वृन्दकवि कॉमिक्स – विक्रम और वेताल (Vrindkavi Comics – Vikram And Vetaal)
वृन्दकवि द्वारा प्रस्तुत “विक्रम और वेताल”, जल्द ही खुलेगा रहस्य! (“Vikram And Vetaal” By Vrindkavi, The Mystery Unfolds Soon!)
आप सभी सोच रहे होंगे कि भारतीय कॉमिक्स की नई पीढ़ी कैसी होगी? बात भी सही है और नए प्रकाशक काफी अच्छा भी कर रहे है जिनमें बुल्सआई प्रेस, शक्ति कॉमिक्स, स्वयंभू कॉमिक्स, चित्रगाथा कॉमिक्स, आर्क कॉमिक्स और चीसबर्गर कॉमिक्स जैसे नाम शामिल है एवं इनके अलावा भी कई नए नाम उभर कर अब सामने आ रहे है। कॉमिक्स एक बेहद ही सशक्त माध्यम है अपनी बात लाखों लोगों तक पहुँचाने का, उनका मनोरंजन करने का वो भी किसी सकारात्मक संदेश के साथ और इसी सार को आत्मसात किया है नए कॉमिक बुक प्रकाशक ‘वृन्दकवि’ (Vrindkavi) ने। वृन्दकवि एक समूह है कॉमिक बुक प्रशंसकों का जो अपनी पसंदीदा कहानियों को दुनिया के साथ साझा करने का शौक रखते हैं।
भारत के नॉएडा शहर में बसे वृन्दकवि के समुदाय का मुख्य उद्देश्य है हमारे प्राचीन ग्रंथों से प्रचलित कहानियों को बाहर निकालकर कॉमिक्स के पाठकों तक अपने शैली में परोसना, एक समूह जो आपको भारतीय कॉमिक्स की नई पीढ़ी से परिचित करवाना चाहता है जहाँ पाठकों को हास्य, साहसिक, रहस्य और मनोरंजन से भरी चित्रकथाएं देखने को मिलेंगी।
वृन्दकवि – विक्रम और वेताल (Vrindkavi – Vikram Vetaal)
दोस्तों विक्रम और वेताल की कहनियाँ हम सभी बचपन से सुनते आ रहे है। इन्हें हमने पढ़ा है, टीवी पर देखा भी है और इसी कहानी को वृन्दकवि लेकर आ रहे हैं कॉमिक बुक फॉर्मेट में जिसे 12 अध्याय में लाया जाएगा। फिलहाल ‘विक्रम वेताल चैप्टर 1’ के प्री-आर्डर चल रहे है जिन्हें वृन्दकवि के फेसबुक या इन्स्टाग्राम पेज पर जाकर उनके दिए गए फ़ोन नंबर पर संपर्क करके बुक किया जा सकता है। यह रहस्य, रोमांच, डर और हास्य से भरी एक मनोरंजक कॉमिक्स होगी जिसे 11 नवम्बर को रिलीज़ किया जा रहा है। विक्रम और वेताल की इस यात्रा के साक्षी बने और वृन्दकवि के साथ इस शानदार आगामी श्रृंखला का भागीदार भी लेकिन साथ में सावधान रहें, क्योंकि राजा विक्रम के गलत जवाब देते ही बनेंगे कुछ ऐसे संयोग की आप भी चकरा जाएंगे।
कॉमिक्स को अंग्रेजी भाषा और पेपरबैक फॉर्मेट में प्रकाशित किया जाएगा और इसमें कुल 40 पृष्ठ होंगे। इसका मूल्य 199/- रुपये रखा गया है। पाठक और ग्राहक फ़ोन 99101446876 पर संदेश भेज कर जानकारी और अन्य विवरण प्राप्त कर सकते है और कॉमिक्स बुक भी कर सकते है। वृन्दकवि के सीईओ, श्री अर्णव आनंद, जो महाभारत और अमर चित्र कथा जैसे महाकाव्य ग्रंथों और कॉमिक्स से प्रेरणा पाकर वृंदकवि समुदाय को शुरू करने के लिए प्रेरित हुए और अब उनका उद्देश्य इन कहानियों और रचनात्मक चित्रकथाओं के माध्यम से भारतीय संस्कृति और पौराणिक कथाओं को बढ़ावा देना है। आज ही अपने प्रतियाँ सुरक्षित करें, आभार – कॉमिक्स बाइट!!
Vikram-Betaal in Hindi and 101 Nana-Nani ki Kahaniyan – Manoj Publications