कॉमिक्स बाइट फैक्ट्स: चाचा चौधरी और अरमान अली फरमान अली
Comics Byte Facts: ‘कॉमिक्स बाइट फैक्ट्स – जानकारियों का खज़ाना’ में हम आज आपको बताएँगे डायमंड कॉमिक्स के कॉमिक्स – ‘चाचा चौधरी और अरमान अली फरमान अली‘ के बारे में, इसे वर्ष 1989 में प्रकाशित किया गया था वो भी बच्चों के ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के समय, महीना शायद मार्च-अप्रैल का रहा होगा. इस कॉमिक्स का मूल्य था “6/- रूपये” और संख्या क्रमांक था D-443 एवं इसकी पृष्ठ संख्या थी 47.
कॉमिक्स बड़ी ही मज़ाकिया थी और दो भाई अरमान अली फरमान अली पर आधारित थी. इसमें ट्रेन का सफ़र दिखाया गया है और चाचा चौधरी अपने मित्र टिंगू मास्टर के साथ रेल यात्रा कर रहे होते है, उनके ठीक सामने ‘अरमान अली और फरमान अली‘ बैठे होते है जिन्हें क्रमश: झाँसी और भोपाल जाना होता है, लेकिन होता इसका उल्टा है, कैसे? ये जानने के लिए आपको कॉमिक्स पढनी पढ़ेगी.
इस कॉमिक्स में कुल 9 चित्रकथाएं थी और सभी में हास्य का बढ़िया तड़का था, ‘कार्टूनिस्ट प्राण’ जी की चित्रकारी और कहानियाँ बेहद सरल और हमारे आस पास के माहौल से जुडी होती थी. इसके बाद वाले सेट में ‘चाचा चौधरी और एक करोड़ का हीरा‘ रिलीज़ की गई थी जिसकी कॉमिक्स संख्या क्रमांक D-0458 थी.
डायमंड कॉमिक्स के अलावा इसे प्राण फीचर्स से भी दोबारा निकाला गया था जिसका डिजिटल संस्करण अमेज़न किन्डल पर उपलब्ध है.
अपडेट – हमारे प्रबुद्ध पाठकों से इस फैक्ट पर संज्ञान लिया और हमें बताया की कॉमिक्स की प्रकाशन तिथि वर्ष 1998 नहीं बल्कि 1989 है. डायमंड कॉमिक्स में रिप्रिंट कॉमिक्स विज्ञापन छपने के कारण ये त्रुटी हुई है जिसे पाठकों के कहने पर सुधार दिया गया है. ये देखकर भी अच्छा लगा की पाठकों को कॉमिक्स बाइट के प्रयास पसंद आ रहे है. कृपया आगे भी सभी मित्रगण ये स्नेह बनाएँ रखें, आभार!
ये कॉमिक्स देखी है हमने शायद ! पर कभी पढ़ने नहीं पाया, क्योंकि तब छोटा था और फिर कभी वापिस मिली नहीं !
आप चाचा चौधरी और राका सिरीज की भी एक पूरा लेख लिखे कि यह कब और कैसे शुरुआत हुई थी !?
फिर इसके टीवी सिरीज पर भी चर्चा करें !
जी राका पर लेख लिखा है, इस फैक्ट पर संशय है, अभी कन्फर्म करेंगे कुछ मित्र.