कॉमिक्स बाइट ट्रिविया: सचिन तेंदुलकर
एक दिन पहले क्रिकेट के भगवन श्री सचिन रमेश तेंदुलकर का जन्मदिन था यानि 24 अप्रैल को, सचिन तेंदुलकर ने दुनिया भर में क्रिकेट के मैदान पर अपनी महानता साबित की है, उनके नाम पर पहाड़ जैसे कई रिकार्ड्स है जिनका टूटना लगभग नामुमकिन है, 100 इंटरनेशनल शतक है, 30000+ से ज्यदा इंटरनेशनल रन्स है और भी बहोत कुछ, लेकिन क्या आपको पता है की सचिन तेंदुलकर एक बार दुनिया को अप्रिय घटनाओं से बचाने के लिए पूरी तरह तैयार थे एक सुपर हीरो के किरदार में? अगर नहीं तो आईये जानते है आज ‘मास्टर ब्लास्टर’ के बारे में!
तेंदुलकर को कॉमिक बुक्स में “द मास्टर ब्लास्टर” के रूप में दिखाया गया है, सर रिचर्ड ब्रैनसन की वर्जिन कॉमिक्स ने सन 2007 में सचिन तेंदुलकर के अद्वितीय चरित्र के उपर एक सुपर हीरो बनाने के लिए ‘टोटल मल्टीमीडिया लिमिटेड’ के साथ टीम बनाने का फैसला किया था। वो कॉमिक्स, गेम्स और एनीमेशन में काम करने वाले थे और सचिन के क्रिएटिव टीम भी उनके साथ बड़ी बारीकी से कार्य कर रही थी. “द मास्टर ब्लास्टर” नाम के सुपरहीरो को एक नीले पोशाक को धारण किये हुए दिखाया गया था और उसने छाती पर सोने का कवच पहना हुआ था जिसमें एक सूरज बना था एवं उनके हाँथ में ब्लेड (क्रिकेट का बल्ला लहरा रहा था)। सन 2007 में इस कॉमिक्स की घोषणा की गई थी और उस वक़्त ये बहोत चर्चा का विषय भी बनी थीं. वर्जिन कॉमिक्स की सचिन के साथ काम करने की उत्सुकता नीचे दिए गए वक्तव्यों में साफ दिखाई देती है.
“क्रिकेट में सचिन की सफलता पौराणिक है और भारत के लिए इस रोमांचक नए सुपर हीरो को बनाने के लिए उनके साथ सहयोग करने में हमें खुशी है।”
– रिचर्ड ब्रैनसन
“सचिन एक जीवित किंवदंती है और एक नए सुपरहीरो चरित्र के रूप में अमर होने के लिए सही विकल्प है जो आने वाली पीढ़ियों के लिए मौजूद रहेगा”। – वर्जिन कॉमिक्स के सीईओ शरद देवराजन
– वर्जिन कॉमिक्स के सीईओ शरद देवराजन
“सचिन तेंदुलकर के बारे में मैं और क्या कह सकता हूं, लेकिन मैं एक प्रशंसक हूं। मेरे लिए उनका सम्मान क्रिकेट के खेल से कहीं अधिक है। मैं उनसे किसी भी तरह जुड़ने के लिए बहुत उत्साहित हूं, मुझे पता है कि ‘मास्टर ब्लास्टर’ सुपरहीरो सभी उम्र के बच्चों के लिए एक रोमांचक, शैक्षिक और मनोरंजन का जरिया होगा।”
– वर्जिन कॉमिक्स के सह-संस्थापक शेखर कपूर
“द मास्टर ब्लास्टर” के करैक्टर डिजाईन पर काम किया था जीवन जे कैंग ने, वही जिन्होंने हमे स्पाइडर-मैन इंडिया के भारतीय स्वरूप के दर्शन करवाए थे. उनके विज़न में सचिन का एक ‘ही-मैन’ जैसा किरदार था, उन्हें एक अच्छी पोशाक और साथ ही में एक ब्लेड (बल्ला) भी देना था जो उन्हें सुपर ह्यूमन शक्तियां प्रदान करे और साथ ही उनके मैदान में खेलने का बाधक न बने.
गैरतलब है की वर्जिन कॉमिक्स ने अपना नाम बदल कर लिक्विड कॉमिक्स कर लिया, या कहूँ तो वर्जिन कॉमिक्स को लिक्विड कॉमिक्स के अंदर समाहित कर लिया एवं उसके अधिकार प्राप्त कर लिए और हमे “द मास्टर ब्लास्टर” की कॉमिक्स पढने को नहीं नहीं मिली, इसके पीछे कई अन्य कारण भी हो सकते है पर कॉमिक्स जगत और क्रिकेट प्रेमी सचिन का एक नया रूप देखने से वंचित रह गये.
कुछ साल पहले जब सचिन की आत्मकथा – ‘प्लेयिंग इट माय वे’ आई थी तब उसके प्रकाशक हैचेट इंडिया ने ये घोषणा की थी की इसी नाम से उनकी एक 25 पेज की कॉमिक्स भी बाज़ार में उपलब्ध होगी, पर बाद में शायद उस परियोजना को भी शायद ठन्डे बस्ते में डाल दिया गया. उसमें सचिन के कुछ प्रसंगिक किस्से थे जैसे –
- उनके गुरु एवं कोच स्वर्गीय रमाकांत अचरेकर जी द्वारा स्टंप के उपर सिक्का रख कर प्रैक्टिस करवाना
- 1998 को शारजाह कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सचिन की लाजवाब बल्लेबाज़ी के दौरन रेत का आंधी तूफ़ान आना और ऐसे ही अन्य किस्से..!
बहरहाल कॉमिक्स या स्ट्रिप के नाम पे सचिन पर एक ही किताब आई जिसे लिखा है रोहणी चौधरी जी ने, ये बच्चों को सचिन से प्रेरणा देने के लिए लिखी गई है, इसमें शब्दों और कॉमिक के माध्यम से सचिन की जीवन को दिखाया गया है. इसे भारत में रिलीज़ किया थे ‘स्कोलास्टिक’ ने लेकिन ये भी अमेज़न पर फिलहाल आउट ऑफ़ स्टॉक है.
यहाँ मैं बात करूँगा अमूल कंपनी की भी जिनके अमूल बटर वाले कार्टून खासे लोकप्रिय है और उन्होंने भी समय समय पर सचिन के उपर कार्टून स्ट्रिप बना कर उन्हें भरपूर सम्मान प्रदान किया जिसमे से उनका सुपर हीरो किरदार भी शामिल है. (साभार: अमूल)
अब आप कॉमिक्स प्रेमी हों या क्रिकेट के फैन, आशा करता हूँ की ये पोस्ट आपको काफी ज्ञानवर्धक लगी होगी, फिर मिलेंगे किसी अन्य ट्रिविया के साथ, आभार – कॉमिक्स बाइट!
Bahut badhiya??
जी धन्यवाद