कॉमिक्स थ्योरी – पल्प-गल्प टॉक शो (Comix Theory – Pulp-Gulp Talk Show)
नमस्कार मित्रों, नव वर्ष का हार्दिक अभिनंदन. मैं आज लेकर उपस्थित हूँ कॉमिक्स थ्योरी द्वारा आयोजित “पल्प-गल्प टॉक शो” का तीसरा एपिसोड जो हाल ही में 30 दिसम्बर 2020 को एक ऑनलाइन इवेंट के रूप में आयोजित हुआ था. इस टॉक शो का मंतव्य सिर्फ एक ही है की कॉमिक्स को अन्य वर्गों से कैसे जोड़ा जाए और इसके उत्थान के लिए कौन से प्रयास जरुरी है. इसी कड़ी में जो विचार विमर्श हुए उसे नाम दिया गया – “कॉमिक्स, बॉलीवुड और सुपरहीरोज.”
तीसरे एपिसोड के मुख्य अतिथि थे बॉलीवुड में बतौर अभिनेता और निर्माता कार्य कर रहें श्री ‘अभिषेक निश्चल‘ जी और इस कार्यक्रम के सूत्रधार रहें श्री शंभूनाथ महतो एवं श्री मैनाक बनर्जी, श्री अनादि अभिलाष ने समन्वयक की भूमिका निभाई. अभिषेक निश्चल जी ने हाल ही में डिज्नी हॉटस्टार पर ‘फियर ऑफ़ गॉड’ नामक शॉर्ट फिल्म की है जिसमें अभिनय करने का साथ साथ वो उसके निर्माता भी है.
कॉमिक्स, बॉलीवुड और सुपरहीरोज
करीब करीब डेढ़ घंटे लंबे चले इस विचार-विमर्श में कई बातों पर चर्चा की गई और 50 से अधिक लोगों ने यहाँ पर अपनी उपस्तिथि दर्ज की. इस दौरान अभिषेक जी से कई सवाल पूछे गए और उन्होंने संचालकों के साथ साथ दर्शकों के भी सभी सवालों के जवाब दिए. भारत में कॉमिक्स के नायक और बॉलीवुड के फिल्मों के नायक की समानता तो सबको दिखती है पर उसका अनुकूलन नज़र नहीं आता? विदेशी फिल्मों का भारत के बाजारों में लोकप्रियकरण और उनके सुपरहीरो द्वारा किए गए कारनामे देखने भीड़ का उमड़ना उनकी सफलता की कहानी कहता है? क्यूँ सफल फिल्मों की कॉमिक्स बाज़ारों में आ जाती है पर कॉमिक के हीरो फिल्मों में नज़र नहीं आते? ऐसे ही कई बिन्दुओं पर श्री अभिषेक निश्चल जी प्रकाश डालते नज़र आएं.
द चेंज
अभी हाल ही में याली ड्रीम क्रिएशन्स के ग्राफ़िक नॉवेल ‘रक्षक‘ पर बॉलीवुड के निर्माता श्री संजय गुप्ता जी द्वारा फिल्म की घोषणा करना, राज कॉमिक्स की कई वर्षों पहले घोषित फिल्म – ‘डोगा‘ का अभी तक बड़े पर्दे पर ना आना. सुपरहीरो के नाम पर क्रिश, सुपर सिंह, फ्लाईंग जट और द्रोणा जैसे फिल्मों का आना जो भारतीय कॉमिक्स इंडस्ट्री से कोसों दूर नज़र आतें है.
द मिसिंग ब्रिज
भारतीय कॉमिक्स इंडस्ट्री और भारत के सिनेमा जगत के बीच की खाई को क्यूँ अभी तक पाटने का कार्य नहीं हुआ जबकि जैसा की अभिषेक जी कहते है – “सुपर कमांडो ध्रुव” ये नाम आज से 15-20 साल पहले भारत के बच्चें बच्चें की जुबान पर था. उसकी फिल्मों को ज्यादा स्पेशल इफेक्ट्स की जरुरत भी नहीं पर शायद दोनों इंडस्ट्री के बीच किसी ‘ब्रिज’ (पुल) का ना होना इन्हें अभी तक लोगों की पहुँच से दूर किए हुए है.
सवाल-जवाब
ऐसे कई रोचक सवाल जवाब के दौर के बाद अभिषेक जी ने सभी का शुक्रिया अदा किया और कॉमिक्स थ्योरी को धन्यवाद भी की उन्होंने अपने मंच पर एक ऐसे विषय पर बात की जिसकी कुछ खास चर्चा नहीं होती. हाँ हाल ही में जब यह खबर मीडिया में आई थी तो एक माहौल जरुर बना था की रणवीर सिंह ‘नागराज‘ की भूमिका में नज़र आ सकते है पर उसके बाद कुछ और सुनाई नहीं पड़ा.
‘चाचा चौधरी‘ और ‘शक्तिमान‘ कॉमिक्स से लेकर एनीमेशन और टीवी तक में नज़र आ चुके है लेकिन बड़े पर्दे पर उनकी कल्पना अभी सिर्फ एक घोषणा मात्र है. कॉमिक्स जगत को जरुरत है एकता की और पब्लिक प्लेटफार्म पर इन तथ्यों को पेश करने की ताकि लोग भी इन विषय पर स्वस्थ चर्चा करें और इंडस्ट्री के बड़े लोगों का इसे सानिध्य प्राप्त हो. आप पूरी चर्चा का लुत्फ़ नीचे दिए गए वीडियो लिंक पर जाकर ले सकते है.
कॉमिक्स और बॉलीवुड के बारें में अभिषेक जी से सुनना वाकई में बड़ा शानदार रहा और हम आशावान है की भविष्य में इन दोनों इंडस्ट्री को साथ मिलकर जरुर कार्य करना चाहिए और इस बात की पहल हो भी चुकी है, आभार – कॉमिक्स बाइट!!