चित्रगाथा कॉमिक्स – एड इंफिनिटम – सिसिफ़स (Chitragaatha Comics – Ad Infinitum – Sisyphus)
चित्रगाथा कॉमिक्स पेश करते हैं ‘एड इंफिनिटम: सिसिफ़स’ – एक अनोखी दास्तान! (Chitragatha Comics Presents ‘Ad Infinitum: Sisyphus’ – A Unique Tale!)
चित्रगाथा कॉमिक्स ने पिछले वर्ष एक धमाकेदार कॉमिक्स ‘वर्ल्ड वॉर 3: एक दार्शनिक द्वंद‘ से अपना आगमन भारतीय कॉमिक्स जगत में किया था। इसे कहने में कोई संशय नहीं है कि इसकी कहानी ने पाठकों को चौंका दिया और ऐसा कुछ कॉमिक्स जगत के हिंदी पाठकों ने कम से कम अभी तक तो नहीं पढ़ा था। कॉमिक्स को पाठकों की मिली जुली प्रतिक्रिया प्राप्त हुई और एक अंतराल के बाद फिर से चित्रगाथा उपस्थित है अपने दूसरे वृत्तांत के साथ जिसका नाम है “एड इंफिनिटम – सिसिफ़स” (Ad Infinitum – Sisyphus)। फिलहाल कॉमिक्स प्री-आर्डर पर उपलब्ध हो चुकी है और पाठक इसे अपने पसंदीदा कॉमिक पुस्तक विक्रेता से बुक कर सकते है।
क्या हैं ‘एड इंफिनिटम: सिसिफ़स’ (What is Ad Infinitum: Sisyphus?)
यूनान की एक बहुत पुरानी किंवदंती राजा ‘सिसिफ़स’ के बारे बतलाती है, जिसे मृत्यु को धोखा देने पर सजा मिली थी। देवताओं ने उसे एक खड़ी पहाड़ी पर एक भारी गोल शिलाखंड को लुढ़काकर चढ़ाने की सज़ा दी, हर बार सिसिफ़स उस शिलाखंड को पहाड़ की चोटी तक पहुँचाता वो शिलाखंड लुढ़क कर फिर से नीचे आ जाता, और सिसिफ़स को यही प्रक्रिया दोहरानी पड़ती बार बार लगातार।
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कहानी है ‘शाश्वत’ जो भाग रहा है, कहाँ? क्या उसे लगता है कि वो भागकर अपनी नियति बदल सकता है। सच का सामना होगा जल्दी ही क्योंकि ब्रह्मांड ने उसके लिए कुछ अलग ही सोच रखा हैं, पढ़ें शाश्वत के जीवन की अनोखी दास्तान जो उभरी है ग्रीक माइथोलॉजी ‘सिसिफ़स‘ के आधार पर। बहुत जल्द ‘एड इंफिनिटम: सिसिफ़स’ के पृष्ठों पर! पेश हैं कॉमिक्स से एक शानदार पृष्ठ –
इस अंक को हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित किया जायेगा और साथ में एक वैरिएंट कवर भी इसके साथ लाया जा रहा हैं। पाठक कॉम्बों या एकल अंकों को अपने सहूलियत के अनुसार ले सकते हैं और इसकी पृष्ठ संख्या हैं 44।
- कॉम्बो पैक – ऑल वैरिएंट कॉम्बो (मूल्य – 953/- रुपये)
- एकल अंक – सिंगल इश्यूज (मूल्य – 301/- रुपये से लेकर मूल्य 351/- रुपये तक)
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श्री अनादि अभिलाष एवं श्री प्रतीक भट्टाचार्य आएं है फिर से पाठकों के दिमाग की नसों को झनझनाने के लिए। इस बार उनके साथ है लेखक श्री आश्विन कल्माने भी और साथ है आर्टिस्ट श्री पुनीत शुक्ला। रंगसज्जा है श्री नवल थानावाला कि और कवर की कलरिंग की है श्री हरेंद्र सिंह सैनी ने। इंकिंग है श्री विवेक शाश्वत की और शब्दांकन है श्री रविराज आहूजा के। टीम में युवाओं परिश्रम और लगन साफ़ झलक रहा है और उम्मीद है अपने पिछले अंक की तरह ‘चित्रगाथा’ की टीम पाठकों का विश्वास जीतने में सफल होगी।
‘एड इंफिनिटम: सिसिफ़स’ के सभी आवरण लाजवाब बने है और इंग्लिश वैरिएंट पर श्रीमान कायो पेगाडो और रीनन लेनो जी ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया हैं, बुल्सआई प्रेस के पाठक इन नामों से पहले ही परिचित है। ऐसा लगता है कॉमिक्स किसी ‘लूप’ में है और हॉलीवुड में ऐसे बहुत से प्रयोग देखने को मिलते है जिनमें अभिनेता टॉम क्रुज़ की ‘एज ऑफ़ टुमारो‘ काफी शानदार फ़िल्म है। क्या एड इंफिनिटम: सिसिफ़स भी कोई ऐसा प्रभाव अपने पाठकों पर छोड़ पाएगी? यह तो समय ही बताएगा और तब तक के लिए हमारी शुभकामनाएं ‘चित्रगाथा‘ के साथ है। नए प्रकाशकों का सहयोग करें, कुछ अच्छा पढ़ें, कॉमिक्स पढ़ें। आभार – कॉमिक्स बाइट!!