डैज़लिंग यूनिवर्स ऑफ़ ध्रुव – भाग 1: ध्रुव – राज कॉमिक्स बाय मनोज गुप्ता (Dazzling Universe of Dhruv – Part 1: Dhruv – Raj Comics by Manoj Gupta)
सुपर कमांडो ध्रुव (Super Commando Dhruv): राज कॉमिक्स का चमकता सितारा सुपर कमांडो ध्रुव जिसने अपराध को मिटाने की भीष्म प्रतिज्ञा ली है, अपने क्षेत्र राजनगर के साथ-साथ देश और पृथ्वी को भी सुरक्षित रखने का जिम्मा उसके बलशाली कंधो पर है। उसके पास कोई सुपर ह्यूमन ताकत नहीं है लेकिन अपने दृढ़ संकल्प, अपराध को समाप्त करने की अपनी प्रतिज्ञा, सर्कस में सीखें गए कुशल कलाबाज़ी और शरीर-सौष्ठव के तरीके एवं स्टंटमैन्स के द्वारा समझाए गए गुरों के कारण वह आम इंसानों से कई कदम आगे दिखाई पड़ता है। ध्रुव पशु-पक्षियों से बात कर सकता है और अपने स्वर्ण नगरी के परम मित्र धनंजय द्वारा दिए गए विज्ञान के एक यंत्र से जल में साँस भी ले सकता है। उसके अपराध उन्मूलन के कार्य में साथ देते है कमांडो फ़ोर्स के कैडेट्स और उसकी बहन श्वेता या फिर कहें चंडिका। ध्रुव के दत्तक पिता आई जी राजन और ब्रम्हांड रक्षक से जुड़े अन्य महानायक जैसे नागराज, शक्ति और डोगा भी समय-समय पर ध्रुव के साथ नजर आएं है। ध्रुव भारत के पॉप कल्चर का उभरता नाम है और हाल के वर्षों में इसका उल्लेख ओटीटी एवं फिल्मों में भी देखा जा सकता है। इस पात्र के रचियता है लीजेंडरी कॉमिक बुक आर्टिस्ट श्री ‘अनुपम सिन्हा’ जी और आज भी वह लगातार ध्रुव के नए कॉमिक्स पर कार्यरत है, उनका धेय्य भारत के कॉमिक प्रशंसकों को मनोरंजन के साथ, तर्क, न्याय एवं नैतिकता का पथ दिखाना भी रहा है। राज कॉमिक्स बाय मनोज गुप्ता के बैनर तले अब वो लेकर आएं है सुपर कमांडो ध्रुव की नयी दास्तान – ‘डैज़लिंग यूनिवर्स ऑफ़ ध्रुव – भाग 1: ध्रुव’ (Dazzling Universe of Dhruv – Part 1: Dhruv)।
क्या है डैज़लिंग यूनिवर्स ऑफ़ ध्रुव? (What is the Dazzling Universe of Dhruv?)
पाठक मार्वल यूनिवर्स की ‘व्हाट इफ’ सीरीज़ से तो जरुर परिचित होंगे जिसका दूसरा सीजन डिज्नी हॉटस्टार पर उपलब्ध है। डैज़लिंग यूनिवर्स ऑफ़ ध्रुव भी एक ऐसी ही कहानी है जिसे सोलह भागों में बुना जा रहा है अनुपम जी के द्वारा, इसमें चित्रांकन भी उनका ही है और साथ में है राज कॉमिक्स के कुछ शानदार आर्टिस्ट जिनमें विनोद कुमार जी, जगदीश कुमार जी, भक्तरंजन जी प्रमुख है। मनोज गुप्ता जी मुख्य सम्पादक की भूमिका बखूबी निभा रहे है एवं सर्पसत्र, महानागायण, शक्तिरूपा के बाद अब वो लेकर आ रहे है ध्रुव के जीवन की एक और गाथा, जिसमें किरदार तो ध्रुव के यूनिवर्स से ही है लेकिन इन सबकी रूपरेखा बदली हुई नजर आती है।
श्रीमंत और सहमंत नाम के दो अलौकिक प्राणियों के मध्य होती वार्ता एक नया मोड़ ले लेती है जब सहमंत को मिलती है एक विशेष ताकत जिससे वह किसी के भी पूर्व जीवन में घटित हो चुके एक घटनाक्रम को बदल सकते हैं। उनका सवाल है कि क्या वाकई इस समाज की सुपरहीरो की दरकार है या यह समाज ही अपनी आवश्यकता के लिए इन नायकों की रचना करता है? जब किसी भी क्षेत्र में पुलिस के उपर न्याय व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाएं रखने और नागरिकों की रक्षा करने का दायित्व दिया गया है तो फिर सुपरहीरो की क्या ज़रूरत है? सहमंत की इस ताकत के इस्तेमाल से बदल जाएँगी सुपर कमांडो ध्रुव और उसके साथियों-दुश्मनों के जीवन की समयधारा! क्या बन पाएगा जुपिटर सर्कस का सबसे शानदार कलाकार धुव से सुपर कमांडो ध्रुव?
