कॉमिक्स बाइट ट्रिविया: कोरोना की होगी हार, पहले भी चला स्पाइडर-मैन का वार
नमस्कार मित्रों, आप सोच रहे होंगे की ये कैसा अजीब सा ‘कैप्शन’ है, लेकिन ये मेरे लिए बिलकुल भी अजीब नहीं क्योंकि स्पाइडर-मैन ने 90 के दशक में “कोरोना” को मात दी थी और उस कॉमिक्स का नाम था “द स्पेक्टाकुलर स्पाइडर-मैन #176 और #177” जो 1 मई 1991 में मार्वल कॉमिक्स ने प्रकाशित की थी. (कवर साभार: पीएनजीइमेज)
“ज्ञात हो की ‘कोरोना’ या ‘कोविड-19’ एक तरह का वायरस है जो पूरी दुनिया में महामारी बन के फैला हुआ है और लगभग 20 लाख लोगो को ये वायरस संक्रमित भी कर चुका है, करीब 1.5 लाख लोग इससे काल के गाल में समा गए और अभी भी ये मानवता पे खतरा बन कर मंडरा रहा है (साभार: वर्ल्डॅ-ओ-मीटर), वैज्ञनिक और अन्य देशों की सरकारें इस के “ईलाज” पर काम कर सही है, पर हम आप भी इस बीमारी से लड़ सकते है, कृपया घर पे रहे, प्रशासन और सरकार की बात माने, इसके ‘चेन’ को तोड़ना बेहद जरुरी है, कोरोना वायरस इस सदी की सबसे बड़ी मुसीबत के रूप में बढ़ रहा है, आईये हम सब लोग मिलकर इसका अंत करें और महामारी एवं इसके विनाश को बढ़ने से रोकें, मेरी और आप सब की प्रार्थनायें पूरे विश्व के साथ है.”
स्पाइडर-मैन वैसे तो अपराधियों और खूंखार हत्यारों से लड़ता भिड़ता है एवं उन्हें बाकायदा जेल की सैर पर भी भेजता है पर ‘द स्पेक्टाकुलर स्पाइडर-मैन #176 और #177’ में उसका सामना एक ऐसी लड़की से हुआ जिसने एक तरीके से न्यूयॉर्क वासीयों को किसी बेहद खतरनाक वायरस के चुंगल में फंसा दिया एवं ‘मेरी जेन वाटसन’ भी उस वायरस से ग्रसित थी.
उस लड़की(विलेन) का नाम था “कोरोना” और वो उसके भाई के द्वारा रचे गए षड़यंत्र के कारण खुद उस वायरस से पीड़ित थी, पूरे शहर को “सोहो ज्वर” ने जकड़ लिया था और अब स्पाइडर-मैन के कंधो पर सभी को उपचार(एंटीडोट) पहुचानें और सभी को ठीक करने की जिम्मेदारी भी आन पड़ी, क्या ‘स्पाइडर-मैन’ ये कर पायेगा, ये जानने के लिए तो आपको कॉमिक्स ही पढ़नी पड़ेगी पर पोस्ट का कैप्शन पढ़कर आप समझ ही गए होंगे की इस जंग का परिणाम क्या रहा होगा, ठीक वैसे ही हम लोग भी ‘कोरोना’ के खिलाफ इस जंग को जरुर जीतेंगे, आभार – कॉमिक्स बाइट!
Pingback: Comics Byte Trivia: "कोरोना" और मार्वल एटर्नल्स - Comics Byte