मनोज कॉमिक्स का शक्तिमान ?
शम्भू नाथ महतो कॉमिक्स चित्रकार, लेखक व सम्पादक हैं. वे कॉमिक्स थ्योरी के क्रिएटिव हेड व संपादक हैं. इसके अलावा एम् आर पी बुक शॉप के को–फाउंडर भी हैं. इन्होनें ‘सावित्री – मृत्यु ज्ञानम’ नाम से एक पुस्तक भी लिखी है. कॉमिक्स थ्योरी से इनके सम्पादन में घोस्ट्स ऑफ़ इंडिया, चोरी का आरोप और भारतीय कॉमिक्स व पोपुलर प्रिंट के रचनाकारों पर ‘लीजेंड कैलेंडर २०१९’ भी रिलीज़ हुआ है. फ़िलहाल वो “इंडियन कॉमिक्स फण्ड रेसर एंड एक्शन प्लान” के कार्यक्रम में निवेशित है.
शक्तिमान आक्रोश
जी हां मनोज कॉमिक्स में एक शक्तिमान था? अरे घबराइए नहीं आप जैसा सोच रहे हैं वैसा बिल्कुल नही है। ये शक्तिमान सही मायनों में शक्तिमान था इसका नाम था आक्रोश। जी हां मनोज कॉमिक्स से एक कॉमिक्स प्रकाशित हुई थी जिसके बारे में जानकारी कम ही उपलब्ध है वो है शक्तिमान आक्रोश। 64 पेज की इस कॉमिक्स विशेषांक संख्या नंबर #49 की खास बात थी इसका खूबसूरत और अति – आकर्षक कॉमिक्स कवर जिसे देखने के बाद ‘नास्टैल्जिया’ तो उबाल मार- मार कर बाहर निकलने लगता है। कवर में है इस कॉमिक्स की खलनायिका व अद्वितीय सुंदरी जिसे बनाया है दिलीप कदम ने, अन्दर के चित्र है चित्रकार दिलीप कदम व जगताप के, संपादन किया सावन –संदीप ने.
कहानी
कॉमिक्स की कहानी हॉरर और फंतासी का मिश्रण है. चमगादड़ नामक एक रक्तपिपासु शैतान आक्रोश की बहन चांदनी के शरीर पर कब्जा कर लेता है, ये वही शैतान है जिसे 2 वर्ष पूर्व असली आक्रोश* ने ऋषि जामवंत की मदद से बंदी बना दिया था और एक गुफा मे कैद कर दिया था। अब आक्रोश को अपनी बहन को बचाने के लिए चाहिए ड्रैगन रिंग, इधर बल्लूरा ग्रह भी है जहां पर भयंकर षड्यंत्रों का जबरदस्त जाल बिछाया गया है और इस सबके पीछे है एक खतरनाक रहस्यमयी परछाई जिसका नाम है परकाला!
इसलिए आक्रोश को एक तिलिस्म से गुजरकर प्राप्त करनी पड़ती है ड्रैगन रिंग और साथ ही तोड़ने पड़ते हैं भयंकर षड्यंत्रों के जाल। कहानी तो पूरी नही बात सकते पर कॉमिक्स के कवर पर दिखती सुंदरी का नाम बता देते हैं, वो है “तंत्रिका” और ड्रैगन रिंग के तिलिस्म के जनक एवं ड्रैगन रिंग के रक्षक के रूप में भी उसे जाना जाता है. इस तिलिस्म में आक्रोश की टक्कर बहोत से खतरनाक प्राणियों से होती जो वाकई में जबदस्त है.
जैसा कि सभी को पता है आक्रोश है तो स्पेस में विभिन्न ग्रहों के विभिन्न सभ्यताओं की कहानी और वहां फैले कुचक्रों का जाल तो होगा ही और जब ड्रैगन रिंग लेनी है तो आक्रोश तो ले कर रहेगा पर रोचक है इसका कथाक्रम और अंत में आने वाला एक भयंकर ट्विस्ट!
कॉमिक्स बाइट ट्रिविया: इस कॉमिक्स के लेखक हैं तिलक! जिनके खुद के बारे में अब तक सस्पेंस है कि वे कौन थे? कहां हैं? पर चिंता मत कीजिये जल्द ही आपको पता चलेगा लेखक तिलक के बारे में वो भी सिर्फ कॉमिक्स बाइट पर!
मनोज पब्लिकेशन से प्रकाशित – पृथ्वीराज चौहान
कदम बंधु की बनाई ज्यादातर आर्टवर्क सही में क्लासिक होती है और कॉमिक्स पब्लिशर्स उनके साथ काम करने के लिए उत्सुक रहते थे ! मैंने पढ़ा है कि उन्होंने त्रिशूलो (?) कॉमिक्स भी पब्लिश की थी !
जी सही कहा आपने, कदम स्टूडियो की बात ही निराली थी, आज भी है. चाहे राज कॉमिक्स हो, मनोज कॉमिक्स या अमर चित्र कथा.
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