द राइट ऑर्डर पब्लिकेशन और चीज़बर्गर कॉमिक्स (The Write Order Publications and Cheeseburger Comics Join Hands)
नमस्कार दोस्तों, चीज़बर्गर कॉमिक्स का नाम पिछले वर्ष काफ़ी चर्चा में रहा जब कोराना-काल में डायमंड कॉमिक्स ने इस बात की घोषणा की वो बहोत जल्द प्रोफेसर अश्वत्थामा को लेकर एक श्रृंखला प्रतुस्त करने वाले हैं, हालाँकि को कोविड-19 चलते प्रोजेक्ट में देरी हुई और पिछले महीने ही चीज़बर्गर कॉमिक्स और डायमंड कॉमिक्स ने इसे मिलकर प्रकाशित किया। इस प्रेस विज्ञप्ति को हमने कॉमिक्स बाइट पर साझा भी किया था जिसे आप नीचे पढ़ सकते हैं।
पढ़ें – डायमंड कॉमिक्स: प्रोफेसर अश्वत्थामा और नए रीप्रिंट्स (Diamond Comics: Professor Ashwatthama And New Reprints)
द राइट ऑर्डर पब्लिकेशन और चीज़बर्गर कॉमिक्स (The Write Order Publications and Cheeseburger Comics Join Hands)
हाल ही में चीज़बर्गर कॉमिक्स के संचालक श्री साहिल एस शर्मा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर सबको चौंका दिया। उन्होंने बताया की प्रोफेसर अश्वत्थामा के प्रकाशन अधिकार कुछ वर्षों के लिए अब प्रतिलिपि कॉमिक्स के पास हैं एवं द राइट आर्डर पब्लिकेशन प्रतिलिपि की एक सहयोगी संस्था हैं जो कॉमिक्स डिवीज़न की व्यवस्था देखती हैं। आप इसे प्रतिलिपि द्वारा पूर्व प्रकाशित कॉमिक्स के पृष्ठ भाग पर देख पाएंगे जहाँ ‘द राइट आर्डर पब्लिकेशन’ को लोगो भी मुद्रित होता हैं। प्रोफेसर अश्वत्थामा को हिंदी एवं अंग्रेजी, दोनों भाषाओँ में प्रकाशित किया जाएगा और भविष्य में इस सुपरहीरो को लेकर उनकी कई योजनाएं भी हैं।
कौन हैं प्रोफेसर अश्वत्थामा? (Who is Professor Ashwatthama?)
प्रोफेसर अश्वत्थामा एक पौराणिक किरदार हैं जिसे साहिल जी ने वर्तमान में थोड़ा ट्विस्ट देते हुए आज के युग के अनुसार ढाला हैं। जिन भी पाठकों ने महाभारत पढ़ी या देखी हैं वह इस पात्र से भलीभांति परिचित होंगे। कॉमिक्स का पहला भाग ओरिजिन हैं जहाँ पाठक इस किरदार से रूबरू होंगे और इसके उत्थान को समझ सकेंगे। कैसे यह अमर पात्र जो कई युगों से एक अपराधी होने का भार ढो रहा था, अब शायद कलियुग में उसे अपनी गलती को सुधारने का एक मौका मिलेगा। कहानी में आपको भारत के ग्रेटेस्ट साइंटिस्ट श्री होमी भाभा से भी मुलाकात करने का मौका मिलेगा एवं कैसे भारत एक परमाणु शक्ति संपन्न देश बना, इस पक्ष पर भी प्रकाश डालती दिखाई पड़ेगी।
किरदार एंटी हीरो बनाया गया हैं लेकिन इसके कार्य पूरे ‘हेरोइक्स’ से भरे पड़ें हैं। इस एक्शन से भरपूर, रहस्यपूर्ण और रोमांचकारी कॉमिक बुक सीरीज़ के लिए सभी पाठक तैयार हो जाइए, जो भारतीय पौराणिक कथाओं के ब्रह्मांडीय सत्य को उजागर करती है और हमारे पुराणों और वेदों की किंवदंतियाँ को भी! यह कॉमिक्स हमें यह बतलाती की हमारे पूर्वज हमसे कितने श्रेष्ठ मनुष्य थें, हैं और हमेशा रहेंगे।
यहाँ मैं बात करूँगा इस कहानी के खलनायक की भी जिसने त्रेता युग में अपने अपराधों और क्रूरता की सभी सीमायें लांघ डाली थीं एवं जिसे रोकने के लिए स्वयं भगवान विष्णु को मनुष्य योनी में अवतार लेकर उसका संहार करना पड़ा था। जी हाँ दोस्तों मैं बात कर रहा हूँ प्रभु श्री राम और घोर अधर्मी रावण की जिसकी कथा हम युगों-युगों से सुनते आ रहें हैं। ‘रामायण’ हमें जीवन-दर्शन के सही मायने बताती हैं और ‘महाभारत’ उस सत्य के पथ पर डटे रहना! चित्रकथा में बेहद रोचक मोड़ देखने को मिलेंगे और कुछ प्रारंभिक समीक्षाओं से यह ज्ञात होता की ‘प्रोफेसर अश्वत्थामा’ पर काफी शोध भी किया गया हैं।
बहरहाल हमारी शुभकामनाएं द राइट आर्डर पब्लिकेशन एवं चीज़बर्गर कॉमिक्स के साथ हैं और हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना भी करते हैं, कॉमिक्स को जल्द ही कुछ बदलावों के साथ बाजार में फिर से प्रस्तुत किया जाएगा जिसकी जानकारी हम पाठकों के साथ हमारे पोर्टल के माध्यम से साझा करेंगे। तो बने रहिये हमारे साथ, आभार – कॉमिक्स बाइट!!