कॉमिक्स समीक्षा: सर्पसत्र – नागराज और तौसी (राज काॅमिक्स बाय मनोज गुप्ता) – (Comics Review – Sarpsatra – Nagraj Aur Tausi – Raj Comics By Manoj Gupta)
नागद्वीप से अपने सपनों में लगातार दिखने वाले मंदिरों की तलाश में निकल पड़ता है नागराज और इस खोज में उसे टकराना पड़ता है अपराध जगत के कई धुरंधरों से एवं साथ ही अपने परिवार के सबसे दुष्ट रिश्तेदार ‘नागपाशा’ से। अभूतपूर्व ‘खजाना’ श्रृंखला के बाद नींव पड़ी विश्वरक्षक नागराज के आधार की जो वर्षों तक कायम रही जब तक वह ड्रैगन किंग से ना टकरा गया। मानवता का रक्षक विश्वरक्षक नागराज इस दुष्कर पथ पर महानगर के माफिया सरगनाओं से लेकर देवता तक से टकराता दिखा और अपने जान की परवाह किए बिना इंसानों का संरक्षक बना रहा। अब एक बार फिर कई वर्षों के अंतराल के बाद उसकी वापसी हुई है और इस बार उसका टकराव है पाताल लोक के इच्छाधारी सर्प तौसी से!!
सर्पसत्र – नागराज और तौसी (राज काॅमिक्स बाय मनोज गुप्ता) – (Sarpsatra – Nagraj Aur Tausi – Raj Comics By Manoj Gupta)
“नागराज और तौसी” के अभूतपूर्व टकराव को भला कौन नहीं पढ़ना चाहेगा, वह भी जब भारत के प्रसिद्ध कॉमिक बुक आर्टिस्ट श्री अनुपम सिन्हा जी द्वारा इसे गढ़ा जा रहा है। “विश्वरक्षक नागराज” को करीब 8 वर्ष से उपर बीत चुके हैं जब पाठकों ने उसे आधिकारिक रूप से पढ़ा था, उसके बाद एक बार फिर उसे नई कहानी के साथ प्रकाशित किया जा रहा है और इस बार नागराज के साथ है नागलोक का युवराज ‘तौसी’। दोनों ही बेजोड़ किरदार हैं और उनके भयानक टकराव का नतीजा है – “सर्पसत्र” जिसे लेकर आएं हैं राज कॉमिक्स बाय मनोज गुप्ता।
कहानी (Story)
नागद्वीप पर कालदूत की आने वाले प्रलय को रोकने की चेष्टा कर रहें हैं वहीँ महानगर में एक रहस्यमयी महिला के के पीछे दो मुहं वाला अनोखा नाग ‘सर्पट’ लग जाता हैं जिससे भिड़ने नागराज को मैदान में उतरना पड़ता है। दूसरी ओर दादा वेदाचार्य भारती और नागू नाग को एक महीने पहले का वृतांत बताते हैं जहाँ नागराज और ‘गरला’ नामक नागिन आपस में ‘अप्सरा’ के लिए युद्ध करते हैं और महानगर की जनता को इस कारणवश नुक्सान उठाना पड़ता है। मनुष्यों को इस युद्ध से हुए तकलीफ के कारण मामला अभी कोर्ट में है और इसी दौरान कई दूसरे सर्प महानगर में अन्य अपराधिक गतिविधियों लिप्त पाए जातें है जिसकी खोजबीन जारी है एवं गरला से हुए युद्ध के बाद ‘विश्वरक्षक नागराज’ भी हताहत है। कहानी में कई किरदार हैं जो आपको चौंका देंगे और ‘तौसी’ का अप्सरा के लिए आगाध प्रेम बन जाएगा भूलोक में इंसानों का दुश्मन एवं इस घर्षण का परिणाम होगा – “सर्पसत्र“।
टीम (Team)
इस कॉमिक्स के लेखक और चित्रकार है श्री अनुपम सिन्हा जी और संपादन है श्री मनोज गुप्ता जी का। स्यहिकार हैं श्री जगदीश कुमार जी, रंग-सज्जा की है श्री भक्त रंजन जी ने, सुलेख हैं श्री नितिश शर्मा जी द्वारा और इसमें विशेष सहयोग किया हैं प्रबंध संपादक श्रीमती मीनू गुप्ता जी एवं स्टूडियो हेड श्री आयुष गुप्ता जी ने। आवरण पर कार्य किया है अनुपम जी ने और श्री प्रदीप सेहरावत जी ने।
संक्षिप्त विवरण (Details)
प्रकाशक : राज कॉमिक्स बाय मनोज गुप्ता (पिनव्हील पब्लिकेशन)
पेज : 48
पेपर : मैट ग्लॉसी
मूल्य : 199/-
भाषा : हिंदी
कहां से खरीदें : हैलो बुक माइन और अमेज़न
निष्कर्ष (Conclusion)
नागराज और तौसी, यह दो नाम ही काफी हैं किसी भी कॉमिक्स को ब्लॉकबस्टर बनाने के लिए और उस पर अगर श्री अनुपम सिन्हा जी का नाम भी जुड़ जाए तो सोने पे सुहागा वाली कहावत सिद्ध होती हैं। आर्टवर्क बेहतरीन है लेकिन कहानी को समझने में थोड़ा वक्त लगता है, कुछ पृष्ठ पलटने के बाद आप पूरी तरह से चित्रकथा में खो जाते है और फिर इसके अगले पड़ाव सर्वद्वंद का इंतज़ार करते है। नागराज, तौसी या अनुपम जी के प्रशंसकों के लिए यह एक शानदार अनुभव हैं, आभार – कॉमिक्स बाइट!!
Bankelal Origin Set | Raj Comics by Manoj Gupta | Set of 8 Comics