ग्राफ़िक नॉवेल समीक्षा: बुद्ध – एन एंलाइटेंड लाइफ (कैंपफायर) – (Graphic Novel Review – Buddha: An Enlightened Life – Campfire Graphic Novels)
अनादि अभिलाष (Anadi Abhilash) जी का ताल्लुक ‘कोयला नगरी’ धनबाद, झारखंड के एक मध्यमवर्गीय परिवार से हैं । हालांकि इनकी प्रारंभिक शिक्षा, हाई स्कूल और +2 की शिक्षा झारखंड के ही सिमडेगा, जमशेदपुर और रांची से हुई । राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर से बी.टेक की डिग्री प्राप्त की और मुंबई में कार्यरत हैं । काॅलेज के दिनों से ही राष्ट्रीय स्तर पर नाटक, नुक्कड़ करते आए हैं और मुंबई में विहंगम थियेटर ग्रुप से जुड़े हुए हैं । स्वरदीपिका नाम से इनकी एक प्राॅडक्शन वेंचर भी कार्यशील है । बचपन के दिनों से ही काॅमिक्स में विशेष रूचि है और भारतीय काॅमिक्स इंड्रस्टी के उत्थान के लिए कुछ कर गुजरना चाहते हैं और प्रयासरत भी हैं । इनका मानना है कि अगर आप और हम मिलकर संकल्प लें तो भारतीय काॅमिक्स इंड्रस्टी बुलंदियों को छू सकती है ।
ग्राफ़िक नॉवेल समीक्षा: बुद्ध – एन एंलाइटेंड लाइफ (कैंपफायर) – (Graphic Novel Review – Buddha: An Enlightened Life – Campfire Graphic Novels)
भारत में आज ग्राफिक नाॅवेल के क्षेत्र में आज कोई प्रकाशक सबसे बढ़िया काम कर रही तो वो है कैंपफायर । क्लासिक्स, इतिहास और धर्म से जुड़ी कई बेहतरीन ग्राफिक नाॅवेल बड़े ही वाजिब दाम में कैंपफायर ने दी है । आज हम चर्चा करेंगे कैंपफायर की ग्राफिक नाॅवेल ‘बुद्ध’ की ।
कहानी (Story)
‘बुद्ध – एन एंलाइटेंड लाइफ‘ गौतम बुद्ध की जीवन गाथा पर आधारित ग्राफिक नाॅवेल है । कपिलवस्तु के राजकुमार सिद्धार्थ बाल्यावस्था से ही काफी भावुक और दयालु थे । युवावस्था तक आते आते उनके मन में कई प्रश्न उमड़ने लगे – आखिर मनुष्य कष्ट क्यों झेलता है , रोग ग्रसित क्यों होता है, बुढ़ापा और मृत्यु क्यों है ? वैवाहिक जीवन में बंधने के बाद भी ये प्रश्न पीछा नहीं छोड़ती है । अंत में राज पाट त्याग कर सिद्धार्थ निकल पड़ते हैं सत्य की तलाश में और परम ज्ञान की प्राप्ति के बाद कहलाते हैं – गौतमबुद्ध ।
कहानी निम्नलिखित भागों में विभाजित है :
- 0.प्रेल्यूड – वन्स अपोन अ टाइम
- 1.प्रिंस सिद्धार्थ
- 2.दी लोंग रोड टू एनलाइटमेंट
- 3.बर्थ ऑफ दी संघा
- 4.रिटर्निंग होम
- 5.रेबेलियन
- 6.फाईनल निर्वाना
टीम (Team)
लेखक किरन मूर जी ने कहानी के एक एक दृश्य को बेहद खूबसूरती से लिखा है, ग्राफिक्स कहानी को जीवंत कर देती है और कहीं न कहीं पाठक ये महसूस करते हैं कि बुद्ध कितने महान थे । कहानी अंग्रेजी भाषा में लिखी गई है । अवार्ड विनिंग आर्टिस्ट श्री राजेश नागुलाकोंडा के चित्र हैं और रंगसज्जा है श्री प्रदीप शेरावत की । शब्दांकन पर काम किया है भावनाथ चौधरी जी ने और संपादक हैं सौरव दत्ता जी ।
संक्षिप्त विवरण
प्रकाशक : कैंपफायर
पेज : 148
पेपर : ग्लॉसी
मूल्य : 450/- और 16.99$
काॅंबो पैक की मूल्य : 999/-
कहां से खरीदें : CAMPFIRE GRAPHIC NOVELS
निष्कर्ष : महान गौतम बुद्ध को जानने और समझने का ये एक बेहतरीन माध्यम है । कैंपफायर की ये ग्राफिक नाॅवेल हर किसी के पास होनी चाहिए । बुद्ध की जीवनी और आदर्शों को काफी अच्छे तरीके से बतलाया गया है और कहीं न कहीं पाठक को इस चीज का लाभ भी मिलेगा । आप इसे सिंगल भी मंगा सकते हैं या फिर कैंपफायर के साइट से काॅंबो पैक मंगा सकते हैं । राय तो यही दूंगा कि काॅंबो पैक मंगाए क्योंकि अच्छे डिस्काउंट में उपलब्ध है और काॅंबो पैक में बढ़िया ग्राफिक नाॅवेल का संग्रह है ।