चाचा चौधरी और बैंक डकैती कॉमिक बुक समीक्षा – डायमंड टून्स (Chacha Chaudhary and the Bank Robbery Comic Book Review – Diamond Toons)
चाचा चौधरी और बैंक रॉबरी: जब चाचा जी, साबू और रॉकेट ने हाईटेक आतंकवादियों को धूल चटाई। (Chacha Chaudhary and the Bank Robbery: When Chacha Ji, Sabu and Rocket defeat hi-tech terrorists.)
चाचा चौधरी, साबू और रॉकेट का नाम सुनते ही बचपन की यादें ताजा हो जाती हैं। लेकिन इस बार कहानी कुछ अलग है। अब यह केवल हल्की-फुल्की हास्य कॉमिक्स नहीं, बल्कि इसमें आपको हाई-ऑक्टेन एक्शन और थ्रिल का तड़का मिलेगा। “चाचा चौधरी और बैंक रॉबरी“ (Chacha Chaudhary and Bank Robbery) नामक इस कॉमिक्स में चाचा चौधरी और साबू का मुकाबला एक हाईटेक आतंकवादी गैंग से होता है, जिसका नेतृत्व करती है आई टी प्रोफेशनल “मोनिका”, एक चालाक और खतरनाक विलेन जो आधुनिक रोबोटिक तकनीकों से लैस है। यह कॉमिक्स डायमंड टून्स द्वारा प्रकाशित की गई है और इसकी कीमत 100/- रूपये है। 46 पृष्ठों की यह एक्शन कॉमिक्स आपको अंत तक बांधकर रखती है। कॉमिक्स का आवरण और आर्टवर्क बनाया है आर्टिस्ट अर्जित दत्ता चौधरी जी ने।
कहानी (Story)
कहानी की शुरुआत एक बैंक लूट से होती है। लूट को अंजाम देने वाली कोई साधारण गैंग नहीं, बल्कि एक हाईटेक गैंग है, जो रोबोटिक सूट्स में सुसज्जित है। इस गैंग की लीडर मोनिका अपने गुर्गों के साथ बैंक पर हमला करती है। उनके हथियार इतने घातक होते हैं कि पुलिस, हेलीकॉप्टर और सुरक्षा बल भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाते। बैंक के कुछ बहादुर कर्मचारियों द्वारा पुलिस को सूचना देने के बावजूद, गैंग चोरी करने में कामयाब रहती है और ‘मनोको’ आइलैंड की ओर भाग निकलती है। पुलिस की इमरजेंसी बैठक बुलाई जाती है, और इंटेलिजेंस रिपोर्ट में खुलासा होता है कि यह गैंग आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त है। इस खबर के बाद सरकार चाचा चौधरी और साबू से मदद मांगती है। चाचा चौधरी अपने विश्लेषण और योजना के लिए जाने जाते हैं और साबू की ताकत किसी भी चुनौती को ध्वस्त करने के लिए काफी है। पर क्या वो इस चुनौती से निपट पाएंगे?
कहानी का सबसे रोमांचक मोड़ तब आता है, जब चाचा चौधरी और साबू अपनी “झूठी मौत” की अफवाह फैला देते हैं। इसके बाद, भारत में राष्ट्रीय शोक घोषित हो जाता है, और आतंकवादी खुद को विजेता मानने लगते हैं। लेकिन असल खेल तब शुरू होता है, जब चाचा चौधरी और साबू अपने ‘डबल एजेंट’ अवतार में दुश्मनों पर कहर बरपाते हैं। चाचा चौधरी और साबू भारतीय वैज्ञानिकों के साथ मिलकर एक विशेष योजना बनाते हैं। दोनों हाई-टेक सूट पहनकर मनोको आइलैंड की ओर रवाना होते हैं। उनके साथ रॉकेट (चाचा जी का वफादार कुत्ता) भी जाता है। योजना के तहत, चाचा और साबू इस आइलैंड पर मोनिका की गैंग में शामिल हो जाते हैं और अंदरूनी जानकारी हासिल करने का प्रयास करते हैं।
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कहानी के क्लाइमेक्स में, चाचा चौधरी और साबू का सामना मोनिका के शक्तिशाली रोबोट्स से होता है। इस लड़ाई में चाचा जी का दिमाग और साबू की ताकत एक साथ काम करते हैं। भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा विकसित विशेष हथियारों और तकनीकों का इस्तेमाल करके चाचा चौधरी मोनिका के रोबोट्स की कमियों का फायदा उठाते हैं। साबू अपने वॉरक्राई “जय बजरंगबली” के साथ, मोनिका के सारे रोबोट्स का सफाया कर देता है। चाचा चौधरी के कंप्यूटर जैसे तेज दिमाग के सामने मोनिका की चालें नाकाम हो जाती हैं। मोनिका का न्यूक्लियर वेपन से दुनिया को अपने कब्जे में करने का सपना चकनाचूर हो जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
‘चाचा चौधरी और बैंक रॉबरी’ एक सामान्य कहानी नहीं, बल्कि एक फुल ऑन एक्शन-पैक्ड कॉमिक्स है। जो लोग सोचते थे कि चाचा चौधरी केवल दिमाग से लड़ाई जीतते हैं, उन्हें यह कॉमिक्स जरूर पढ़नी चाहिए। इसमें चाचा जी का नया अवतार देखने को मिलता है, जिसमें वे हाईटेक आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई लड़ते हैं। साथ में साबू का जबरदस्त एक्शन और रॉकेट की स्पेशल एबिलिटी इस कॉमिक्स को और भी शानदार बनाता है। अगर आपको चाचा चौधरी और साबू की नई कहानियां पसंद हैं और एक्शन-थ्रिलर का तड़का चाहिए, तो “चाचा चौधरी और बैंक रॉबरी” जरूर पढ़ें। आभार – कॉमिक्स बाइट!!
Best of Chacha Chaudhary Comics in Hindi : Set of 4 Comics Pran