भी है की जब जरुरत होती है मौत को भी पीछे छोड़ देते है सेना के मतवाले. तब दिखता है तो बस जुनून जो ना धर्म देखता है ना कौम, देखता है बस भारतभूमि के गर्व के रक्षा करना. भारतीय सेना भी प्रमुख रूप से 3 वर्गों में कार्य करती है – थल सेना, नौसेना और वायुसेना एवं उसके अंतर्गत भी कई विभाग और टुकड़ियाँ कार्य करती है. हाल के दिनों में इन तीनों सेनाओं के सीडीएस(Combined Defense Service) प्रमुख के रूप में “जनरल बिपिन रावत जी” ने अपना पदभार संभाला है, वें भारतीय सशस्त्र सेनाओं के पेशेवर त्रि-सेवा प्रमुख और वरिष्ठतम वर्दीधारी सैन्य सलाहकार है.
सेना की विचारधारा –
- थल सेना – “सर्विस बिफोर सेल्फ़” ये अंग्रेजी से लिया गया वाक्य है जिसका अर्थ होता है – ‘स्वपूर्व सेवा‘
- नौसेना – “शं नो वरुणः” ये संस्कृत में लिखें उपनिषद् ‘तैत्तिरीय उपनिषद्‘ से लिया गया वाक्य है जिसका अर्थ होता है – ‘जल का प्रभु हमारे लिए शुभ हो‘
- वायुसेना – “नभः स्पृशं दीप्तम्” ये भी संस्कृत में लिखें हिन्दू धार्मिक ग्रन्थ ‘गीता‘ से लिया गया वाक्य है जिसका अर्थ होता है – ‘आकाश को स्पर्श करने वाले देदीप्यमान‘
इस विचारधारा को पढ़कर आप समझ ही गये होंगे की ‘राष्ट्रसेवा’ को इतना महान क्यूँ कहा गया है, हमारे हजारों साल पुराने धर्मग्रंथ भी यही कहते है. सेना को एक ‘पलटन’ या ‘बटालियन’ में बाँटा नहीं जा सकता ये मात्र उनके प्रबंधन हेतु होता है क्योंकि सेना भी एक ही विचारधारा के साथ काम करती है – “राष्ट्रहित सर्वोपरि“.
भारत का इतिहास और वर्तमान इन योद्धाओं के बलिदान और वीरता को हमेशा याद रखेगा, चाहे वो इतिहास के पुरातन आक्रांता हो या आज के ‘ड्रैगन’. भारत के वीर हर काल में लोहा लेते आये है और आगे भी लेंगे इसमें कोई शक नहीं, भारत माँ के सच्चे सपूतों को ‘गौरव गाथा’ के रूप में यहाँ स्थान दिया जाएगा और इस छोटी सी कोशिश को आप लोगों का स्नेह भी मिलेगा ऐसी आशा है.
भारतीय कॉमिक्स जगत में भी बहुत से कॉमिक्स प्रकाशन अपने अपने दौर में सक्रिय थे, उनमें से कुछ का संकलन यहाँ किया गया है और इनमें से काफ़ी तो अभी भी प्रकाशाधीन है –
राज कॉमिक्स
राज कॉमिक्स ने CRPF के जवानों के उपर कॉमिक्स प्रकाशित की थी जो सच्ची शौर्य गाथाएँ थीं हमारे वीरों की. उसकी एक झलक आप नीचे देख सकते है. कॉमिक्स का नाम है धीर धर्मेन्द्र.
आन कॉमिक्स
आन कॉमिक्स पिछले कई वर्षों से भारतीय सेना के इन वीर सपूतों पर कॉमिक्स ला रही है जो की सत्य घटनाओं पर आधारित होती है. एमआरपी बुक शॉप (MRP Book Shop) के पास इन कॉमिक्स का पूरा सेट उपलब्ध है.
आन कॉमिक्स के बारे में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें – आन कॉमिक्स (AAN Comics)
इंडियन वॉर कॉमिक्स
इंडियन वॉर कॉमिक्स ने शहीद मेजर उनिकृष्णन से लेकर कई अन्य सेना के सैनिकों के बलिदान की सच्ची कथा हमारें सामने प्रस्तुत की है, जहाँ तक मैं जनता हूँ इन कॉमिक्स की खरीद का कुछ हिस्सा ‘वेलफेयर फण्ड’ में भी जाता है. यहाँ से खरीदें – IWC
परम वीर चक्र
परमवीर चक्र सैन्य सेवा तथा उससे जुड़े हुए लोगों को दिया जाने वाला भारत का सर्वोच्च वीरता सम्मान है। यह पदक शत्रु के सामने अद्वितीय साहस तथा परम शूरता का परिचय देने पर दिया जाता है और परमवीर चक्र पर ही ‘अमर चित्र कथा’ ने उन 21 निडर नायकों की कहानियां बताई है, जिनके लिए उनका जीवन भारत की संप्रभुता और उनके साथी नागरिक की सुरक्षा से कम महत्वपूर्ण नहीं था, आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा के रूप में बहादुरी, साहस और बलिदान की कहानियां. यहाँ से खरीदें – परमवीर चक्र
इंद्रजाल कॉमिक्स
1960 और 1990 के बीच भारत में इंद्रजाल कॉमिक्स बहुत लोकप्रिय कॉमिक ब्रांड था। टाइम्स ऑफ इंडिया, बेनेट कोलमैन एंड कंपनी के प्रकाशक द्वारा प्रकाशित, इसने 1964 से 1990 तक लगभग 805 कॉमिक्स का प्रकाशन किया था। उन्होंने भी भारतीय सैनिकों के सम्मान में एक कॉमिक्स प्रकाशित की थी जिसका नाम था – “भारतीय गणतंत्र दिवस विशेष (26 जनवरी) – द टैंक बैटल एट सुक्खा नाला (1974)“. ये हमारे बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि थी.
इसके अलावा और भी कॉमिक्स पब्लिकेशन है जिन्होंने काल्पनिक घटनाओं में भी सेना के वीरता और गौरव की चित्रित किया है जिसका जिक्र हम अपने अगले किसी पोस्ट में करेंगे एवं नीचे दिया गया है ‘भारत के वीर‘ वेब पोर्टल का लिंक जहाँ जाकर अगर आपको कोई सहयता करनी है तो कर सकते है, आभार – जय हिंद, जय भारत!!
सेना की गौरव गाथाएँ
India’s Bravehearts