कहानी ध्रुव की पहली कॉमिक्स ‘प्रतिशोध की ज्वाला से मिलती-जुलती’ है और नहीं भी। पुराने हालात और पात्रों को वैसे ही रखा गया है जैसे वो पहले अंक में नजर आए थे, हालाँकि इस बार कुछ नए किरदारों का आगमन भी हुआ है जिससे कहानी को उसका आधार मिलता है। एस पी सिटी – राजन, ग्लोब सर्कस का ‘स्ट्रोंग मैन जुबिस्को और निशानेबाज़ बांड’, ध्रुव के माता-पिता ‘राधा और श्याम’ एवं स्वयं सुपर कमांडो ध्रुव का किशोर अवस्था का रूप आपको डैज़लिंग यूनिवर्स ऑफ़ ध्रुव के भाग एक में दिखाई पड़ता है, कमांडो फ़ोर्स और एक रहस्यमय किरदार भी अंत के पृष्ठों में नजर आता है जो अगले भाग में प्रकट किया जा सकता है, इन पात्रों के साथ कहानी को ऐसे बुना है अनुपम जी ने की आप इसमें उसी पुराने दौर की झलक पाएंगे और साथ ही अगले भाग में क्या होगा जानने के लिए उत्सुक भी हो उठेंगे। भाग 1 ध्रुव के जीवन की एक सधी हुई और सीधी कहानी बयां करती है जो बिना किसी जटिलता के लिखी गई है। अनुपम जी के शानदार आर्टवर्क से सजी इस कॉमिक्स में आपको उनके पुराने आर्ट के दर्शन भी होते है जिसे पढ़कर हम सभी नब्बें के दशक के बच्चे बड़े हुए है। इंकिंग और रंग-सज्जा हालाँकि कई जगह बेहतर हो सकती थी पर फिर भी कॉमिक्स अपने वादे पर खरा उतरती है।
संक्षिप्त विवरण (Details)
प्रकाशक : राज कॉमिक्स बाय मनोज गुप्ता (पिनव्हील पब्लिकेशन)
पेज : 32
पेपर : ग्लॉसी
मूल्य : 225/-
भाषा : हिंदी/अंग्रेजी
कहां से खरीदें : राज कॉमिक्स बाय मनोज गुप्ता व अन्य पुस्तक विक्रेता
मोहरे बदल गए हैं, समय धारा बदल गई है…, क्या ध्रुव अपनी दुनिया को बचा पाएगा? या इतिहास एक बार फिर खुद को दोहराएगा? या ध्रुव सुपर कमांडो ध्रुव कभी बन ही नहीं पाएगा? ध्रुव के जीवन के तानों-बानों में उलझी इस कहानी की शुरुवात हो चुकी है डैज़लिंग यूनिवर्स ऑफ़ ध्रुव – भाग 1: ध्रुव के माध्यम से और अब कहानी का अगला भाग है ध्रुव का मित्र ‘जिंगालू‘। साक्षी बनिए इस शानदार श्रृंखला के उद्गम का और तैयार हो जाइए इस शानदार सफर में उसका साथी बनने के लिए, आभार – कॉमिक्स बाइट!!