जंगल बचाओ जानवर बचाओ
मेरे ख्याल से ये विज्ञापन 1994-95 के बीच आया था, करीब करीब 24 साल पहले, #भेड़िया जो की आसाम के जंगलों का रक्षक है और साथ में पशु-पक्षियों का दोस्त भी।
#राजकॉमिक्स के इस किरदार ने धमाकेदार शुरुआत की थी, बच्चों के बालमन में ऐसी कहानीयाँ विशेष छाप छोड़ जाती है, पौधे से वृक्ष के विकास में बहुत से पोषक तत्वों की जरूरत होती है, वैसे ही हम जो देखते है, पढते है, सुनते है वह चीजें मन में रोपित हो जाती है।
कामिक्स मात्र मनोरंजन का जरिया ही नहीं अपितु एक सही गलत के चुनाव का बोध कराती वह कहानीयाँ है जिससे आप बहुत कुछ सीख सकते है।
मैंने अपने गांव में तो काफी वृक्ष लगाए है, पर शहरों में जगह की वैसे ही कमी है, फिर भी हमें भरसक उपाय करने होंगे, प्रदूषण का घातक स्तर और जानलेवा मौसम वैसे ही एक बडी चुनौती बनी हुई है आज के समय में, इस बदलाव का मुख्य कारण है कम होते पेड़ पौधे, जंगल एवं जानवर।
आइए कामिक्स के माध्यम से बच्चों, बड़ो एवं आज की पीढ़ी को इस बात का एहसास कराया जाए, बचपन में पढा था “जल है तो कल है”, वैसे ही “जंगल बचाओ, जानवर बचाओ” नहीं तो पृथ्वी मानव जाति के रहनें लायक बचेगी ही नहीं। पोस्ट पढने के लिए हार्दिक आभार ??
मैनाक
#कामिक्सबायट #राजकामिक्स #भेड़िया #जंगलबचाओ #जानवरबचाओ #comicsbyte #rajcomics #bheriya #saveforests #saveanimals
एकदम सटीक और पॉइंट वाली बात !!
हार्दिक आभार शंभूनाथ जी
Awesome post! Keep up the great work! 🙂
bahut badhiya
थैंक्स विशाल जी