टिंकल मैगज़ीन और हाथी मेरे साथी फिल्म (Tinkle Magazine And Haathi Mere Sathi Movie)
नमस्कार मित्रों, हाल ही में यानि दिनांक 2 अप्रैल 2021 को एक फिल्म प्रदर्शित हुई है जिसका नाम है ‘हाथी मेरे साथी’। इस फिल्म के मुख्य कलाकार है श्री राणा डग्गुबाती जी और सहायक किरदारों में नज़र आए है श्री पुलकित सम्राट, श्रिया पिलगांवकर जी एवं जोया हुसैन जी। जैसा की आप नाम पढ़कर ही समझ सकते है की कहानी जंगल और हाथियों के इर्द गिर्द घूमती है एवं पर्यावरण और वन्य जीव जंतुओं के संरक्षण की बात करती है। इसे 3 भाषाओँ में प्रदर्शित किया गया है जिसमें से दो प्रादेशिक है (तमिल, तेलगू) और तीसरी हिंदी है।
राणा डग्गुबाती जी इस फिल्म में “बनदेव” (Bandev) के किरदार में दिखेंगे जो बुरे लोगों से जंगल की सुरक्षा करता है और हाथियों को संरक्षित करने का प्रण भी। इस नाम से पहले भी एक हिंदी फीचर फिल्म बन चुकी है जिसमें सुपरस्टार राजेश खन्ना जी ने अभिनय किया था। दर्शकों से फिल्म को अच्छी समीक्षा मिल रही है और आईऍमडीबी (IMDB) जैसे वेबसाइट में इसे 7.4 की रेटिंग दी गई है जिसे काफी अच्छा ही माना जाएगा।
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टिंकल ‘कॉमिक्स या बाल पत्रिका’ का इस फिल्म से सीधा संबंध है और आप इसे प्रेरणा स्त्रोत तो कह ही सकते है। कॉमिक्स जगत से जुड़े लोग जानते है की राणा डग्गुबाती जी अमर चित्र कथा स्टूडियो से जुड़े हुए है और अकसर वो कॉमिक्स से जुड़े आयोजनों में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाते रहते है। टिंकल पत्रिका में भी ‘लिटिल बनदेव’ (Little Bandev) करके पिछले वर्ष एक चित्रकथा प्रकाशित हुई है और ‘हाथी मेरे साथी’ फिल्म के किरदार ‘बनदेव’ को आप उसका ही ज्येष्ठ रूप कह सकते है।
‘लिटिल बनदेव’ को हाथियों और जंगल का रखवाला कह सकते है। जब भी हाथियों या जंगल पर कोई मुसीबत टूटती है तो लिटिल बनदेव अपने समझदारीपूर्ण निर्णयों से उन्हें इन चक्करों से बाहर निकालता है और इनमें उसके हाथियों का रखवाला बनने से पहले की कहानी आपको पढ़ने को मिलेगी। आप इसे टिंकल के डिजिटल लाइब्रेरी में जाकर पढ़ सकते है।
फन फैक्ट
बनदेव अपनी एकल चित्रकथा के साथ टिंकल पत्रिका के दुसरे स्थापित किरदार ‘शिकारी शम्भू’ और ‘कालिया’ के साथ क्रॉसओवर कहानियों में भी दिख चुका है और उस पात्र का चरित्र चित्रण श्री राणा डग्गुबाती जी से ही मिलता जुलता है।”
भारतीय कॉमिक्स जगत के पाठक अक्सर ये शिकायत करते हैं की अपनी चित्रकथाओं को फिल्म के रूप में हम का देख पाएंगे!! मेरी सभी से यही गुज़ारिश है की आप लोग टिंकल पत्रिका तो पढ़ें ही और साथ ही ‘हाथी मेरे साथी’ फिल्म को भी उचित सम्मान दें। आखिरकार हमें खालिस भारतीय किरदार को चित्रकथा से निकल कर सीधे बड़े पर्दे पर देखने का सौभाग्य तो मिल ही रहा है, आभार – कॉमिक्स बाइट!!