प्रशंसक लाइमलाइट – अनुज कुमार (Fan Limelight – Anuj Kumar)
मोहित शर्मा ‘ज़हन’ (Mohit Sharma): मेरठ, उत्तर प्रदेश के रहने वाले श्री मोहित शर्मा वैसे तो ‘मास्टर ऑफ़ बिजिनेस एडमिनिस्ट्रेशन’ के डिग्री धारक है, अपनी प्रारंभिक शिक्षा उन्होंने आगरा से प्राप्त की और आज ‘लोएँसब्रिज’ नामक संस्था के साथ कार्यरत है लेकिन उनसे जुड़े लगभग सभी मित्र ये जानते है की वो एक कॉमिक्स प्रेमी और आला दर्जे के लेखक भी है। वर्ष 1999 में ‘कारगिल’ युद्ध के समय लिखी उनकी कविता दैनिक ‘राष्ट्रीय सहारा’ पर प्रकाशित हुई थी, उन्होंने ‘काव्य कॉमिक्स‘, ‘इंडियन कॉमिक्स फैनडम एंड अवार्ड’, ‘फ्रीलांस टैलेंट‘ की स्थापना भी की है एवं ‘अनिक प्लेनेट’ नामक डिजिटल मैगज़ीन पर कार्य भी किया है। लेखक के तौर पर उनकी 4 किताबें बाज़ारों में उपलब्ध है और ‘कुछ मीटर पर ज़िन्दगी’, ‘कलरब्लाइंड बालम’ और ‘ज़हनजोरी’ इनमें से खासे चर्चित रहें, इनके नाम पर करीब-करीब 40 से ज्यादा कविता और कहानियों का संग्रह है।
प्रशंसक लाइमलाइट – कलाकार अनुज कुमार (Fan Limelight – Anuj Kumar)
कुछ साल पहले मेरी बात सीआरपीएफ़ में तैनात जवान अनुज कुमार जी से हुई। बात की वजह वही पुरानी कॉमिक्स और लेखन। उन्हें मेरा फैन फिक्शन पसंद था। उनके अनुरोध पर मैंने फाइटर टोड्स और गमराज के एक आईडिया ‘विज्ञापन वॉर’ (इस कहानी में फाइटर टोड्स और गमराज दो प्रतिद्वंदी विज्ञापन एजेंसियों के लिए काम करते हैं और इस बीच आपस में उलझ जाते हैं), में थोड़ा विस्तार करके दे दिया जिसपर एक शार्ट कॉमिक बनी, लेकिन कहानी या आर्ट चाहे जो हो पर था तो ये एक फैन वर्क ही – इस तमगे की वजह से ऐसा काम ज़्यादा लोगों तक पहुंच नहीं पाता। फिर कलाकार और शामिल लोगों को पैसे भी नहीं मिलते। एक समय तक ऐसे काम ठीक लगते हैं पर पूरा जीवन इस तरह नहीं कट सकता। मैंने अनुज को समझाया भी कि फैन वर्क में मैंने काफ़ी समय दिया पर कुछ मिला नहीं इसलिए वे आम-जनरल थीम पर काम किया करें। इसके बाद उन्होंने मेरी एक काव्य कॉमिक ‘मतलबी मेला’ बनाई जिसे गूगल प्ले और अन्य कुछ प्लैटफ़ॉर्म पर लाखों डाउनलोड मिले, लेकिन उनका मन उसी सुपरहीरो आर्ट में था जिसको पढ़ते हुए वे बड़े हुए थे।
फिर उनकी जान-पहचान फैन मैड कॉमिक्स टीम से हुई जिनकी मदद से अनुज ने ‘वंश बीज’, ‘गांधीगिरी’, ‘सर्पवन का पिशाच’ और कुछ अन्य कॉमिक्स बनाई और कुछ पर काम कर रहे हैं। एक और खास बात यह है कि इन कहानियों को अनुराग कुमार सिंह जी ने लिखा है जो राज कॉमिक्स और अन्य प्रकाशनों के लिए काफ़ी काम कर चुके हैं। कॉमिक किरदारों के प्रति उनके प्रेम को देखते हुए अब मैंने अनुज को ज़्यादा टोकना छोड़ दिया है। अपनी ड्यूटी के बाद उन्हें जिस काम में आनंद आए वही करना चाहिए। एक बात जो पहले उनके काम को धीमा करती थी वह थी इंकिंग और कलरिंग न कर पाना। इस वजह से वे अपने काम के लिए कलरिस्ट, इंकर खोजते रहते थे और एक कॉमिक आने में कई महीने या साल तक लग जाते थे। अब अनुज अलग-अलग सॉफ्टवेयर से कलरिंग और इंकिंग का काम भी करने लगे हैं। अनुज बताते हैं कि काम के साथ-साथ भी कुछ दिन ऐसे होते हैं जब वे 3 पेज तक बना लेते हैं। अब वे मेरी एक अधूरी हॉरर कॉमिक पर काम कर रहे हैं जिसमें एक बिज़नेसमेन की आत्मा एक अलग तरह का बदला लेने निकली है। अब यह बदला कहां और कैसे खत्म होगा यह जानने के लिए आपको इस हॉरर कॉमिक के प्रकाशन का कुछ इंतज़ार करना पड़ेगा। उसके बाद मेरी कोशिश होगी कि उन्हें एंथोनी पर लिखी कहानी डूम प्लाटून की स्क्रिप्ट दूं। एंथोनी और भेड़िया के लिए अनुज दीवाने हैं और वे बहुत समय से डूम प्लाटून के लिए मुझसे अनुरोध कर रहे हैं। मैं अनुज को अच्छे भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं और आशा करता हूं की फैन कॉमिक्स के साथ-साथ उनका काम अन्य माध्यमों पर आना भी शुरू हो जाए।
– मोहित शर्मा ज़हन
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