बावन में रामायण बाय अनुपम सिन्हा (Bawan Mein Ramayan By Anupam Sinha)
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर भारतीय महाकाव्य रामायण पर आधारित एक महत्वपूर्ण परियोजना का अनावरण भारतीय कॉमिक बुक लीजेंड श्री अनुपम सिन्हा द्वारा किया गया। इसे “बावन में रामायण” कहा जाएगा! (A significant project based on the Indian epic Ramayan was unveiled by Indian Comic Book Maestro Mr. Anupam Sinha on the occasion of Ram Mandir Pran Pratistha. Its going to be called as “Bawan Mein Ramayan”!)
जय श्री राम मित्रों, आज मन में बड़ा हर्ष है, देश में चारों तरफ उल्लास है, भक्ति, प्रेम और स्नेह की गंगा जैसे गली-कूंचों से होते हुए अयोध्या, उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ चली है। आज राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी और उसके बाद सभी सनातनियों को उनका खोया मंदिर मिलेगा जिसकी प्रतीक्षा लगभग 550 वर्षों के ज्यादा समय से चली आ रही थी। आक्रांताओं के ढेरों प्रयासों, विधर्मियों की अनवरत कोशिशों के बाद भी धर्म की ध्वजा आज गर्व से अयोध्या में लहरा रही है। सभी अपने इष्ट और अराध्य के दर्शन के लिए व्याकुल दिखाई पड़ते हैं और जैसा बन पड़े वैसा ही आदर-सत्कार करने का प्रयास कर रहे है। यहाँ कोई जाति का पक्षपात या अमीर-गरीब का भेद नहीं है और यही तो रामायण एवं रामराज्य की कल्पना भी है, जहाँ हंसी-खुशी एवं आपसी सौहाद्र का वातावरण हो। भारतीय कॉमिक बुक लीजेंड श्री अनुपम सिन्हा जी भी राम की भक्ति और सेवा में लीन दिखाई दिए और उन्होंने इस खास उत्सव को राम, रामायण, कॉमिक बुक प्रेमियों और उनके प्रशंसकों के लिए विशेष बना दिया। हालाँकि इस उपहार के लिए सभी को थोड़ी प्रतीक्षा करनी होगी एवं उनके इस प्रोजेक्ट का नाम है – “बावन में रामायण” (Bawan Mein Ramayan)।
लेकिन क्या है बावन में रामायण? (What is Bawan Mein Ramayana?)
‘बावन के रामायण’ के बारे में जानते है स्वयं अनुपम जी के द्वारा जिसे उन्होंने कुछ दिनों पहले मकर संक्रांति के दिन अपने सोशल मीडिया पोस्ट में साझा किया था और उसमे अनुपम जी कहते हैं –
मित्रों, आप सभी को उत्तरायण मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं। सूर्य भगवान उत्तरायण में प्रवेश कर गए हैं। शुभ दिनों का आरंभ हो गया है। इस अवसर का लाभ उठाते हुए मैं आपके साथ वह विचार साझा कर रहा हूं जो प्रभु राम की प्रेरणा से मेरे मन में उपजा है। प्रभु की प्रेरणा से मन में विचार आया है कि यह पूरा वर्ष राममय किया जाए। विचार है कि आज से जो 52 सप्ताह आरंभ होंगे, उसमें हर सप्ताह में राम कथा का, क्रमवार रूप से, एक-एक चित्र बनाकर साझा किया जाए। इन चित्रों को रंगीन बनाया जाएगा। यानि जो चित्र आप देख रहे हैं, इसमें रंगों का भरना शेष है। परंतु वे रंगीन चित्र आगे के सप्ताहों में साझा किए जा सकेंगे, क्योंकि उसमें समय लगेगा। इस प्रकार 52 चित्रों में रामकथा पूर्ण की जाएगी। और अगर सभी अवसर अनुकूल रहे, तो अगले वर्ष इन 52 चित्रों की एक पुस्तक प्रकाशित की जाएगी, जिसका नाम होगा ‘बावन में रामायण’। यह सारे चित्र , श्वेत श्याम और रंगीन, हर सप्ताह आपके साथ साझा होते रहेंगे। आप सबका साथ और ईश्वर का आशीर्वाद साथ रहना चाहिए, बाकी सब स्वतः सुगम होता जाएगा। यह आज का चित्र ‘ बावन में रामायण ‘ का पहला चित्र है। इस चित्र का एक संक्षिप्त विवरण भी साथ है।
मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सो दसरथ अजिर बिहारी।। जय श्री राम।।
अनुपम जी के प्रशंसकों को ज्ञात है की उन्हें चित्रकारी के साथ-साथ लिखने का भी लगाव है और अक्सर वो अपने लेख, कविता एवं चित्रों के सुंदर व्याख्या से सभी का मन मोह लेते है। वर्ष 2024 तो अब ‘राममय’ हो चुका है लेकिन पूरे साल इस रामभक्ति में कोई कमी नहीं आएगी एवं जैसा अनुपम जी ने बताया है की 52 हफ़्तों में बावन चित्रों एवं लेखों के माध्यम से वो इसे पूर्ण करेंगे। इसके भौतिक छपाई में एक साल का समय है लेकिन अनुपम जी के सोशल मीडिया हैंडल्स पर आप इस प्रोजेक्ट के वीडियो, चित्र और अन्य जानकारियाँ देख सकते है और साथ बने रहने के लिए उन्हें फॉलो भी कर सकते है।
अनुपम सिन्हा जी के फेसबुक पेज का लिंक: Anupam Sinha
अक्सर वो तीज, पर्व और त्योहारों पर अपनी कला से सभी को शुभकामनाएं प्रेषित करते रहते है और राम नवमी पर उन्होंने ‘प्रभु श्री राम’ का बहुत ही प्यारा सा स्केच बना कर अपने फैन्स को काफी प्रसन्न कर दिया था। पेश है इस परमप्रेम की एक झलक –
अनुपम जी की इस घोषणा ने पाठकों में उत्साह का तेज़ भर दिया है और अब बस इसके संपूर्ण होने की प्रतीक्षा रहेगी। आप प्रभु के आगमन की कैसी तैयारयाँ कर रहे है? हमसे अपने विचार जरुर साझा करें, खुश रहें, निरोगी रहें एवं परिवार के सदस्यों एवं मित्रों के साथ कल इस महापर्व का आनंद लें, आभार – जय श्री राम!!
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