कॉमिक्स समीक्षा: जुरा – फेनिल कॉमिक्स (Comics Review – Zura – Fenil Comics)
अनादि अभिलाष (Anadi Abhilash) जी का ताल्लुक ‘कोयला नगरी’ धनबाद, झारखंड के एक मध्यमवर्गीय परिवार से हैं । हालांकि इनकी प्रारंभिक शिक्षा, हाई स्कूल और +2 की शिक्षा झारखंड के ही सिमडेगा, जमशेदपुर और रांची से हुई । राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर से बी.टेक की डिग्री प्राप्त की और मुंबई में कार्यरत हैं । काॅलेज के दिनों से ही राष्ट्रीय स्तर पर नाटक, नुक्कड़ करते आए हैं और मुंबई में विहंगम थियेटर ग्रुप से जुड़े हुए हैं । स्वरदीपिका नाम से इनकी एक प्राॅडक्शन वेंचर भी कार्यशील है । बचपन के दिनों से ही काॅमिक्स में विशेष रूचि है और भारतीय काॅमिक्स इंड्रस्टी के उत्थान के लिए कुछ कर गुजरना चाहते हैं और प्रयासरत भी हैं । इनका मानना है कि अगर आप और हम मिलकर संकल्प लें तो भारतीय काॅमिक्स इंड्रस्टी बुलंदियों को छू सकती है ।
जुरा – फेनिल कॉमिक्स ( ‘Zura – Fenil Comics’ Review By Anadi Abhilash)
आज बात होगी ‘फेनिल काॅमिक्स‘ की वन शाॅट ग्राफिक नाॅवेल जुरा की । “जुरा” स्पेश फिक्शन पर आधारित ग्राफिक नाॅवेल है और कहीं न कहीं काफ़ी दिनों बाद भारतीय काॅमिक्स जगत में स्पेश फिक्शन सुपरहीरो देखने को मिला है । अगर अपनी यादों को ताजा करें तो के नब्बें के दौर में “कैप्टन व्योम“, अस्सी के दशक में चित्र भारती कथामाला से ‘स्पेस स्टार‘ और सबसे पहले सत्तर के दशक में डायमंड कॉमिक्स के पात्र “फौलादी सिंह” नजर आए थे ।
अब बात करते हैं जुरा की, रेड सेंचुरियन अल्फा -2145 ग्रह का निवासी जुरा अपने ग्रह में दो प्रजातियों के बीच चल रही जंग के परिणामस्वरूप पृथ्वी पर आता है । ‘जुरा’ अब यहां एक सुपरहीरो है और साथ ही इसरो (ISRO) से खास ताल्लुक भी रखते हैं । अब आगे क्या हुआ, कैसे हुआ – ये सब जानने के लिए आपको काॅमिक्स पढ़नी पड़ेगी ।
टीम (Team)
कहानी लिखी है श्री किरीटी रामभटला ने जो इससे पहले ‘तस्करा’ और ‘द एन्लाइटेन्ड’ जैसे ग्राफ़िक नॉवेल लिख चुके है । काॅमिक्स के कवर आर्ट को श्री मनोज राजपूत जी ने बनाया है और रंगसज्जा की है श्री नवल थानावाला ने । अंदरुनी पेजों में आर्टवर्क श्री मोहित आर्या की और रंगसज्जा श्री सागर घंडशी की है । कैलीग्राफी पर काम किया है श्री संदिप गुप्ता ने ।
जुरा के आर्ट की एक खास बात ये है कि आपको वाटर कलर आर्ट जैसा फ्लेवर नजर आएगा । काॅमिक्स हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषा में उपलब्ध है । अंग्रेजी में कुल 3 कवर में उपलब्ध हैं जिसमें की एक हार्ड कवर अंतरराष्ट्रीय एडिशन है ।
संक्षिप्त विवरण
प्रकाशक : फेनिल काॅमिक्स
पेज : 48
मूल्य : पेपरबैक 250/-, हार्डकवर 495/-
कहाँ से खरीदें: फेनिल कॉमिक्स
निष्कर्ष: कहानी बढ़िया है और उम्मीद करते हैं कि शुरूआत जैसी हुई है वैसे आगे भी जुरा की अच्छी कहानियां हम पाठकों को पढ़ने को मिलेंगी ।
आज के खंड में बस इतना ही, आपसे फिर मिलेंगे किसी अन्य कॉमिक्स/बुक के रिव्यु के साथ, आभार!!
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