भारतीय कॉमिक्स में “सुपरमैन” का ‘कैमियो’ (Superman’s Cameo Appearances In Indian Comics)
‘सुपरमैन’ (Superman) का पदार्पण वैसे तो विदेशी कॉमिक्स जिसे पाठक ‘डिटेक्टिव कॉमिक्स’ या ‘DC Comics’ के नाम से भी जानते है से हुआ था लेकिन सुपरमैन कई बार भारतीय कॉमिक्स में भी नज़र आया है, लेकिन जो पाठक सुपरमैन के बारे में नहीं जानते पहले उन्हें उसका करैक्टर बायो जरुर पढ़ना चाहिए – सुपरमैन.

सुपरमैन को विश्व का सबसे ताकतवर सुपरहीरो भी कहा जाता है, हालाँकि सुपरमैन विदेशी किरदार है तो भारत में उसने कोई खास ‘क्राइम फाइटिंग’ नहीं की है. उसका कार्यक्षेत्र उसका शहर ‘मेट्रोपोलिस’ है, इसके अलावा वो ‘गोथम’ में भी दिखता है और ‘ब्रम्हांड’ का भी रक्षक है.
सुपरमैन वैसे तो ऑफिशियली ‘लाइसेंस्ड’ रूप में अस्सी के दशक से भारतीय कॉमिक्स पब्लिकेशन के अंतर्गत छप रहा है लेकिन इसके अलावा भी कई अन्य पब्लिकेशन ने मित्रतावत या भूलवश उन्हें अपने कहानियों सुपरमैन को शामिल किया है (तब के ज़माने में और खासकर भारत में कॉपीराइट जैसा कुछ खास नहीं था इसलिए हो सकता है उस वक़्त किसी ने ध्यान ना दिया हो). बाद में कई पब्लिकेशन या तो बंद हो गई या उन्होंने किरदार का नाम बदल दिया जो की स्वागत योग्य है लेकिन विदेशी किरदारों को अपने देशी नायकों के साथ देखने का भी अलग ही मज़ा है. आज की चर्चा भी ‘सुपरमैन’ की उपस्तिथि को लेकर ही लिखी गई है जब वो अचानक ही कॉमिक्स पढ़ते वक़्त उसमें दिखाई पड़ा एवं जानते है वो कौन से पब्लिकेशन थे.
फ़ोर्ट कॉमिक्स (Fort Comics)
फ़ोर्ट कॉमिक्स का एक सुपर हीरो है जंगारू और अपने एक मित्र ‘सपना’ के साथ छुट्टियाँ मानाने वो ‘कनाडा’ पहुँचता है, कनाडा में अपने दिन बिता कर वो वहां से निकलने वाले ही होते ही की होटल के बाहर कुछ बदमाश सड़क पर हमला कर देते है. जंगारू भी उनसे उलझ जाता है और यूँ शुरू होती है कहानी फोर्ट कॉमिक्स के विशेषांक ‘टंकाल शैतान’ की. जंगारू की ‘टंकाल’ से जबर्दस्त टक्कर होती है और अंततः जीत जंगारू की ही होती है. इस कॉमिक्स के आखिरी ‘फ्रेम’ में सुपरमैन जंगारू से मुलाकात करता है और टंकाल का अंत करने के लिए उसे शुभकामनाएँ भी देता है.

दुर्गा कॉमिक्स (Durga Comics)
दुर्गा कॉमिक्स में भी उनका एक प्रसिद्ध किरदार था जिसका नाम था ‘टोरा टोरा’. उसकी पहली कॉमिक्स ‘टोरा टोरा और लाल शैतान’ नामक कॉमिक्स में भी सुपरमैन की उपस्तिथि देखने को मिलती है. टोरा टोरा को आतंकवादियों को नेस्तानाबूद करने के उद्देश्य से एक हथियार के रूप में बनाया गया था और जब भारतीय वैज्ञानिको ने ‘टोरा टोरा’ को बनया तब उसके बल परिक्षण को जांचने के लिये सुपरमैन का उससे मैत्रीपूर्ण टकराव होता है. यहाँ पर आपको बैटमैन भी टोरा टोरा से टकराते मिलेगा और वो बाकायदा उसे चेतावनी भी देता है की जब तक वो सच्चाई की राह पर है बैटमैन उसके साथ है अथवा..!! (बैटमैन हर कहीं बैटमैन ही है चाहे DC Comics हो या दुर्गा कॉमिक्स).

