लोटपोट जून 2025 विशेषांक: योग, मित्रता और भारत की विरासत! (Lotpot June 2025 Special Issue: Yoga, Friendship and India’s Heritage!)
मोटू-पतलू ने अपनाया योगगुरु का रूप – क्या आप तैयार हैं हंसते-हंसते योग सीखने के लिए? (Motlu-Patlu as Yoga Gurus? Don’t miss this comic twist on International Yoga Day!)
जून का महीना आते ही सूर्य की तपन के साथ बच्चों की गर्मी की छुट्टियाँ, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी और ज्ञानवर्धक गतिविधियाँ शुरू हो जाती हैं। ऐसे समय में जब शरीर को ऊर्जा और मन को शांति चाहिए, तब बच्चों की प्रिय पत्रिका लोटपोट (Lotpot 2.0) का जून 2025 का विशेषांक एक संपूर्ण अनुभव बनकर सामने आया है। यह अंक न केवल मनोरंजन करता है, बल्कि योग, भारतीय संस्कृति और नैतिक मूल्यों से बच्चों को जोड़ने का अद्भुत कार्य करता है।

कुल 44 पृष्ठों का यह अंक, मात्र 50/- मूल्य में उपलब्ध है और डिजिटल एवं भौतिक दोनों प्रारूपों में पाठकों को सहजता से प्राप्त हो सकता है। इस बार की मुख्य चित्रकथा “मोटू पतलू बने योग बाबा”, पाठकों को योग के रोमांचक सफर पर ले जाती है। मोटू-पतलू न केवल हास्य का पिटारा खोलते हैं, बल्कि योगासन के फायदे भी बताते हैं और खास बात यह कि ये दोनों भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के साथ योग कर चुके हैं, जो इस चित्रकथा को और भी गौरवपूर्ण बनाता है।

संपादकीय लेख, इस बार योग और आधुनिक जीवन में उसकी उपयोगिता पर केंद्रित है। इसमें प्रधानमंत्री द्वारा योग दिवस 2025 की नई थीम को साझा किया गया है, जो युवाओं और बच्चों को शरीर व मन की समरसता के महत्व को समझने में सहायता करता है। लेख में बताया गया है कि कैसे छोटे-छोटे आसन, जैसे ताड़ासन, भुजंगासन और अनुलोम-विलोम, न केवल मानसिक थकान को दूर करते हैं बल्कि एकाग्रता और ऊर्जा भी बढ़ाते हैं।

इस अंक में प्रकाशित “आपरेशन सिंदूर” पर आधारित दो वीरांगनाओं – “कर्नल सोफिया कुरैशी और कैप्टन व्योमिका सिंह”, पर विशेष आलेख हर पाठक को देशभक्ति और नारी शक्ति का गौरव दिखाता है। ये प्रेरक कहानियाँ बच्चों को साहस, नेतृत्व और अनुशासन जैसे मूल्यों से परिचित कराती हैं।
“भारत की धरोहर – ऐरावतेश्वर मंदिर” पर एक दिलचस्प लेख इस अंक का सांस्कृतिक पक्ष उजागर करता है। प्राचीन भारतीय स्थापत्य कला की यह धरोहर पाठकों को हमारे गौरवशाली इतिहास से परिचित कराती है। इस लेख के माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि कैसे भारत की विरासत आज भी हमारी चेतना का हिस्सा है।

सच्ची दोस्ती, शेर का सच्चा दोस्त, किसान की समझदारी, और जंगल की बुद्धिमान कहानियाँ जैसे लघुकथाएँ बच्चों में नैतिक मूल्यों जैसे ईमानदारी, समझदारी और विश्वास की भावना विकसित करती हैं। साथ ही, मनोरंजन और शिक्षा का समन्वय लोटपोट की विशेषता रही है, और यह अंक भी उसी परंपरा का निर्वाह करता है।
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मुंबई में आयोजित पहली “वेव्स समिट” में लोटपोट की सक्रिय सहभागिता और वहां प्रस्तुत की गई “दिल्ली के दिल में” विशेष कॉमिक्स इस अंक को और भी उल्लेखनीय बनाती है। लोटपोट केवल पत्रिका नहीं, अब एक कल्चर मूवमेंट बन चुकी है – जो देश भर के बच्चों को मनोरंजन के साथ प्रबुद्ध भी करती है।

“जून में कहाँ घूमने जाएँ” जैसा उपयोगी लेख इस मौसम में बच्चों के साथ यात्रा की योजना बनाने वालों के लिए सहायक है, तो वहीं “सकारात्मक खबरें” और “मानसिक कसरतें” बच्चों के सामान्य ज्ञान और सोचने की शक्ति को भी बढ़ावा देती हैं। इस अंक में प्रकाशित पहेलियाँ और क्विज़ बच्चों को रोचक ढंग से क्रिएटिव थिंकिंग सिखाती हैं। हमारे बचपन की मुस्कानों के सूत्रधार श्री ‘पी.के. बजाज’ जी को सादर नमन, जिनकी कल्पना, संवेदना और समर्पण से लोटपोट कॉमिक्स एक युगान्तर बन गई। चाचा चौधरी, मोटू पतलू, शेख़चिल्ली, चेलाराम और जांबाज़ देवा जैसे कई यादगार किरदारों ने हमारी दुनिया को हंसी, रोमांच और सच्चे आनंद से भर दिया।

निष्कर्ष में, लोटपोट जून 2025 केवल एक कॉमिक नहीं – बल्कि भारत की सांस्कृतिक, नैतिक और मानसिक विरासत का जीवंत दस्तावेज़ है, जो हर पाठक को हंसाता है, सिखाता है और जीवन जीने का एक सुंदर तरीका भी दिखाता है। क्या आपने इसे पढ़ा? यदि नहीं, तो यह समय है कि आप इस अद्वितीय अंक को अपने संग्रह में शामिल करें! इस अंक आज ही अपने हॉकर, पुस्तक विक्रेता या फिर सीधे लोटपोट से खरीदें। पाठक इसे बिलकुल मुफ्त मे लोटपोट के वेबसाइट पर जाकर पढ़ सकते है और इसकी पेपरबैक कॉपी सीधे लोटपोट के सोशल मीडिया हैंडल पर संपर्क करके मंगवाए जा सकते है। अमेजन पर भी लोटपोट 2.0 के कई पूर्व प्रकाशित अंक उपलब्ध है। आप मोबाइल नंबर: 9711684082 पर सीधे कनेक्ट करके भी इसे आर्डर कर सकते है। आभार – कॉमिक्स बाइट!!

Lotpot Kids Hindi Book January 2025
