कॉमिक्स बाइट फैक्ट्स: भूतमहल मनोज चित्र कथा (Bhootmahal – Manoj Chitra Katha)
नमस्कार मित्रों, आज का फैक्ट है ‘मनोज चित्र कथा’ (Manoj Chitra Katha) से, क्या आपको पता है की “राम-रहीम” की पहली कॉमिक्स का नाम क्या है? और इसके कितने आवरण बाज़ारों में उपलब्ध थे और उन्हें किन कॉमिक बुक आर्टिस्टों ने बनाया था, आज बात होगी कॉमिक्स के ऐसे ही कुछ अनछुए पहलुओं पर.
फैक्ट
“डबल सीक्रेट एजेंट 001/2 राम-रहीम“ की पहली कॉमिक्स का नाम था ‘भूतमहल‘. वैसे तो राम-रहीम पेशे से जासूस थे जैसा की उनके नाम के आगे लगी पदवी ‘डबल सीक्रेट एजेंट’ से भी मालूम जान पड़ता है पर अपने पहले ही कारनामें में उन्हें सामना करना पड़ा एक पागल डॉक्टर का जिसका नाम था ‘डॉक्टर शैतान‘. उसने अपने प्रयोग द्वारा बनाया एक ऐसा हैवान जिसने राम-रहीम के शहर में तबाही मचा दी. इस कॉमिक्स में राम-रहीम का टकराव भी इसी हैवान से दिखाया गया है.
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कॉमिक बुक आर्टिस्ट
इस कॉमिक्स को कई बार पुनर्मुद्रित किया गया और इस कॉमिक्स के आवरण पर कई कॉमिक बुक आर्टिस्टों ने काम भी किया. अगर आपको लगता है भारत में ‘वैरिएंट कवर‘ का संस्कृति अभी-अभी आई है तो इस बात को अवश्य जान लें की ये कार्य मनोज कॉमिक्स कई दशकों पहले से करती आ रही है. लेकिन यहाँ पर एक बड़ा अंतर ये है की आदर्श तौर पर ‘वैरिएंट कवर’ एक ही तिथि पर प्रकाशित किए गए कॉमिक्स के अलग अलग आवरणों को कहते है वहीँ ‘मनोज चित्र कथा’ या ‘मनोज कॉमिक्स’ ने इसे अलग अलग संस्करणों और पुनःमुद्रण में जाने वाली कॉमिकों के लिए इस्तेमाल किया था.
‘भूतमहल‘ के आवरण पर उस दौर के महान कॉमिक बुक आर्टिस्टों ने चित्रांकन किया था –
भूतमहल – पहला संस्करण – सी एम विटंकर जी
भूतमहल (मनोज चित्रकथा डाइजेस्ट) – जगदीश पंकज जी
भूतमहल (रीप्रिंट) – विजय कदम जी (कदम स्टूडियोज़)
नीचे पेश है ‘भूतमहल’ कॉमिक्स का पहला आवरण और इसका मूल्य था 3 रुपये, इसे बनाया था सी एम विटंकर जी ने और इसके आर्टवर्क का आंकलन मैं तो नहीं कर सकता. इतना बेमिसाल और जीवंत चित्रांकन कॉमिक्स जगत में बहुत कम ही देखने को मिलता है.
भूतमहल के नाम पर भी दो मानव कंकाल खोपड़ी इसे डरावना भी बना देती है. हम कॉमिक बुक आर्टिस्टों पर और भी चर्चा करेंगे, लेकिन अब समय हो चला ड्रैकुला सीरीज के पहले कॉमिक्स रिव्यु का जिसका नाम अब तक आप लोगों को पता चल ही गया होगा? अगर नहीं तो इस लेख का शीर्षक एक बार और पढ़ लीजिए क्योंकि अगले लेख पर बात होगी राम-रहीम के पहले कॉमिक्स और ड्रैकुला के उदय पर, आभार – कॉमिक्स बाइट!!
Indra And Vritra Paperback – अमर चित्र कथा
सबसे पहले राम रहीम भूत महल और ड्रैकुला बालक उपन्यास फॉर्मेट में मनोज पॉकेट बुक्स में पब्लिश हुई थी इसमें लेखक का नाम रायजादा दिया गया है ।
ज्ञानवर्धन करने के लिए हार्दिक धन्यवाद पंकज जी, ये अनोखी बात बताई आपने!
thanks for reply sir, अगर आप चाहे तो में आपको इस उपन्यास के फोटो whatsapp कर सकता हूँ क्योकि ये मेरे collection में है ।
आपके सहयोग के लिए हार्दिक धन्यवाद पंकज जी, पर अभी इसकी जरुरत नहीं है. कभी जानकारी की जरुरत पड़ी तो आपका ईमेल हमारे पास सुरक्षित है.
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