एंथोनी (Anthony) – जिंदा मुर्दा
‘माय नेम इस एंथोनी गोंसाल्वेस, मैं दुनिया में अकेला हूँ’. ‘अमर अकबर एंथोनी’ फिल्म में श्री अमिताभ बच्चन पर फिल्माया ये गाना आज भी प्रचलन में है और काफी हास्यास्पद भी लेकिन ‘एंथोनी’ (Anthony) या ‘एंथोनी गोंसाल्वेस’ जो की राज कॉमिक्स का सुपरहीरो भी है, जो एक जिंदा मुर्दा है, जिसे क्रो संगीत का जन्मदाता भी कहा जाता है और बाद में उसे ब्रह्माण्ड रक्षक की उपाधि भी प्रदान की गई. ‘एंथोनी’ की कहानी बड़ी ही दुखद और मार्मिक रही एवं वो इस दुनिया में वाकई अकेला रह गया.
एंथोनी की शुरूवात ‘कांव कांव’ नामक कॉमिक्स से हुई जिसकी संख्या क्रमांक जनरल #651 है, वर्ष 1995 को आई इस कॉमिक्स ने राज कॉमिक्स यूनिवर्स को एक नया किरदार दिया. मुझे लगता है इसकी शुरुवात ‘हॉरर’ जेनर में की गई थी क्योंकि राज कॉमिक्स के हॉरर के प्रयोग उस दौर में काफी सफल रहे थे और उनकी पाठकों में अच्छी खासी मांग भी थी. ‘फ्रेंडी सीरीज’, ‘एक्स सीरीज’ और ‘हु हु हु सीरीज’ अपने समय के धमाकेदार कॉमिक्स सीरीजों में से एक रही थी और ‘एंथोनी’ भी पहले एक मिनी सीरीज के रूप में ही नज़र आया था (पहली कुछ कॉमिक्स में किरदार का ट्रीटमेंट पूरा अलग था) जहाँ कुछ बदमाशों ने उसके बनाये ‘क्रो संगीत’ के कारण उसकी और उसके पूरे परिवार की हत्या करने की साजिश की एवं वो एंथोनी को मारने में सफल भी हो गए. बाद में ईश्वर की कृपा से ‘एंथोनी’ अपनी कब्र फाड़ कर बाहर आ जाता है और अपने गुनाहगारों के आतंक को मिटाने एवं उन्हें सजा देने मुर्दे के रूप में प्रकट होता है. एंथोनी की प्रथम कुछ कॉमिक्स के नाम नीचे दिये गए है.
- कावं कावं
- प्रिस क्रो
- क्रो संगीत
- एंथोनी
इन 4 कॉमिक्स के बाद एंथोनी को पाठकों का जबरदस्त प्रतिसाद मिला और सभी ने इस किरदार को हांथो हाँथ लिया और ‘रात का फ़रिश्ता’ जो एक जिंदा मुर्दा था वो ‘राज कॉमिक्स’ एक स्थापित हीरो बन गया. नीचे दी गई है जिंदा मुर्दा से जुड़े कुछ खास तथ्य एवं जानकारियाँ.
पब्लिकेशन: राज कॉमिक्स (राजा पॉकेट बुक्स) – (Raj Comics)
नाम: ‘एंथोनी’ या ‘एंथोनी गोंसाल्वेस’, जिंदा मुर्दा
वजन: 75 किलोग्राम
लम्बाई: 6 फुट
वैवाहिक स्थिति: शादीशुदा
परिवार: जूली (पत्नी), मरिया (बेटी), किंग (मरिया का बेटा), जॉन (मरिया का पति)
मित्र: प्रिंस (कौवा), इंस्पेक्टर इतिहास, वेनु (सजा)
कार्यक्षेत्र: रूपनगर और पूरा ब्रह्माण्ड
कर्म: पापियों का खात्मा और जुर्म का नाश
युद्ध घोष: कोई नहीं लेकिन ‘क्रो संगीत’ बजाने पर ये मुर्दा आपको छोड़ेगा नहीं
ताकत –
- जिंदा मुर्दा – ‘एंथोनी’ एक मुर्दा है और उसे मारा नहीं जा सकता.
- ठंडी आग – ‘नर्क की अग्नि’ जो जलाती नहीं तड़पाती है.
