जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें – सुपर कमांडो ध्रुव
“सोच रही हूँ क्या लिखूं? अब कैप्शन तो जन्मदिन की बधाई का है, पर मैं बौना वामन तो हूँ नहीं की रबर का ‘चिंपैंजी’ ध्रुव को गिफ्ट कर दूँ और अपनी बधाइयाँ प्रेषित करूँ, बेकार में केक भी ख़राब हो सकता है(जानने के लिए पढ़े खूनी खिलौने)! घर पर श्वेता ने जरुर आर्डर कर रखा होगा, अपने भाई को बहोत प्यार करती है ये, पर ध्रुव केक तभी काटेगा जब उसके पापा यानि कमिश्नर ‘राजन मेहरा’ ड्यूटी से लौट कर आयेंगे और जब खुद ध्रुव बाहर घूम रहा है ताकि राजनगर और उसमें रहने वाले बाशिंदे जिनमें हम जैसे लोग भी आते है जो सुरक्षित रह सके, तो ‘केक कटिंग’ में फ़िलहाल समय है, लेकिन जन्मदिन में एक ‘डे ऑफ’ तो बनता है ना, बताओ काम करने की भी हद है!
जाना तो मैं भी चाहती हूँ उसके पास, ताकि उसे गले लगा के जन्मदिन की बधाइयाँ दें सकूँ पर वहां वो नताशा भी होगी, हो सकता है ध्रुव मुझे देख कर संकोच में पड़ जाये, हाँ ये ठीक नहीं होगा क्योंकि बिल्ली रास्ता काट जाये तो लोग रास्ता बदल देते है, क्या पता वो लोग केक भी ना काटें, बेहतर होगा एक बार फिर मै तकनीक का सहारा लूँ और अपने प्यारे ध्रुव को जन्मदिन का एक बेहतरीन संदेश ईमेल कर देती हूँ जो खास राजनगर के कैप्टेन के लिए होगा, मैंने पहले भी ऐसा किया है तो दोबारा करने में कोई हर्ज़ नहीं!”
अब तक आप समझ ही गए होंगे की मैं कौन हूँ, अगर नहीं तो फिर आप ‘पोगो’ देखिये क्योंकि इतने हिंट के बाद तो अमिताभ बच्चन भी तीन लाख बीस हज़ार का चेक थमा देते है KBC में. अच्छा एक और मौका देती हूँ, मैं ग्रैंड मास्टर रोबो की कट्टर दुश्मन हूँ, मैंने सुप्रीमा का किला फ़तेह किया है, रोबो की जुर्म की नगरी को कोयला खदान में दबा डाला, जब भी ध्रुव को जरुरत पड़ी तो मैंने उसकी रक्षा की, बर्को बॉस के चमचे ‘मंटो’ को पीटा, नागराज तक से भी टक्कर ले ली. अब बस, अगर अभी भी नहीं समझ आया तो पहले दूरदर्शन में व्योमकेश बक्शी, करमचंद और समय मिले तो शर्लाक होल्म्स भी देख लें क्योंकि ‘बम गोला गिराने मै हूँ आई कहते है मुझको………………!!!!!!’.
खैर आप लोगो को काफी ज्ञान बाँट दिया है, अब समय है मेरे हीरो ‘ध्रुव’ को संदेश भेजने का.
डियर ध्रुव, तुम्हारें पर्सनल ईमेल पे इस एन्क्रिप्टेड मेसेज को भेजने के पीछे मेरा बस एक ही उद्देश्य है की तुम अपने विलक्षण दिमाग का इस्तेमाल करों और इस पहेली को सुलझाओ, न न मैं क्विज मास्टर टीटो नहीं हूँ, तुम्हारी बस एक अदनी से फैन हूँ, तो अपना दिमाग लड़ाओ और इस संदेश को पढो.
तुम्हारी….
पहेली चित्र के रूप में है!
“बैकग्राउंड में सुनसान रास्ता है, रस्ते के किनारे एक खंडहर नज़र आ रहा है, वहां एक काली बिल्ली बैठी है और उसकी निगाहें सामने रास्ते पर है, रस्ते के दूसरी तरफ एक पेड़ है, उसके नीचे एक पीतल की घंटी चमचमा रही है”
इस चित्र से हिंदी का एक प्रचलित मुहावरा बनता है और वो इस संदेश को खोलने का पासवर्ड है!
भाई ध्रुव तो समझदार निकला, उसे पासवर्ड डालने में कुछ सेकंड्स ही लगे, पर क्या आप वो पासवर्ड ढूंढ पाए, कमेंट सेक्शन में सही जवाब दीजिये उसके बाद ही उस मेसेज को आप सभी को बताया जाएगा. तो इंतज़ार किस बात का, आपके जवाब की प्रतीक्षा रहेगी!
कॉमिक्स बाइट: बहरहाल कॉमिक्स जगत के इस चमकते सितारे की बारे में जो लिखो कम ही पड़ेगा, सुपर कमांडो कोई यूँ ही नहीं बन जाता, आग में तपा कर जैसे लोहा बनाया जाता है ठीक वैसे ही अपराध को मिटा कर एक सभ्य समाज का निर्माण किया जाता है. ध्रुव ने अक्सर अपने चित्रकथाओं के माध्यम से पाठकों को संदेश दिए है और आज भी ध्रुव के जनक श्री अनुपम सिन्हा जी ने भी अपने खास अंदाज़ में हमारे प्यारे सुपर हीरो को बधाई दे दी है, आप भी अपने संदेश आज कैप्टेन को प्रेषित कीजिये उसके लिए कैप्टेन के फेसबुक पेज से जुड़िये (सुपर कमांडो ध्रुव बाय अनुपम सिन्हा). पेश है उनके द्वारा बनया गया जन्मदिन स्पेशल आर्टवर्क जो कोरोनावायरस के उपर है और उसमे ध्रुव का एक संदेश भी की “सोशल डिस्टेन्सिंग” का ध्यान रखें सभी, अब विदा मित्रों क्योंकि केक तो मुझे भी खाना है!
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें कैप्टेन ध्रुव!
आपके मनोरंजन के लिए ‘प्रतिशोध के ज्वाला’, आर सी मोशन पिक्चर्स के सौजन्य से.
Mera all time favourite hero super commando Dhruv ko janamdin ki hardik shubhkamnaye ?
Thanks Akul Bhai
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