डैज़लिंग यूनिवर्स ऑफ़ ध्रुव – भाग 2: जिंगालू – राज कॉमिक्स बाय मनोज गुप्ता (Dazzling Universe of Dhruva – Part 2: Jingaloo – Raj Comics by Manoj Gupta)
सुपर कमांडो ध्रुव (Super Commando Dhruv): राज कॉमिक्स का चमकता सितारा सुपर कमांडो ध्रुव जिसने अपराध को मिटाने की भीष्म प्रतिज्ञा ली है, अपने क्षेत्र राजनगर के साथ-साथ देश और पृथ्वी को भी सुरक्षित रखने का जिम्मा उसके बलशाली कंधो पर है। उसके पास कोई सुपर ह्यूमन ताकत नहीं है लेकिन अपने दृढ़ संकल्प, अपराध को समाप्त करने की अपनी प्रतिज्ञा, सर्कस में सीखें गए कुशल कलाबाज़ी और शरीर-सौष्ठव के तरीके एवं स्टंटमैन्स के द्वारा समझाए गए गुरों के कारण वह आम इंसानों से कई कदम आगे दिखाई पड़ता है। ध्रुव पशु-पक्षियों से बात कर सकता है और अपने स्वर्ण नगरी के परम मित्र धनंजय द्वारा दिए गए विज्ञान के एक यंत्र से जल में साँस भी ले सकता है। उसके अपराध उन्मूलन के कार्य में साथ देते है कमांडो फ़ोर्स के कैडेट्स और उसकी बहन श्वेता या फिर कहें चंडिका। ध्रुव के दत्तक पिता आई जी राजन और ब्रम्हांड रक्षक से जुड़े अन्य महानायक जैसे नागराज, शक्ति और डोगा भी समय-समय पर ध्रुव के साथ नजर आएं है। ध्रुव भारत के पॉप कल्चर का उभरता नाम है और हाल के वर्षों में इसका उल्लेख ओटीटी एवं फिल्मों में भी देखा जा सकता है। इस पात्र के रचियता है लीजेंडरी कॉमिक बुक आर्टिस्ट श्री ‘अनुपम सिन्हा’ जी और आज भी वह लगातार ध्रुव के नए कॉमिक्स पर कार्यरत है, उनका धेय्य भारत के कॉमिक प्रशंसकों को मनोरंजन के साथ, तर्क, न्याय एवं नैतिकता का पथ दिखाना भी रहा है। राज कॉमिक्स बाय मनोज गुप्ता के बैनर तले अब वो लेकर आएं है सुपर कमांडो ध्रुव की नयी दास्तान – ‘डैज़लिंग यूनिवर्स ऑफ़ ध्रुव का भाग 2: जिंगालू’ (Dazzling Universe of Dhruv – Part 2: Jingaloo)।
डैज़लिंग यूनिवर्स ऑफ़ ध्रुव – जिंगालू (Dazzling Universe of Dhruva – Jingaloo)
पहला भाग से आगे अब ‘ध्रुव’ अपने जीवन चक्र में आगे बढ़ चुका है। सहमंत और श्रीमंत के दखल देने के बाद भी कुछ घटनाओं को होना स्वाभाविक था क्योंकि उन्हें होना ही था। जुबिसको का टकराव श्याम से ना होकर ध्रुव से होना काफी अलग अनुभव था एवं एस.पी. राजन के घर में घुस रहे रहस्मय शख्स का कुछ अता-पता अभी तक नहीं चला, हालाँकि ग्लोब सर्कस ने अपने बुरे कर्मों की सजा जरुर भुगती। अब ‘भाग – 2 जिंगालू‘ में ध्रुव को मिला है एक नया कार्य! उसे जाना है एक सफ़ेद बाघिन हिमाद्री को लेकर हिमालय के लखपाला क्षेत्र में। यह वही जगह है जहाँ अपने पिछले संस्करण में सुपर कमांडो ध्रुव का सामना हुआ है था ‘बर्फ़ की चिता’ सजाने वाले ‘जिंगालू’ से। खैर श्रीमंत ने चल दी है अपनी चाल और अब जिंगालू की जगह ले चुका है उसका भाई भंजालू जो यतियों का राजकुमार भी है लेकिन सहमंत के अनुसार श्रीमंत इन पात्रों के जीवन से छेड़-छाड़ तो कर सकते है पर उन्हें मार नहीं सकते! तो फिर क्या जिंगालू जिंदा है? दूसरी ओर यातिराज भी परेशान है क्योंकि रहस्मय तरीके से हिमालय के एक भाग की बर्फ़ पिघल रही है जिस कारण उन्हें इस हिमक्षेत्र से विदा लेनी पड़ सकती है, साथ ही इस बर्फ़ के पिघलने से शिवपुरी इलाके में आ गई है भयावह बाढ़ जिसकी खोजबीन में आ पहुंचा है वही रहस्मय व्यक्ति जो खुद को ‘कमांडो कैप्टेन’ कहकर संबोधित करता है। “क्या इन हालातों के पीछे है किसी पड़ोसी देश का हाँथ या छुपा है अपनों के ही बीच कोई आस्तीन का सांप?