कॉमिक्स इंडिया का सातवां सेट अब प्री आर्डर पर उपलब्ध है (Comics India – Pre Order 7th Set)
कॉमिक्स इंडिया प्री आर्डर (Comics India Pre Order)
नमस्कार दोस्तों, कॉमिक्स इंडिया के छठवें सेट की प्राप्ति पाठकों को हो रही है और तुलसी बिग साइज़ कॉमिक्स एवं मैगनेट स्टीकर्स भी लोगों को बड़े पसंद आ रहें है और इसी के साथ क्रिसमस यानि बड़े दिन के अवसर पर कॉमिक्स इंडिया के सातवें सेट के प्री आर्डर भी शुरू हो चुके है. इस प्री आर्डर की कॉमिकों की जानकारी आपको हमारे पिछले पोस्ट पर मिल जाएगी.
पढ़ें – कॉमिक्स इंडिया अपडेट्स
पाठकों की सुविधा के लिए सातवें सेट की जानकारी नीचे दी जा रही है –
- बाज़ (बिग साइज़)
- योगा (बिग साइज़)
- जम्बू और काला सूरज (नार्मल साइज़)
कुल 3 कॉमिक्स का प्री आर्डर कॉमिक्स इंडिया के वेब पोर्टल में उपलब्ध है. लिंक पर क्लिक करके अपनी कॉमिक्स आज ही बुक कीजिए.
- यहाँ से कॉमिक्स इंडिया प्री आर्डर करें.
- इस सेट का मूल्य 573/- रुपये है.
- इस सेट की शिपिंग फ्री है. (499 रुपये मूल्य से अधिक सभी आर्डर पर)
- कॉमिक्स सेट सामान्य कागज़ और ग्लॉसी कागज़ के प्रारूप में उपलब्ध है और अपने पसंद के अनुसार इन्हें मंगवा सकते है.
- इस सेट से मूल्यों में एक बार फिर बढ़ोतरी की गई है क्योंकि पाठकों का भरपूर प्रेम शायद कॉमिक्स इंडिया परिवार को मिल नहीं रहा है. इन्हें लोगों तक पहुँचाना हम सबकी ज़िम्मेदारी है इसीलिए अपने आस पास के लोगों को कॉमिक्स से जुड़ने और उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित कीजिए.
- इस बार के शिपिंग में देरी की वजह हमने आपको बताई ही थी – “किसान आंदोलन, प्रिंटर की गलत छपाई और कागज़ों के हेर फेर ने” बाधाएं तो जरुर खड़ी की लेकिन कॉमिक्स इंडिया उन्हें पार करते हुए अपने पाठकों से संवाद बना कर रखें हुए थी ताकि कोई गलत फहमी ना हो और डिलीवरी में भी कोई परेशानी ना हो.
- कुछ वित्तीय समस्याएँ भी रही जिनके परिणाम आपको बढ़े हुए मूल्यों के रूप में नज़र आएंगे लेकिन अगर कॉमिक्स प्रशंसकों का साथ बना रहा तो उनकी अन्य मांगे भी आगामी वर्ष में ज़रूर पूर्ण होंगी.
इनके अलावा भी कॉमिक्स के आवरण और कुछ पृष्ठ भी देखने को मिलें जी गुणवत्ता की कसौटी पर खरे उतरते है और देखने में बड़े अच्छे प्रतीत हो रहें है. नीचे पेश है श्री परशुराम शर्मा कृत “बाज़” का आवरण और प्रथम पृष्ठ.
आशा करता हूँ सभी कॉमिक्स के पाठक और प्रशंसक अपना प्रेम और स्नेह ‘तुलसी कॉमिक्स’ के साथ बनाएं रखेंगे और भारी संख्या में कॉमिक्स इंडिया को आर्डर प्रेषित करेंगे एवं जाते जाते बस यही कह सकता हूँ की पुरानी कॉमिकों पढ़ते हुए मन ‘मनोजमय’ हो जाता है, एक अभूतपूर्व आनंद मिलता है जब ‘हवालात में सड़ा दूंगा’ जैसे संवाद सुनने को मिलते है, हैं ना!! आभार – कॉमिक्स बाइट!