- टेलीपोर्ट – ‘एंथोनी’ की आँखे जहाँ तक देख सकती है वो वहाँ तक ‘टेलीपोर्ट’ हो सकता है
- प्रिंस क्रो – ‘एंथोनी’ जब भी किसी बड़ी मुसीबत में होता है या उसके परिवार पे कोई विपत्ति टूट पड़े तब कई बार ‘प्रिंस’ ने मसीहा बन कर उन्हें बचाया है.
तथ्य –
- एंथोनी सिर्फ रात में ही सक्रिय रहता है और सुबह का उजाला होते ही वो वापस अपने कब्र में लौट जाता है
- एंथोनी पर गोलियों, चाकुओं और ज़हर का असर नहीं होता, लड़ाई के दौरान उसके शरीर पे लगे घाव अपने प्रतिद्वंदी के मरने पर स्वतः ही भर जाते है.
- एंथोनी अपराधियों को मारने के बाद उनके आस पास ‘कौवे’ से आकृति बना देता है जो की इस बात का धोतक है की उसे एंथोनी ने मारा है.
- एंथोनी पानी से डरता है, उसकी मौत पानी में डूबने से ही हुई थी. इसे ‘हाइड्रोफ़ोबिया’ भी कहते है.
- एंथोनी इस दुनिया को विदा करके चला गया था पर पापों को कहाँ रुकना था, उसे वापस आना पड़ा और मरिया के ‘बेटे’ किंग के रूप में उसने फिर से जन्म लिया.
- एंथोनी कई अन्य हीरोज के साथ भी नज़र आ चुका है जैसे डोगा के साथ ‘ठंडी आग’ एवं ‘मर्द और मुर्दा’, शक्ति के साथ ‘अमानुष’ और ‘आधी औरत’, कोहराम (मल्टीस्टारर), भोकाल के साथ ‘काल ओलाम्पक’, तिरंगा के साथ ‘रेड लैटर’, परमाणु के साथ ‘महामुर्दा’, सुपर इंडियन के साथ ‘पलड़ा’ और ‘एक से बढ़कर एक’, गमराज के साथ ‘हाईटेक भूत’, नागराज के साथ ‘नागराज और ड्रेकुला’, ब्रह्माण्ड रक्षकों के साथ (अन्य) और अभी हाल ही में ‘सर्वनायक’ सीरीज में भी.
एंथोनी की जिंदगी बहोत मर्मस्पर्शी रही है, वो एक तरीके से रात में जिंदा होता है पर अपनी ‘बीवी’ जूली से कभी नहीं मिलता, हाँ कई बार वो अपनी बेटी ‘मरिया’ से जरुर मिलता है कुछ पलों के लिए और एक पिता का दर्द उसके ‘बोल-चाल’ में साफ़ देखा जा सकता है. एंथोनी भी कुछ कुछ डोगा जैसा ही है, उसका खुद का कानून है और अपराधियों के लिए वो नर्क का दरवाज़ा हमेशा खुला रखता है.
एंथोनी को बनया श्री ‘तरुण कुमार वाही’ जी ने, चित्रकारी और ‘रंग सज्जा’ की थी ‘मोहन’ जी ने और इसके संपादक थे श्री ‘मनीष गुप्ता’ जी. आर्टिस्ट ‘धीरज वर्मा’ जी ने एंथोनी के कई कवर्स पे काम किया, बाद में ‘दिलीप चौबे’ जी ने भी काम किया और चित्रकार के रूप में हमे ‘डीगवाल’ जी और ‘तौफीक’ जी का आर्टवर्क भी देखने को मिला. ‘एंथोनी’ की कुछ सीरीज अभी भी ‘पेंडिंग’ या कहूँ ‘होल्ड’ पे है जैसे ‘डेड गॉड्स’ एवं ‘पापा फेयरी’ जिसकी पाठकों में भारी मांग है और बहोत से फैन्स इसे हार्ड कॉपी में देखना चाहते है. ये कब तक आयेगी इस पर कोई पुख्ता जानकारी तो नहीं है लेकिन फिर भी पाठकों से अनुरोध है की आप ‘क्रो’ संगीत कभी मत बजाना वर्ना ‘एंथोनी’ आ जायेगा, आभार – पापा फेयरी!