कॉमिक्स समीक्षा: द वन – अभिमन्यु (Comics Review – The One: Abhimanyu – MythTower Entertainment)
अनादि अभिलाष (Anadi Abhilash) जी का ताल्लुक ‘कोयला नगरी’ धनबाद, झारखंड के एक मध्यमवर्गीय परिवार से हैं । हालांकि इनकी प्रारंभिक शिक्षा, हाई स्कूल और +2 की शिक्षा झारखंड के ही सिमडेगा, जमशेदपुर और रांची से हुई । राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर से बी.टेक की डिग्री प्राप्त की और मुंबई में कार्यरत हैं । काॅलेज के दिनों से ही राष्ट्रीय स्तर पर नाटक, नुक्कड़ करते आए हैं और मुंबई में विहंगम थियेटर ग्रुप से जुड़े हुए हैं । स्वरदीपिका नाम से इनकी एक प्राॅडक्शन वेंचर भी कार्यशील है । बचपन के दिनों से ही काॅमिक्स में विशेष रूचि है और भारतीय काॅमिक्स इंड्रस्टी के उत्थान के लिए कुछ कर गुजरना चाहते हैं और प्रयासरत भी हैं । इनका मानना है कि अगर आप और हम मिलकर संकल्प लें तो भारतीय काॅमिक्स इंड्रस्टी बुलंदियों को छू सकती है ।
ग्राफ़िक नॉवेल (Graphic Novel)
दोस्तों, सबसे पहले बात करते हैं ग्राफिक नाॅवेल से पहले साक्षात्कार की । Hello Book Mine की साईट पर ही कैंपफायर की क्रिसमस केरोल देखी तो स्कूल के दिनों की याद आ गई, स्कूल के दिनों में अंग्रेजी के पाठ्यक्रम में ये नाटक हुआ करता था । फिर क्या था ,सोचा ऑर्डर कर ही दूं – स्कूल में तो पढ़ा ही है, अब काॅमिक्स फाॅर्मेट में भी पढ़ाई हो जाएगी और साथ ही शेक्सपियर के कुछ नाटक – हेमलेट, मैकबेथ आदि ऑर्डर कर दी । ये तो एक शुरूआत थी फिर ग्राफिक इंडिया, विमनिका, याली ड्रीम क्रिएशन्स जैसे प्रकाशक के ग्राफिक नाॅवेल कलेक्शन में जुड़ते गए । MRP BOOK SHOP के सौजन्य से सैडलबैक के कुछ क्लासिक ग्राफिक नाॅवेल प्राप्त हुए, जो हर संग्रहकर्ता के पास होनी चाहिए । ग्राफिक नाॅवेल की खासियत ये है कि शानदार आर्टवर्क से आंखों को सुकून मिलता है ।
अब बात आती है किसी एक ग्राफिक नाॅवेल के समीक्षा की – तो ये एक पेचिदा काम था क्योंकि किसी एक को पसंदीदा बतलाना नाइंसाफी होगी । कोई आर्टवर्क में बाजी मार जाता है तो कोई कहानी के मामले में । आखिर में फैसला लिया कि समीक्षा के लिए ऐसी ग्राफिक नाॅवेल चुनी जाए जिसमें काम बढ़िया हो लेकिन पाठकों को जिसकी जानकारी कम है, ‘द वन: अभिमन्यु‘ ऐसी ही एक ग्राफ़िक नॉवेल है ।
द वन: अभिमन्यु मिथटावर एंटरटेनमेंट (Comics Review – The One: Abhimanyu – MythTower Entertainment)
आज हम बात करेंगे MythTower Entertainment के बैनर तले प्रकाशित ‘दी वन : अभिमन्यु’ की । ये अपने आप में खास इसलिए है क्योंकि इसका आर्टवर्क भारत के दिग्गज पेंसिलर श्री धीरज वर्मा जी ने की है, जिन्होंने हिंदुस्तान में नहीं अपितु पुरे विश्व में अपनी कलाकारी का डंका बजाया है । रंगसज्जा भक्त रंजन जी की है , अक्षर और ग्राफिक डिजाइन में काम किया है किशन हरचंदानी जी ने – आप समझ सकते हैं कि भारतीय काॅमिक्स इंड्रस्टी के अपने अपने क्षेत्र के तीन महारथी एक प्रोजेक्ट में काम करें तो परिणाम क्या निकलेगा । अगर मैं कहूँ कि भारतीय काॅमिक्स में ये धीरज जी का सबसे बढ़िया काम है, तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी ।
कहानी और टीम (Story & Team)
अब बात करते हैं कहानी की – कहानी है महाभारत के पात्र अभिमन्यु के शौर्य गाथा की, कैसे अभिमन्यु ने गुरु द्रोणाचार्य द्वारा बनाया चक्रव्यूह भेद कर कौरवों के समूह में खलबली मचा दी थी एवं कितने ही महारथियों को उसने अपने पराक्रम से युद्ध में धूल चटाई और अंततः अपने प्राणों को न्योछावर कर अपना बलिदान दे दिया । कहानी खुद धीरज वर्मा जी ने लिखी है, सहयोग दिया है दिलीप मिस्त्री जी ने, संवाद और पेनल वाइज प्रस्तुतिकरण, ग्राफिक्स शानदार जान पड़ते हैं । भक्त रंजन जी की रंगसज्जा और किशन हरचंदानी जी के डिजाईन ने बड़े ही जबरदस्त ग्राफ़िक नॉवेल के रूप में इसे प्रस्तुत किया है ।
एडिशनल बोनस (Additional Bonus)
‘दि वन : अभिमन्यु’ के आखिरी पन्नों में कुछ ऑरिजिनल आर्टवर्क भी दिए गए हैं जो अपने आप में एक ग्राफिक नाॅवेल की खासियत को बयां करते है । किरदार के विकास और उसके विभिन्न कोणों को दर्शाते इलस्ट्रेशन अंग्रेजी के कहावत – “अ ट्रीट फॉर द ऑय” को निरुपित करते है ।
संक्षिप्त विवरण
- प्रकाशक : मिथटावर इंटरटेनमेंट
- पेज : 100
- पृष्ठ: ग्लॉसी
- भाषा: अंग्रेजी
- मूल्य : पेपरबैक : 349/-, वेरियेंट कवर : 399/-, हार्डकवर : 499/-
- कहां खरीदें : हालांकि मिथटावर इंटरटेनमेंट अच्छी प्रतिक्रिया न मिलने के कारण हुए नुकसान की वजह से बंद हो चुकी थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से ‘दि वन : अभिमन्यु’ की अच्छी खासी प्रतियां बिकने के कारण धीरज जी ने घोषणा की है कि ये जल्द ही उनके वेबसाइट www.dheerajvermaart.com पर उपलब्ध होगी । फिलहाल आप उनसे सीधे मेसेंजर पर संपर्क कर के खरीद सकते हैं ।
निष्कर्ष: कहानी महाभारत की है और आर्टवर्क धीरज वर्मा जी का है, ग्राफ़िक नॉवेल पढ़ने वाले पाठकों को यह जरुर पसंद आएगी ।
आज के खंड में बस इतना ही, आपसे फिर मिलेंगे किसी अन्य कॉमिक्स/बुक के रिव्यु के साथ, आभार!!
Oh that’s a very good review of the book.
Cheers
Thank you very much Dheeraj Sir 🙂
Good work Anadi ??