मनोज कॉमिक्स (Manoj Comics)
मनोज कॉमिक्स ने पाठकों के बीच एक खास पहचान बनाई थी, उसके कई किरदार बहोत ही ज्यादा लोकप्रिय थे जिनमें से हवालदार बहादुर, क्रूकबांड और राम-रहीम बेहद प्रसिद्ध थे. मनोज कॉमिक्स की एक जबर्दस्त सीरीज थी जिसका नाम था ‘ड्रेकुला’ और इसी शानदार सीरीज के अंतर्गत प्रकाशित हुई थी मनोज कॉमिक्स यूनिवर्स की ‘माइलस्टोन’ कॉमिक्स जिसका नाम था ‘ड्रेकुला का प्रेतजाल’. राम रहीम ड्रेकुला को हराने के बाद अमेरिका से रवानगी लेते है वहीँ दूसरी ओर ड्रेकुला को ‘जेम्बो’ ग्रह वाले गलती से आज़ाद कर देते है. ड्रेकुला अब बदले की आग में जल रहा है और वो अमेरिका में अपने कुछ योद्धाओं के साथ धावा बोल देता है. उसे वहां राम-रहीम तो नहीं मिलते लेकिन अन्य सुपरहीरोज उसका रास्ता रोक लेते है? कौन है ये –
सुपरमैन / बैटमैन / स्पाइडर-मैन

जी हाँ DC Comics के सुपर हीरोज सुपरमैन और बैटमैन के साथ यहाँ Marvel Comics के महानायक स्पाइडर-मैन भी पाठकों को देखने का मौका मिला. तीनों ने मिलकर ड्रेकुला और उसके टोली के बंदो को ‘छठी का दूध’ याद दिला दिया, ये लड़ाई भी ४-८ पन्नों की है जिसमें हमे सुपरमैन की ताकत और दूसरी शक्तियां भी देखने को मिली जैसे अपनी आँखों से लेज़र किरणों द्वारा ड्रेकुला पर हमला करना और बैटमैन द्वारा घूँसा मार कर ड्रेकुला को चित्त कर देना (बैटमैन हर कहीं बैटमैन ही है चाहे DC Comics हो या मनोज कॉमिक्स) एवं स्पाइडर-मैन द्वारा अपने मकड़ जाल से ड्रेकुला की टोली को जकड़ना. ये एक बेमिसाल कॉमिक्स थी और ‘मल्टीस्टारर’ भी. राम-रहीम के साथ त्रिकालदेव, इंद्र, तूफ़ान, क्रूकबांड और हवालदार बहादुर ने भी ठीक ठाक उपस्तिथि दर्ज की. (पूरी ड्रेकुला सीरीज पर भी विस्तार से चर्चा होगी किसी दिन).


राज कॉमिक्स (Raj Comics)
राज कॉमिक्स में सुपरमैन कई बार दिखा है, ये सफ़र ‘जादूगर शाकूरा’ से लेकर ‘लेवल जीरो’ तक चला है. बाद में राज कॉमिक्स ने इस त्रुटि की सही किया और किरदारों के नाम बदल दिये (कुछ कॉमिक्स में).
नागराज और जादूगर शाकूरा
शाकूरा ग्रह का अमर बौना जादूगर, जिसे वहां का सम्राट बनना था. उसकी धृष्टता को देखकर उसे कैदी बना लिया जाता है लकिन शाकूरा अपनी जादुई शक्तियों से वहां से भाग जाता है और पृथ्वी पर ‘मेट्रोपोलिस’ नामक शहर पर उतरता है. सुपरमैन उसे अपने एक्स रेज से देख लेता है और जादूगर शाकूरा को आज़ाद कर देता है. बातों ही बातों में वो सुपरमैन से पृथ्वी के अन्य सुपर शक्तिशाली नायकों की जानकारी प्राप्त कर लेता है और एक मजेदार लड़ाई के बाद वो शाकूरा द्वारा कैद कर लिया जाता है. इस कॉमिक्स में आप मिलेंगे सुपरमैन के साथ – बैटमैन (बैटमैन हर कहीं बैटमैन ही है चाहे DC Comics हो या राज कॉमिक्स..ना.. नहीं इस बार नहीं, सॉरी शक्तिमान!), स्पाइडर-मैन और हम सबका चहेता नागराज. ये एक बेमिसाल कॉमिक्स थी जिसमे बाद में बदलाव कर किये गये.
नागराज और जादूगर शाकूरा (राज कॉमिक्स)