“, सभी जवाब मिलेंगे डैज़लिंग यूनिवर्स ऑफ़ ध्रुव का भाग 2: जिंगालू’ में।
टीम (Team)
कहानी ‘बर्फ़ की चिता’ कॉमिक्स से हल्की-फुल्की ही मिलती है बाकी कॉमिक्स का पूरा ‘फ्लेवर’ नया है। किशोरावस्था में ध्रुव को फिर से उन्हीं कारनामों को करते देखना ‘राज कॉमिक्स’ के पाठकों को ज़रूर पसंद आएगा। श्री अनुपम सिन्हा जी का कथानक और चित्र वैसे भी डैज़लिंग यूनिवर्स ऑफ़ ध्रुव को विशेष बनाते है और उपर से अगर इसमें श्री विनोद कुमार जी की इंकिंग भी मिल जाए तो ‘सोने पे सुहागा’ वाली बात चिरथार्थ होती है। रंग-सज्जा में श्रीमान प्रवीन सिंह का कार्य अच्छा है और कैलीग्राफी में श्री नितीश शर्मा ने भी बेहतर किया है। संपादक भी भूमिका में स्वयं श्री मनोज गुप्ता जी ने पदभार संभाला है और साथ ही श्री आयुष गुप्ता, श्रीमती मीनू गुप्ता जी का सहयोग भी उन्हें प्राप्त हुआ है। मुख्य आवरण में श्री भक्त रंजन ने रंग-सज्जा की है और विशेष आभार में श्री रंजित राम जी के नाम का भी उल्ल्लेख है।
संक्षिप्त विवरण (Details)
प्रकाशक : राज कॉमिक्स बाय मनोज गुप्ता (पिनव्हील पब्लिकेशन)
पेज : 32
पेपर : ग्लॉसी
मूल्य : 225/-
भाषा : हिंदी/अंग्रेजी
कहां से खरीदें : राज कॉमिक्स बाय मनोज गुप्ता व अन्य पुस्तक विक्रेता
निष्कर्ष (Conclusion)
सुपर कमांडो ध्रुव के चाहने वालों के लिए ही इस श्रृंखला को बनाया जा रहा है और अगर आप राज कॉमिक्स के पुराने पाठक है एवं ध्रुव के सभी चित्रकथाओं और उससे जुड़े पात्रों से अपनी पहचान रखते है तो यह कॉमिक्स आपके कलेक्शन में ज़रूर होनी चाहिए। पिछली कॉमिक्स के इंकिंग और कलरिंग के मुद्दों को भी इन नए अंकों में सुधारा गया है जो राज कॉमिक्स के व्यावसायिकता को दर्शाता है। कॉमिक्स में ध्रुव को देखकर आनंद आता है और अनुपम जी इस बात को भलीभांति समझाने में सफल हो रहे है कि नयति और देवगण चाहे कितना भी ज़ोर क्यों ना लगा ले, अगर ध्रुव को जुल्म और अपराध के खिलाफ़ खड़ा होना है तो उसे शायद ही उसे भला कोई रोक पाएगा! कैप्टेन कमांडो कौन है? और उसकी क्या भूमिका होगी? आगे के अंको में यह भी देखना पड़ेगा क्योंकि उसके बारे में अभी भी बहुत अधिक नहीं बताया गया है। अनुपम जी हमेशा से अपनी कहानियों में ऐसे कोण जोड़ते है जो आपको अंत तक बांधे रखती है और आगे पढ़ने-जानने के लिए लालायित भी करती है। “A Must Read” – आभार, कॉमिक्स बाइट!!
डैज़लिंग यूनिवर्स ऑफ़ ध्रुव – भाग 3: महामानव भी अब प्री आर्डर पर उपलब्ध हो चुका है, आज ही अपनी कॉपी पुस्तक विक्रेता बंधुओं के पास से बुक कीजिए और जानकारी कॉमिक्स बाइट से!