विक्रम आदित्य – कॉमिक्स अड्डा न्यू रिलीज़ – प्री-आर्डर (Vikram Aditya – Comics Adda New Release – Pre-Order)
कॉमिक्स अड्डा प्रस्तुत करते हैं नई जोड़ी, नया धमाका! – विक्रम आदित्य!! (Comic Adda Presents the New Journalist Duo of Comics World! – Vikram Aditya!!)
जय श्री महाकाल मित्रों, पावन श्रावण माह शुरू हो चुके है और कांवड़िए भोले बाबा को जल चढ़ाने के लिए प्रस्थान कर चुके है। पुराण और कथाएं कहती है कि महादेव आदिकाल से इस पृथ्वी पर विधमान है और कई हजारों वर्षों से सनातनी उनकी पूजा एवं अराध्य में लीन है। मध्य-प्रदेश का प्राचीन शहर उज्जैन भी बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक का गृह है जहाँ स्वयं ‘बाबा महाकाल‘ विराजमान है। इसी शहर से उत्पत्ति हुई है कॉमिक्स अड्डा की भी जो लगातार कई वर्षों से कॉमिक्स प्रेमियों की सेवा में लगा हुआ है, पहले विक्रेता बंधु के तौर पर एवं बाद में सह-प्रकाशक एवं प्रकाशक के रूप में। कॉमिक्स अड्डा के संचालक श्री नीलेश मकवाणे का आत्मीय व्यवहार वैसे भी कॉमिक्स जगत में काफी प्रसिद्ध है। अपने इसी प्रकाशन के सफ़र को आगे बढ़ाते हुए नीलेश जी लेकर आ रहे है – “विक्रम आदित्य” (Vikram Aditya)! प्राचीन नगरी में जासूसी और पत्रकारिता की नई परिभाषा लिखते यह दो नौजवान क्या उज्जैन में घटित हो रहे षड्यंत्रों से पर्दा उठा पाएंगे? बहुत जल्द जानेंगे – विक्रम आदित्य के पहले रोमांचक कारनामें में!
विक्रम आदित्य के प्री-आर्डर कॉमिक्स अड्डा के साथ-साथ अन्य पुस्तक विक्रेताओं के पास भी उपलब्ध है। एकल अंको में 10% की छूट है वहीँ कॉम्बो ऑफर में ग्राहक 15% की छूट प्राप्त कर सकते है। कॉमिक्स में कुल 48 पृष्ठ है और इसे हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित किया जाएगा।
- विक्रम आदित्य – सिंगल इशू – 299/- रूपये (269 – डिस्काउंट रेट)
- विक्रम आदित्य – कॉम्बो – 598/- रूपये (498 – डिस्काउंट रेट)
आर्डर करें (Order Now): कॉमिक्स अड्डा (Comics Adda)
‘विक्रम आदित्य’ की कहानी/कथानक (Story/Plot Of ‘Vikram Aditya’)
धीर गंभीर “विक्रम राणा” और मनमौजी “आदित्य चतुर्वेदी” की खोजी पत्रकार जोड़ी एक केस की पड़ताल के लिए पहुँच जाती है बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन। आज के उज्जैन में बुने जा रहे रहस्य, रोमांच और षड़यंत्र के इस जाल के धागे जुड़े हैं राजा विक्रमादित्य की प्राचीन नगरी अवंतिकापुरी से। क्या होगा जब गुमनाम इतिहास का आतंक वर्तमान के लिए ख़तरा बन जाएगा? क्या विक्रम और आदित्य रोक पाएंगे उस आतंक को? क्या राज़ है जो विक्रम सब से छुपा रहा है? कौनसे तार हैं जो आदित्य को अतीत की अवंतिकापुरी से जोड़ते हैं? इन सभी सवालों के जवाब के लिए इंतज़ार कीजिए हमारी आगामी पेशकश *”विक्रम-आदित्य”* का। जल्द आ रहे हैं!!
टीम (Team)
- पात्र रचना एवं परिकल्पना: नीलेश मकवाणे
- कहानी: नीलेश मकवाणे और दीपक शर्मा
- पटकथा: दीपक शर्मा
- आर्ट एवं रंग: उज्जवल भार्गव
- शब्दांकन एवं मार्गदर्शन: रविराज आहूजा
- अंग्रेजी एवं हिंदी आवरण: गौरव श्रीवास्तव और दीप्जोय सुब्बा
कॉमिक्स बाइट के माध्यम से हम इन सभी क्रिएटिव्स से जुड़े हुए हैं। श्री दीपक शर्मा जैसे परम मित्र भी कॉमिक्स जगत में अपना योगदान बढ़ा रहे है जो वाकई में प्रशंसनीय कार्य है, साथ ही उज्जैन जैसी नगरी को लेकर पहली बार कुछ लिखा जा रहा है जहाँ से भारत देश के सबसे प्रतापी राजाओं में से एक चक्रवर्ती सम्राट ‘विक्रमादित्य’ आते है, जो इस कहानी को भी कहीं ना कहीं से जोड़ रहा है। सारे खुलासे होंगे बहुत जल्द, इसलिए आज ही अपनी प्रतियाँ बुक सेलर बंधुओं के पास सुरक्षित करवाएं और नए प्रकाशकों का विश्वास बढ़ाएं। कॉमिक्स अड्डा और विक्रम आदित्य की समस्त टीम के साथ हमारी शुभकामनाएं है, आभार – कॉमिक्स बाइट!!
श्री हनुमान चालीसा (सचित्र) | Shree Hanuman Chalisa (Sachitra)