ली फॉक बर्थ एनिवर्सरी और सुपरहीरो डे !! (Lee Falk Birth Anniversary And Superhero Day)
नमस्कार दोस्तों, क्या आप जानते है दुनिया को उसका पहला काल्पनिक सुपरहीरो देने वाले महान कॉमिक बुक आर्टिस्ट ली फॉक की (Lee Falk) आज बर्थ एनिवर्सरी यानि की जयंती है। उनके 110’वें जन्मदिन के अवसर पर आज हम ली फॉक के बारे में थोड़ी सी चर्चा करेंगे और उनके अतुलनीय योगदान को याद करेंगे। यकीनन दुनिया को फैंटम, मैनड्रैक जैसे जबरदस्त किरदार देने वाले आर्टिस्ट ली फॉक ने अपना पूरा जीवन इन्हीं रंगबिरंगे कहानियों एवं किरदारों के सृजन में ही बिता दिया और अपने द्वारा किए गए कार्य से उन्होंने दुनिया भर के पाठकों को अमूल्य बचपन प्रदान किया।
उनका पूरा नाम ल्योंन हैरिसन ग्रौस था! लेकिन उनके पिता की असमय मृत्यु के बाद उनके माता ने दूसरी शादी की जिससे उनका उपनाम ‘फॉक’ पड़ा। ल्योंन को बचपन से ली नाम से बुलाया जाता था इसलिए कॉलेज के बाद उन्होंने अपना नाम ली फॉक रख लिया। उन्होंने ना सिर्फ अमर किरदार फैंटम और मैनड्रैक की रचना की अपितु वह एक कॉमिक बुक क्रिएटिव के आलवा लेखक, कार्टूनिस्ट और रंगमंच के नाटकों के निर्माता-निर्देशक भी थें।
एक दौर ऐसा भी आया जब ली फॉक कृत कार्टून स्ट्रिप्स को 1 करोड़ से भी ज्यादा लोग अख़बार के माध्यम से रोज पढ़ा करते थे।”
ली फॉक को बचपन से ही चित्रकारी का काफी शौक था जिसे उन्होंने एक जादूगर किरदार के रूप में निखारा और दुनिया को मिला “मैनड्रैक द मैजिशियन”। किंग फीचर सिंडिकेट के साथ मिलकर उन्होंने कई दशकों तक विश्व भर के कॉमिक बुक पाठकों इन किरदारों की विस्मयकारी कहानियों से परिचित करवाया जिसका रूपांतरण भी प्रकाशकों ने अपने अनुरूप किया। भारत से लेकर विश्व के किसी भी कोने में आपको फैंटम की कॉमिक्स तो जरुर देखने को मिल जाएगी और इसके वितरण के सारे अधिकार किंग फीचर सिंडिकेट के पास सुरक्षित हैं। वैसे भी भारत से उनका खास नाता था जिसे आप हमारे पुराने आलेख में पढ़ सकते हैं।
आज ‘सुपरहीरो डे’ के अवसर पर लोग सुपरमैन, बैटमैन, आयरन-मैन, स्पाइडर-मैन को याद करके खुशियाँ मना रहें है। इसे एक बड़ा संयोग ही कहा जाएगा की आज ही के दिन मार्वल कॉमिक्स के एक कर्मचारी ने इस दिन की घोषणा की थी और आज ही के दिन यानि की 28 अप्रैल को ली फॉक अपना जन्मदिन मानते हैं। ली फॉक जैसे महान कॉमिक बुक आर्टिस्ट को हमारा ह्रदय से नमन।
वैसे भी कई सुपरहीरो हमारे आपके बीच बिना कोई लबादा धारण किए, बिना किसी अलौकिक ताकत के, बिना थके, बिना रुके, अपने तन, मन, धन और समस्त सुविधाओं का त्याग कर एक दूसरे की मदद कर रहें है ताकि हम सभी इस महामारी को हरा सकें और क्यों नहीं हम जरुर जीतेंगे एवं हमारे बहन/भाइयों के बलिदान को बिलकुल व्यर्थ नहीं जाने देंगे जिन्होंने अपने निस्वार्थ सेवा की लाखों करोड़ों लोगों को प्राणदान दिया है, आभार – कॉमिक्स बाइट!!