कॉमिक्स बाइट ‘वन शॉट’ रिव्यु: ब्लैक स्पाइडर – राज कॉमिक्स (Comics Byte ‘One Shot’ Review: Black Spider – Raj Comics)
ब्लैक स्पाइडर: जब परमाणु का सामना हुआ एक भारतीय स्पाइडर-मैन से! (Black Spider: When Parmanu encounters an Indian Spider-Man!)
ब्लैक स्पाइडर (Black Spider) एक रोचक और थोड़ी भुला दी गई कॉमिक्स है जो मूल रूप से नब्बें के दशक में परमाणु सीरीज़ के अंतर्गत राज कॉमिक्स द्वारा प्रकाशित की गई थी। इस कॉमिक्स में आपको मार्वल कॉमिक्स से अमेरिका के मशहूर सुपरहीरो स्पाइडर-मैन (Spider-Man) की झलक मिलेगी, जो यहाँ एक खलनायक के रूप में दिखाई पड़ता है हालाँकि कॉमिक्स में भी स्पाइडर-मैन को पूरी तरह से एक कल्पनिक पात्र के रूप में दिखाया गया है जिसकी चर्चा हम अंत में करेंगे।

Cover: Anupam Sinha
स्टोरी – ब्लैक स्पाइडर (Story – Black Spider)
इस कहानी में वैज्ञानिक जूगार एक ऐसा प्रयोग करता है जिससे इंसान को मकड़ी जैसी शक्तियाँ मिल सकती हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश, इसी खोज के कारण एक रहस्यमयी शख्स उनके ड्राईवर एवं उनकी हत्या कर देता है एवं उनकी रिसर्च के परिणामस्वरूप जन्म लेता है – ब्लैक स्पाइडर। वह एक चालाक, तेज़ और बेहद खतरनाक अपराधी है जो हर बार परमाणु जैसे शक्तिशाली सुपरहीरो को भी मात दे देता है। कहानी में आगे परमाणु की शक्तियाँ उससे छिन चुकी होती हैं, लेकिन इसके बावजूद वह ब्लैक स्पाइडर को हराता है और इंस्पेक्टर विनय के रूप में वौज्ञानिक जूगार की हत्या का पर्दाफाश करता है।

कॉमिक्स में परमाणु के साथ-साथ इंस्पेक्टर विनय की भूमिका भी अहम है और प्रलयंका का छोटा सा कैमियो इसे और रोचक बनाता है। कहानी में जासूसी और थ्रिलिंग एलिमेंट्स हैं, जो इसे दिलचस्प बनाते हैं, हालांकि ऐसी कहानियाँ राज कॉमिक्स के पाठक पहले भी पढ़ चुके हैं, अंत तक आते-आते आप खुद ब्लैक स्पाइडर और कातिल को पहचान चुके होते है।
टीम (Team)
इस कॉमिक्स की कहानी लेखक श्री हनीफ़ अजहर द्वारा लिखी गई है, संपादन मनीष गुप्ता ने किया है और चित्रांकन मनु जी का है। श्री एडिसन जॉर्ज (मनु जी) की आर्ट किसी पहचान की मोहताज नहीं है और यहाँ भी उन्होंने शानदार पैनल्स दिए हैं जो कॉमिक का सबसे बड़ा आकर्षण हैं। उनके द्वारा बनाए खूबसूरत चेहरे और डायनामिक एक्शन सीक्वेंस पाठकों का मन मोह लेते है। इस कॉमिक्स का एक खास आकर्षण इसका आवरण भी है जिसे बनाया है श्री अनुपम सिन्हा ने, नब्बें के मध्य से लेकर अंत तक उन्होंने राज कॉमिक्स के कई पात्रों के कॉमिक्स पर अपना जादू बिखेरा है जो इस कॉमिक्स कलेक्टर्स में संग्रहणीय बनाता है। अंत में संजय गुप्ता पेश करते है इसका पुन: मुद्रित अंक जो उन्होंने नब्बें के दौर में भी किया था और आज भी कर रहे है, ऐसी कॉमिक्स जो राज कॉमिक्स विशेषांकों के ढेर में कहीं खो गई थी पर उनके प्रकाशन के माध्यम से एक बार फिर पाठकों को प्राप्त हो रही है।

संक्षिप्त विवरण (Details)
प्रकाशक : राज कॉमिक्स (Raj Comics)
पेज : 32
पेपर : मैट/ग्लॉसी मिक्स
मूल्य : 100/- रुपये (हिंदी)
कहां से खरीदें : राज कॉमिक्स यूनिवर्स (Raj Comics Universe) या बुक सेलर्स
निष्कर्ष (Conclusion)
ब्लैक स्पाइडर की कहानी एवरेज है और इसका प्लॉट कुछ हद तक अनुमानित है, लेकिन 90 के दशक के राज कॉमिक्स प्रेमियों के लिए यह एक अच्छा अनुभव है। लेखक के लिए कहानी में कुछ ज्यादा करने को था नहीं फिर भी पाठकों को अंत तक सफलतापूर्वक बांधने की कोशिश की गई है, परमाणु और ब्लैक स्पाइडर के फाइट को और जगह मिलनी चाहिए थी क्योंकि खलनायक दमदार बुना गया था ठीक मकड़ी के जाले जैसा पर उसे बड़ी जल्दी तोड़ दिया गया। आर्ट लाजवाब बना है, मनु जी के प्रशंसकों को पसंद आएगा, जासूसी तत्व इसे थोड़ा बल प्रदान करते है और परमाणु से ज्यादा इस कॉमिक्स में इंस्पेक्टर विनय को जगह मिली है। यह कॉमिक्स स्पाइडरमैन, परमाणु, मनु जी, अनुपम जी और राज कॉमिक्स के प्रशंसकों के लिए उपयुक्त है। आभार – कॉमिक्स बाइट!!
कही-अनकही – “नागराज और जादूगर शाकूरा”
दिलचस्प बात यह भी है कि स्पाइडर-मैन पहले भी राज कॉमिक्स में नजर आ चुका है जिसे काल्पनिक बताया गया है और कॉमिक्स का नाम था – ‘नागराज और जादूगर शाकूरा’, वहां उसने नागराज, सुपरमैन और बैटमैन के साथ मिलकर जादूगर शाकूरा के खतरनाक प्यादे लाऊ अल्बनो को हराया था। लेकिन कॉपीराइट विवाद हो सकने की स्तिथि में स्पाइडर-मैन का नाम बदलकर बगमैन कर दिया गया एवं अन्य सुपरहीरोज के भी नाम बदले गए।

जादूगर शकुरा एक ऐसा खलनायक है जिसने समय और स्थान के संतुलन को बिगाड़ने की कोशिश की थी और उसके मोहरे लाउ अल्बनो के पास ऐसी शक्तियाँ थीं जो नागराज, सुपरमैन, स्पाइडर-मैन और बैटमैन जैसे सुपरहीरोज को तगड़ी चुनौती दे रही थी। उस युद्ध में स्पाइडर-मैन ने अपनी गति और चालाकी से बहुत योगदान दिया और नागराज के साथ मिलकर अल्बानो को हराने में कामयाबी पाई।
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Raj Comics By Sanjay Gupta Parmanu Hand Painted Bobble Head Limited Edition The Art of Heroism
