सदाबहार शानदार 28 साल – हैप्पी बर्थडे भोकाल
मित्रों आज बात करेंगे राज कॉमिक्स के ऐसे किरदार की जिसने पाठको का २८ साल से भरपूर मनोरंजन किया, माननीय संजय गुप्ता जी के दिमाग की उपज, कदम स्टूडियोज के आर्टवर्क से सजा, महागुरु के आशीर्वाद से फलीभूत, पुरातन काल का महाबली, मित्रों के लिए शीश कटाने वाला, अपने कर्मो के लिए प्राणों की आहुति देने वाला, जिसने महारावण जैसे पापी का सर्वनाश किया, जिसकी मदद को स्वयं हनुमानजी आये और उसका पग पग में साथ दिया वो और कोई नहीं बल्कि उस सदी का महानतम महायोद्धा, तंत्र और तलवार का धनी – “भोकाल” कहलाया.
इस जानकारी को साझा किया मेरे बड़े ही काबिल मित्र श्री मुकेश गुप्ता जी ने, मेरी मुलाकात इनसे फेसबुक के कॉमिक्स ग्रुप्स में हुयी और कुछ ही दिनों में मुझे ये ज्ञात हो गया की वो भोकाल के बहोत बड़े प्रसंशक है, ऐसी कई बातें और कॉमिक्स की जानकारी जो आज के समय में प्राप्त करना मुश्किल है उन्हें वो मुंह ज़बानी याद है, राज कॉमिक्स के सफलता का श्रेय ऐसे ही काबिल प्रसंशको को जाता है, बहरहाल बात हो रही थी भोकाल की और आज से करीब 28 साल पहले ही भोकाल की पहली कॉमिक्स खौफनाक खेल प्रकाशित हुयी थी, नीचे संग्लन चित्र पे उसपे अंकित प्रकाशन की तिथि 20 मार्च बताई गयी है, और मुकेश जी के अनुसार वो वर्ष था 1992, मतलब ठीक आज ही के दिन भोकाल ने राज कॉमिक्स में अपना 28’वा जन्मदिन मना लिया, हालाँकि ये पूर्ण रूप से पुख्ता जानकारी तो नहीं है पर श्री संजय गुप्ता इस पर और प्रकाश डाल सकते है.
मुकेश गुप्ता जी ने बकायदा एक आर्टिकल भी लिखा है अपने फेसबुक ग्रुप में जो मै सभी मित्रों के साथ यहाँ साझा कर रहा हूँ.
शीर्षक: Celebrating 28 Yrs of खौफनाक खेल
खौफनाक खेल, राज कॉमिक्स की ये वो कॉमिक्स है जिससे कॉमिक्स जगत में आगमन हुआ था तंत्र और तलवार के धनी महाबली भोकाल और उसकी अद्भुत कहानियों का। भोकाल का चरित्र भारतीय कॉमिक्स प्रेमियों के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भोकाल की कहानी जिस समयकाल से आती है उससे भारतीय संस्कृति का पुराना नाता रहा है। हम भारतीय बचपन से ही भगवान राम, कृष्ण, अर्जुन, भीम या फिर पृथ्वीराज चौहान, वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप इत्यादि की वीर गाथाएं सुनकर बड़े हुए हैं। इन वीरों का तीर, तलवारों वाला युद्ध आज भी रोमांचित करता है। यही कारण है कि बेशक पुराने समय के होने के बाद भी इस तरह के फ्लेवर में बनी बाहुबली सरीखी फिल्में झंडे गाड़ती है। भोकाल की कहानियों का इसी विषय वस्तु के समकक्ष होना उसे अन्य सुपरहीरो से अलग पूर्ण भारतीयता का अहसास दिलाता है। खौफनाक खेल के 28 वर्ष पूरे होने के बाद आज भी उसकी कहानी उसी अभूतपूर्व रोमांच का अहसास दिलाती है जो 28 वर्ष पहले उसके रिलीज के समय थी। देखा जाए तो सही मायनों में भोकाल की कहानी का सफर एक लय में चल रहा है मानों ये किसी वास्तविक व्यक्ति का जीवन वृतांत हो, खौफनाक खेल से शुरू हुए इस नायक के सर्वनायक बनने के सफर में कई मोड़ आए हैं, उम्मीद करता हूं आगे भी इसका सफर ज़ारी रहे, नहीं तो आज के हालात देखकर राज कॉमिक्स से गुजारिश है कि इसके सफर को एक परिपूर्ण अंत देकर समाप्त करे।
सिर्फ मुकेश जी ही नहीं बल्कि उनके जैसे लाखों प्रसंशको के दिलो पर भोकाल आज भी राज करता है और पाठक आज भी भोकाल की “युद्ध सीरिज”, “महारावण सीरिज” दुकानों, पुस्तकालयों और पुरानी लाइब्रेरी में खोजते फिरते है. ऐसे ही भोकाल के एक जुझारू फैन है श्री प्रतिरोध तुलाधर, उन्होंने दो कदम आगे बढ़ाते हुए खौफनाक खेल का पूरा एनीमेशन विडियो ही बना डाला जो बेहद ही शानदार बना है और देखने लायक है, आप नीचे दिए गए लिंक पे जाकर विडियो देख सकते.
तो आईये हम सब मिलकर कहे जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें भोकाल, आज भी भोकाल के काफी अंक राज कॉमिक्स के ऑनलाइन स्टोर में उपलब्ध है जो आप खरीद कर पढ़ सकते है या राज कॉमिक्स एप्प पर डिजिटल प्रारूप में भी पढ़ सकते है, अब विदा लेता हूँ मित्रों पर हमारी ये पूरी कोशिश रहेगी की कॉमिक्स को भारत के घर घर फिर से पहुँचाया जाये, अगर ये पोस्ट आपको पसंद आई तो इसे अपने मित्रों, दोस्तों, ग्रुप्स, फेसबुक और अन्य सोशल टच पॉइंट्स पर ज्यदा से ज्यदा शेयर करे, हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे और कोई अन्य जानकारी आपके पास हो तो हमे कमेंट सेक्शन में मेंशन करिये, आभार – कॉमिक्स बाइट!
thank you very much for great article and also for mentioning my work
Our Pleasure Pratirodh Ji
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