ग्राफ़िक नॉवेल समीक्षा: आउटरेज (इंडसवर्स) – (Graphic Novel Review – Outrage – Indusverse)
अनादि अभिलाष (Anadi Abhilash) जी का ताल्लुक ‘कोयला नगरी’ धनबाद, झारखंड के एक मध्यमवर्गीय परिवार से हैं । हालांकि इनकी प्रारंभिक शिक्षा, हाई स्कूल और +2 की शिक्षा झारखंड के ही सिमडेगा, जमशेदपुर और रांची से हुई । राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर से बी.टेक की डिग्री प्राप्त की और मुंबई में कार्यरत हैं । काॅलेज के दिनों से ही राष्ट्रीय स्तर पर नाटक, नुक्कड़ करते आए हैं और मुंबई में विहंगम थियेटर ग्रुप से जुड़े हुए हैं । स्वरदीपिका नाम से इनकी एक प्राॅडक्शन वेंचर भी कार्यशील है । बचपन के दिनों से ही काॅमिक्स में विशेष रूचि है और भारतीय काॅमिक्स इंड्रस्टी के उत्थान के लिए कुछ कर गुजरना चाहते हैं और प्रयासरत भी हैं । इनका मानना है कि अगर आप और हम मिलकर संकल्प लें तो भारतीय काॅमिक्स इंड्रस्टी बुलंदियों को छू सकती है ।
ग्राफ़िक नॉवेल समीक्षा: आउटरेज (इंडसवर्स) – (Graphic Novel Review – Outrage – Indusverse)
तकनीक एक ऐसी चीज है जो मानवता के लिए वरदान साबित होती गई । घंटों का काम मिनटों में होने लगा – यातायात , सूचना प्रसारण सब तेज होती गई । प्रिंट मीडिया के जगह ब्रोडकास्ट मीडिया आई और आख़िर में सोशल मीडिया । आज हम विदेश में बैठे अपने बंधुजनों से चैट, वीडियो काॅल घर बैठे कर सकते हैं । वाट्सएप्प, मेसेंजर इत्यादि के माध्यम से मिनटों में सैकड़ों लोगों तक सूचना आदि भेजी जा सकती है लेकिन खामियाजा क्या हो अगर इसी सोशल मीडिया का उपयोग गलत तरीके से हो । इसी विषय पर केंद्रित है इंडसवर्स की आउटरेज । कहानी में भाषा बोलचाल वाली है । उसना चावल और रिंकीया के पापा वाली रिंग टोन बिहार यूपी में पले बढ़े पाठकों को विशेष आनंद देता है ।
कहानी (Story)
आउटरेज कहानी है सत्यजीत, अविक और उसके दोस्तों की जो सोशल मीडिया कंपनीज़ के कई प्रोजेक्ट्स के लिए वीडियो कटेंट देते हैं । सत्यजीत होनहार है और बाॅस का भरोसेमंद भी । कंपनी ने उन्हें अपने फ़ायदे के लिए ही नौकरी पर रखा है । ये उन सोशल मीडिया कंपनी में से है जिन्हें सिर्फ दर्शक चाहिए चाहे उसके लिए गलत रास्ता ही क्यों न अपनाना पड़े, चाहे झूठ को सच और सच को झूठ दिखाना पड़े । सत्यजीत और अविक को एक विशेष प्रोजेक्ट के लिए असम भेजा जाता है । वहां दोनों एक ग़लतफहमी का शिकार होकर बुरी तरह घायल हो जाते हैं । सत्यजीत की जान किसी तरह बचा ली जाती है और वो झूठ का दामन छोड़ कर सच के लिए लड़ने की कसम खाता है ।
टीम (Team)
भारत में वेब कंटेंट कल्चर लाने वाले टीवीऍफ़ (TVF – The Viral Fever) के जन्मदाता श्री अरूनाभ कुमार ने कहानी लिखी है । चित्रांकन की बात करें तो पेंसिल वर्क किया है श्री हेमंत कुमार ने, इंकिग है श्री जगदीश कुमार की । शब्दांकन श्री मंदार गंगेले जी की है, रंगसज्जा की है श्रीमान प्रसाद पटनायक और अभिषेक सिंह ने । कवर आर्ट श्रीमान भरत की है जिस पर रंगसज्जा का कार्य श्रीमान कुमार ने की है । संपादन सुश्री नुपुर शर्मा ने की है और अंत में श्री मो. फैजल के लिए विशेष आभार व्यक्त किया गया है ।
संक्षिप्त विवरण
प्रकाशक : इंडसवर्स
पेज : 88
पेपर : ग्लॉसी
मूल्य : 1500/- (तीन काॅमिक्स का बाॅक्स सेट)
भाषा : हिंग्लिश
कहां से खरीदें : फिक्शन कॉमिक्स, कॉमिक्स अड्डा और कॉमिक क्लान
निष्कर्ष :
आउटरेज की कहानी आज की पीढ़ी के लिए विशेष संदेश देती है । सोशल मीडिया के नकारात्मक पहलू को बहुत ही बढ़िया तरीके से इस कहानी के माध्यम से दर्शाया गया है । नरक नाशक उत्पत्ति के लिए शानदार चित्र बनाने वाले श्री हेमंत कुमार ने एक बार फिर बढ़िया काम किया है । बांइडिंग शानदार है और इंडसवर्स ईयर जीरो के तीनों ग्राफिक नाॅवेल और मुफ्त नोटपैड बाॅक्ससेट के रूप में उपलब्ध है । फिक्शन कॉमिक्स पर फ़िलहाल ये विशेष ऑफर में उपलब्ध हैं और कॉमिक्स अड्डा एवं काॅमिक क्लान जैसे प्लेटफॉर्म्स से भी आप इसे खरीद सकते है ।
अवलोकन पृष्ठ (Preview Pages)
देखिए प्रसिद्ध कॉमिक बुक क्रिएटिव श्री चक डिक्सन की क्या राय है ‘इंडसवर्स – आउटरेज‘ के बारें में जिन्होंने DC Comics के लिए ‘बैटमैन’, ‘बर्ड्स ऑफ़ प्रे’ और Marvel Comics के किरदार ‘पनिशर’ पर कार्य किया है.