ग्रहणों (भेड़िया)
चाँद के अंधकारमय हिस्से में छिपा परग्रही ग्रहणों ब्रह्मांड के सुपर रक्षक ‘शिवा’ को अपने चंगुल में फंसा लेता है. ग्रहणों की शक्तियों को एक ‘ब्लैक डायमंड’ के रूप में कैद किया गया था जो अब आज़ाद है और उसे तलाश है अन्य शक्तिशाली प्राणियों की जिन पर काबू कर वो अँधेरे का साम्राज्य फैला सके. उसके इस मायाजाल में कई सुपरहीरो फंस जाते है जैसे – DC Comics के सुपरहीरो ‘स्टारमैन’ और ‘क्रीपर’. ये असलियत में शिवा का ही खेल चल रहा होता है जिसमे अगला नंबर था ‘सुपरमैन’ का. यहाँ पर पाठकों को बेमिसाल ‘एक्शन’ का आनंद मिलता है और ४-५ पन्नों के ‘एक्शन-पैक्ड’ फाइटिंग के बाद ना कोई हरता है और ना ही कोई जीतता है. बाद भेड़िया से भी ग्रहणों की (शिवा) जानदार टक्कर होती है.

डेथ डॉट कॉम (परमाणु)
अपराध जगत की ‘वंडर वुमन’ को किसी भी हाल में अपनी क़ाबलियत का डंका बजवाना है, उसे उसका एक एजेंट ख़बर ला कर देता है की अमेरिका में ‘ह्रूकॉम’ नाम का एक शैतान था जिसे सुपरमैन ने अपनी ‘फ्रीज’ करने वाली फूंक से जमा डाला था. सुपरमैन द्वारा दिए गए एक इंटरव्यू के हिसाब से वो उसके जीवन में आये सैंकड़ो ‘अपराधियों’ में से सबसे ज्यादा खतरनाक था और उसे हराना काफी चुनौतीपूर्ण था. बाद में शैतान ‘ह्रूकॉम’ का टकराव होता है परमाणु के साथ और उसका साथ देती है राज कॉमिक्स की एक मात्र नायिका – ‘शक्ति’. एक अच्छी कॉमिक्स जो सबके पास होनी चाहिये.

लेवल जीरो (नागराज, सुपर कमांडो ध्रुव और फाइटर टोड्स)
लेवल जीरो फाइटर टोड्स का एक कॉमिक्स विशेषांक है, इस कॉमिक्स का पहला भाग ‘गहरी चाल’ है. कॉमिक्स में हालात कुछ ऐसे बनते है की फाइटर टोड्स को ‘नागराज और ध्रुव’ की मदद की जरुरत पड़ जाती है जहाँ उनका सामना होता है ‘चंडिका’ से एवं ‘नागू’ से. नागू जो की महानगर में ‘नागराज’ के रूप में मौजूद है वो ‘टोड्स’ को पहचान नहीं पाता और ग़लतफ़हमी का शिकार होकर उनकी पिटाई लगा देता है, ये पिटाई खास भी है क्योंकि नागू उन्हें कई सुपरहीरोज के रूप में पीटता है जिसमें सुपरमैन, बैटमैन, कृष, शक्तिमान, हल्क और स्पाइडर-मैन के रूप दिखाई पड़ते है और साथ में सम्पूर्ण रूप भी, इसके बाद नागराज और ध्रुव भी है कॉमिक्स में.
राज कॉमिक्स खरीदने के लिये आप – अमेज़न के पोर्टल पर भी जा सकते है.

इसके अलावा भी कुछ कॉमिक्स है जहाँ आपको विदेशी किरदार ‘कैमियो’ करते दिखते है जैसे तिरंगा सीरीज की ‘एनिमोंस्टर’ कॉमिक्स या नागराज और ध्रुव की बेमिसाल सुपर डुपर विशेषांक ‘कलियुग’ कॉमिक्स जिसमें ‘शक्ति’ का भी खास रोल है और एक फ्रेम में ‘थॉर’ भी दिखाई पड़ता है वो भी ‘म्योनिर’ के साथ हालाँकि कॉमिक्स में भी उसका नाम ‘थोर’ बताया गया था और मार्वल कॉमिक्स में भी हथौड़े वाला देवता तो ‘थॉर’ ही है. इसके अलावा भी और कॉमिक्स होंगी क्योंकि ये अथाह समुंदर जैसा है, जितना डूबकी मारोगे उतना अंदर जाओगे, अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी हो तो कमेंट सेक्शन में बताइयेगा, आभार – कॉमिक्स बाइट!!
बोनस: सुपर कमांडो ध्रुव की एक कॉमिक्स का नाम ही सुपरमैन था और किरदार भी उससे काफी मिलता जुलता था. एक बेहद मामूली चोर को ‘सुपरमैन’ जैसी खतरनाक शक्तियाँ प्रदान की जाती है और वो बन जाता है – ‘सुपरमैन‘. सुपर कमांडो ध्रुव की शानदार कॉमिक्स विशेषांक! ये एक्चुअल सुपरमैन नहीं था इसलिए बोनस में इसकी जानकारी दी गई है.

The Death of Superman New Edition

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