आर्टिस्ट कॉर्नर: दिग्गज आबिद सुरती को जन्मदिन की शुभकामनाएं। (Artist Corner: Happy Birthday Legendary Abid Surti.)
भारत के लोकप्रिय कार्टून चरित्रों के निर्माता से लेकर अकेले जल संरक्षण की मुहिम तक – आबिद सूरती का 90 वर्षों का सफर रचनात्मकता और जिम्मेदारी की मिसाल है। (Abid Surti at 90: The Man Who Painted, Wrote and Saved Water.)

5 मई 2025 को आबिद सूरती (Abid Surti) अपना 90वां जन्मदिन मना रहे हैं। 1935 में गुजरात के राजुला में जन्मे सूरती जी ने कला, साहित्य और समाज सेवा के क्षेत्र में जो योगदान दिया है, वह अनमोल है। आबिद सुरती जी जे. जे. स्कूल ऑफ आर्ट से स्नातक हैं और उन्होंने कथा साहित्य, व्यंग्य, नाटक और बच्चों के साहित्य सहित विभिन्न विधाओं में 80 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं, वे एक प्रसिद्ध लेखक, व्यंग्यकार, चित्रकार, कार्टूनिस्ट और पर्यावरण प्रेमी हैं, जिनका काम कई पीढ़ियों को प्रेरित करता रहा है। 1958 में, उन्होंने नैनीताल में अपनी पहली एकल जलरंग चित्रकला प्रदर्शनी आयोजित की, जिसके बाद उन्होंने भारत और विदेशों में 15 से अधिक एकल प्रदर्शनियाँ कीं। उनके प्रसिद्ध कहानी संग्रह ‘तीसरी आंख’ को 1993 में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनकी लेखनी में हास्य और समाजिक चेतना का अद्भुत मेल देखने को मिलता है।

भारतीय कॉमिक्स की दुनिया के नायक (Hero of the Indian Comics World)
सूरती जी ने ‘धब्बूजी’ जैसे लोकप्रिय कॉमिक कैरेक्टर को जन्म दिया, जो धर्मयुग साप्ताहिक में तीन दशकों से अधिक समय तक प्रकाशित होता रहा। धब्बूजी अपने मजेदार संवादों और सामाजिक व्यंग्य के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने भारत के पहले कॉमिक सुपरहीरो ‘बहादुर‘ (Bahadur) को भी सह-निर्मित किया, जिसे इंद्रजाल कॉमिक्स में प्रकाशित किया गया। बहादुर की कहानियों ने देशभर के पाठकों को रोमांच और साहस से भरी दुनिया से परिचित कराया।

उन्होंने इंस्पेक्टर आज़ाद को भी बनाया जिसपर कॉमिक्स कलाजगत के मार्गदर्शक श्री प्रताप मुल्लिक जी अपना चित्रांकन किया करते थे। इंस्पेक्टर आज़ाद की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई थी कि प्रसिद्ध फिल्म निर्माता राज कपूर ने इस चरित्र पर आधारित एक फिल्म बनाने की योजना बनाई थी। इसके अलावा, उन्होंने फिल्म और टेलीविजन के लिए पटकथाएँ भी लिखी हैं और राज कपूर तथा राज खोसला जैसे प्रसिद्ध निर्देशकों के साथ काम किया है एवं हिंदी और गुजराती समाचार पत्रों और पत्रिकाओं के लिए 40 से अधिक वर्षों तक लेखन किया है। वे गुजराती वार्षिक पत्रिका ‘दयारो’ के संपादक भी रहे हैं। उन्होंने कई अन्य हास्य और सामाजिक पात्र भी गढ़े, जो विभिन्न अखबारों और पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए, जैसे – बाबा ब्लैकशिप, रंगरेज और डॉ. चीकटोपिया, इन पात्रों के माध्यम से उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर करारा व्यंग्य किया।

Curtsy: Chitrakatha (Facebook)
एक अकेले पर्यावरण सैनिक: ड्रॉप डेड फाउंडेशन (A Lone Environmental Soldier: Drop Dead Foundation)
2007 में, 72 वर्ष की उम्र में, सूरती जी ने ‘ड्रॉप डेड फाउंडेशन’ की स्थापना की, एक ऐसा अनूठा अभियान जो पानी की बर्बादी रोकने के लिए शुरू हुआ। हर रविवार वे एक प्लंबर और स्वयंसेवक के साथ मुंबई के मीरा रोड इलाके में घर-घर जाकर टपकते नलों की मरम्मत निःशुल्क करते हैं। उनका मानना है: “एक बूंद बची, तो भविष्य बचा।” अब तक उनके प्रयासों से 1 करोड़ लीटर से अधिक पानी बचाया जा चुका है।

सूरती जी को अब तक कई पुरस्कारों और सम्मानों से नवाजा गया है, जिनमें प्रमुख हैं:
- राष्ट्रीय पुरस्कार (तीसरी आंख के लिए)
- गुजरात गौरव पुरस्कार
- हिंदी साहित्य संस्था सम्मान
वे फिल्म राइटर्स एसोसिएशन, मुंबई प्रेस क्लब, और सेंसर बोर्ड जैसे संगठनों से भी जुड़े रहे हैं।
कला, कलम और कर्म का संगम (A Confluence of Art, Pen and Action)

90 वर्ष की उम्र में भी आबिद सूरती एक ऐसे व्यक्तित्व हैं जो यह साबित करते हैं कि सच्ची प्रेरणा उम्र की मोहताज नहीं होती। उनके द्वारा बनाए गए कॉमिक्स, लिखी गई कहानियाँ, और बचाई गई पानी की हर बूंद हमें यह सिखाती है कि एक व्यक्ति भी बड़े बदलाव की शुरुआत कर सकता है। ‘स्याही से क्रांति और बूंद-बूंद से बदलाव’, आबिद सूरती की विरासत समय के साथ और भी चमक रही है। हमारे भारतीय कॉमिक्स जगत के सच्चे नायक की कॉमिक्स बाइट और समस्त कॉमिक्स जगत की ओर से हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं, आपके आशीर्वाद के हम सदैव अभिलाषी रहेंगे। आभार – कॉमिक्स बाइट!!
पढ़े: Artist Corner ‘Birthday Special’: Artist Chandu
21 Shreshtha Kahaniyan Abid Surti (Hindi)

लेजेंडरी आर्टिस्ट आबिद सुरती जी हार्दिक हार्दिक जन्मदिन की शुभकामनाएं ! एक पूरी जेनेरेशन होगी जो इनके कायल ना होंगे ! बहुत सारा प्यार और अच्छी सेहत की दुआओं के साथ !