लघु कथा: रसोड़े में कौन था? (Bankelal – Fan Story)
रसोड़े में कौन था?
नमस्कार मित्रों, भारत में ट्रेंड हर दिन बदलता है, कभी किसी का विडियो वायरल हो जाता है तो कहीं कंट्रोवर्सी, कभी राजनेता छाए रहते है तो कभी सिनेमा जगत के सितारे. इसी बीच एक मीम बहुत ज्यादा वायरल हो गया जो एक डेली सोप सीरियल का था एवं उसका संवाद ‘रसोड़े में कौन था?‘.
दो दिन पहले ऐसे ही राज कॉमिक्स (राजप्रेम कॉमिक्स) के फेसबुक ग्रुप में जब सरगर्मी अचानक से काफी बढ़ गई की सुबह श्री संजय गुप्ता जी क्या रहस्योद्घाटन करने वाले है तभी ये लघु कथा मेरे मस्तिष्क में कौंध उठी.
आप सबके लिए पेश है –
आपको पता है ही की रसोडे में कौन था?
सही जवाब है राशी!
पर क्या आपको पता है की राशी ने चने निकाल कर खाली कुकर गैस पर क्यों चढा दिया?
उसका जवाब है की राशी काॅमिक्स पढ़ रही थी वो भी बांकेलाल की !
क्या ये आपको पता था? अच्छा तो फिर आपको ये नही पता होगा की बांकेलाल उस काॅमिक्स मे एक यात्रा पर निकला था।
अच्छा आप लोग समझदार है, ये राज भी आपको पता था।
तो क्या आप जानते है बांकेलाल इस यात्रा पर एक जंगल से निकलता है।
ओह, आपको यह भी मालूम है, धत्त तेरे की।
कोई बात नहीं, मैं शर्त लगा सकता हूँ की वहाँ उसे ‘रसोड़ा’ नाम का राक्षस मिला था और ये बात आपको पक्का पता नहीं होगी।
क्या!!!! आप ये भी जानते है।
अच्छा तो आप ये नहीं जानते होंगे की वो राक्षस बांकेलाल को ललकारता है ‘आ बैलबुद्धि मेरा मुकाबला कर’।
ओह नहीं, कुछ लोगों को यह राज भी पता है।
ठीक है, पर आप ये नहीं जानते होंगे की बांकेलाल उसकी चुनौती स्वीकार कर लेता है और लड़ाई में कूद पड़ता है।
नहीं यार, ये बात भी आप लोगों को पता है!
ओ.के.
ये बात तो कोई भी नहीं जानता – उस युद्ध में बांकेलाल के एक ही मुष्ठी प्रहार से ‘रसोड़ा’ टें बोल जाता है?
हा हा हा, अब बोलों ये बात पता थीं, नहीं ना! तो सुनों क्यों, क्यूँ सभी नायक बन रहे थे। नायक यहाँ एक ही है और वो है बांकेलाल।।
पर रसोड़ा एक प्रहार में कैसे मरा?
कारण: रसोड़ा ने अपने जीवन में बड़े पाप किए, वन में एक दिन ऋषियों के आश्रम में उसने काफी तबाही मचाई। तब ‘ऋषि कंडा’ ने उसे श्राप दिया – ‘जिस दिन तू बिना खाएं पिए किसी मनुष्य से लड़ा तो तेरी मृत्यु निश्चित है, तब तेरा दिमाग कुंद हो जाएगा और काल तुझे अपने साथ यमलोक के भ्रमण पर ले जाएगा’!
आज भूख के आवेश में ‘चेतक’ (घोड़े) को देख, रसोडा की भूख बेकाबू हो गई और वो बांकेलाल से टकरा गया एवं मारा गया।
रहस्य 1: रसोड़ा भूखा था, उसकी पत्नी का नाम ‘राशी’ था और आज उसने चूल्हे पर खाली बर्तन चढा रखा था क्योंकि चने तो कलियुग के ‘राशी’ के कुकर में भी नहीं थे , इसलिए रसोड़ा भूख से व्याकुल था और ऋषि के श्राप के अनुसार उसका अंत हो गया।
रहस्य 2: क्या आपको लगता है बांकेलाल इतना शूरवीर है की वो ‘रसोड़ा’ जैसे बलवान और भयानक राक्षस से टकरा जाएगा, जवाब है नहीं पर चेतक (बांकेलाल का घोड़ा) ने जैसे ही रसोड़ा को अपने रास्ते में देखा तो उसकी घिग्घी बंध गई और उसने सीधे बांकेलाल को रसोड़ा के छाती पर जा पटका (आदत से मजबूर) और इस प्रकार से ‘रसोड़ा’ को गहरा आघात पहुँचा और वो यमलोक सिधार गया.
इति।
**एक युग एक रसोड़ा।।
इमेज क्रेडिट्स: राज कॉमिक्स
पता नहीं आपको यह कहानी पसंद आएगी या नहीं पर मुझे इसे लिखने में बड़ा आनंद आया, कमेंट करके हमें अपने विचारों से अवगत जरुर करवाएं, आभार – कॉमिक्स बाइट!!
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