हिंदी और हिंदी दिवस की महत्वता (Importance of Hindi and Hindi Divas)
हिंदी सिर्फ भाषा नहीं बल्कि एक अपनेपन की अनुभूति है! (Hindi is not just a language but a feeling of belonging.)
सर्वप्रथम “हिंदी दिवस” की हार्दिक शुभकामनाएं सभी पाठकों और मित्रों को। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी हिंदी दिवस सोशल मीडिया से लेकर स्कूल/कॉलेज तक में हर्षोंउल्लास से मनाया जा रहा है हालाँकि अब हिंदी भाषी और हिंदी बोलने वालों का दायरा सिकुड़ता जा रहा है। आज के युवाओं को हो सकता है हिंदी ‘कूल’ ना लगे पर इस भाषा के कई वैज्ञानिक फायदे भी है। भारत के 43% भागो में हिंदी भाषा का उपयोग होता है और 53 करोड़ से अधिक लोग भारत में हिंदी बोलते है। जन मन की भाषा तो हिंदी ही है तभी इसका कई जगहों पर हिंदी सप्ताह पखवाड़ा भी मनाया जाता है।
काॅमिक्स पढ़कर हम सभी कि हिंदी भाषा में सुधार हुआ है और मेरे हिंदी विषय के अंक तो दिन ब दिन इसी कारण कक्षा में बेहतर होते चले गए थे। इसे आम बोचचाल की भाषा भी कहते है जिसका इस्तेमाल भारत के उत्तरी और मध्य क्षेत्र मे अधिक होता है। हिंदी में एक अपनापन है और इसे वही समझ सकता जो कभी अपने राज्य से बाहर या विदेश गया हो, जहाँ की अंजान गलियों में आपका शंकित मन अचानक से एक ठहराव महसूस करता है जब कोई आपसे आदरपूर्वक हिंदी भाषा में यह कहता है – ‘कहाँ से है आप? / क्या आप भारतीय है”? उस एहसास को शब्दों में बता पाना कठिन है, उसमें एक विश्वास है आपका और हम सभी का। कॉमिक्स ने हमेशा हमें नैतिक शिक्षा दी है और पाठक इसे हिंदी सीखने के लिए भी उपयोग कर सकते है।
चित्र: डायमंड काॅमिक्स
टीवी पर समाचार से लेकर अख़बार, स्कूल की किताबों से लेकर कॉलेज तक, फिल्मों की रंगीन दुनिया यानि की बॉलीवुड भी हिंदी भाषा पर टिका हुआ है। क्षेत्रिय भाषा भी अपने जगह श्रेष्ठ है एवं उस पर भी कार्य अवश्य होना चाहिए पर आज हिंदी को लेकर कुछ राज्यों में मतभेद है, गौरतलब है कि इसे कभी किसी पर भी थोपा नहीं गया फिर भी इसके प्रति आक्रोश किसी ना किसी अंदाज में आए दिन दिखाई पड़ता रहता है। आपको जो भी भाषा भी पसंद हो आप उसे ही अपनाइए, पर किसी को भी इसलिए आंकना क्योंकि वह हिंदी भाषा बोलता है, तो यह सरासर गलत होगा। अंत मे यही कहूँगा –
ना किसी से द्वेष रखें, ना किसी को छोटा दिखाएं, यह भारत हम सभी का है, इसे नए प्रगति पथ और उँचाईओं पर ले जाएँ। आभार – काॅमिक्स बाइट।।