आर्टिस्ट कार्नर ‘जन्मदिन विशेष’: अनुपम सिन्हा (Comic Book Artist – Anupam Sinha)
कॉमिक्स का इतिहास भारत में काफी पुराना है. चंदामामा को पहले कॉमिक्स ही कहा जाता था क्योंकि इनमें सचित्र पौराणिक कहानियाँ होती थी जिसे बाद में बाल पत्रिका का दर्जा मिल गया. इंद्रजाल और अमर चित्र कथा जैसे बड़े प्रकाशकों ने इसके परिदृश्य को बदला और पाठकों को पढ़ने मिलें कई अद्भुद किरदार और रोचक कथाएं. इसके बाद आगमन हुआ डायमंड कॉमिक्स का और उसके कुछ वर्षों बाद राज कॉमिक्स का जिसने इन चित्रकथा के संसार की धुरी ही बदल कर रख दी. इसका एक विशेष कारण था की कॉमिक्स प्रशंसक हमेशा कुछ अलग पढ़ना चाहते थे और जब से श्री अनुपम सिन्हा जी ने कॉमिक्स जगत में अपना पदार्पण किया, पाठकों को हमेशा कुछ अलग ही स्वाद मिला. जी हाँ मित्रों, हमारे आज के विशेष लेख में हम बात करेंगे भारत के लोकप्रिय, चर्चित और प्रसिद्ध कॉमिक बुक आर्टिस्ट, सुपर कमांडो ध्रुव के जन्मदाता – ‘श्री अनुपम सिन्हा जी’ के बारें में.
अनुपम सिन्हा (Comic Book Artist – Anupam Sinha)
वर्तमान में भारत के सबसे चर्चित कॉमिक बुक आर्टिस्ट श्री अनुपम सिन्हा जी का जन्म कानपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ. उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय स्कूल (आई आई टी कानपुर) और उसके बाद की शिक्षा क्राइस्ट कॉलेज, कानपुर से पूर्ण की. स्कूल के ही दिनों से चित्रकारी का शौक रखने वाले अनुपम जी ने अपना पहला कार्य मात्र 13 वर्ष की आयु में किया जो एक पत्रिका के लिए था. लोकप्रिय कार्टूनिस्ट और बॉलीवुड में कार्यरत श्री सुखवंत कलसी जी भी उसी स्कूल में पढ़ते थे और अनुपम जी के मित्र भी हैं. डायमंड कॉमिक्स में सुखवंत जी और अनुपम जी, दोनों ने अपनी सेवाएं प्रदान की है एवं अनुपम जी का वर्तमान निवास स्थान दिल्ली में स्थित है.
अनुपम जी ने चित्रभारती कथा माला के लिए ‘मानसपुत्र‘ नामक स्पेस फिक्शन नायक की रचना की, उनकी बनाई कॉमिक स्ट्रिप्स भी चित्र भारती द्वारा प्रकाशित पत्रिका ‘चॉकलेट’ में प्रकाशित होती रही जिसमें उनके द्वारा गढ़ा गया किरदार ‘डिटेक्टिव कपिल‘ आता था. उन्होंने डायमंड कॉमिक्स के लिए ‘ताउजी‘ और ‘फ़ौलादी सिंह‘ की कॉमिक्स भी बनाई एवं एक अर्से तक विदेशी एनीमेशन कंपनी में भारत के बाहर कार्यरत भी रहे. लेकिन शायद भाग्य की लेखनी यही है क्योंकि राज कॉमिक्स उनकी बाट जोह रहा था और कॉमिक्स जगत के सबसे देदीप्यमान तारे का उद्गम उनके करकमलों द्वारा होना था जिसे करोड़ों लोग ‘सुपर कमांडो ध्रुव‘ के नाम से भी जानते हैं.
सुपर कमांडो ध्रुव एक ऐसा नायक है जिसके पास कोई सुपर ह्यूमन शक्ति नहीं है, लेकिन अपने तेज़ दिमाग, बुद्धि कौशल और विकट परिस्थितियों में भी अपने विवेक एवं शांत चित से मुसीबतों का हल ढूँढने वाले ध्रुव को कॉमिक्स पाठकों का भरपूर प्रेम मिला. अनुपम जी महज चित्रकार ही नहीं अपितु, कहानीकार, स्याहीकार और एनीमेशन में भी पारंगत है. उन्होंने कई कॉमिक्स में भिन्न भिन्न पात्र तो रचे ही लेकिन बहुत सी कॉमिक्स में अपनी परिकल्पना से लोगों को अपनी सोच का दीवना भी बनाया. वह एक नॉवेलिस्ट भी है जो उनके फिलोसोफीकल फिक्शन नॉवेल – “द वर्चुअल्स” के रूप में उपलब्ध है.
श्री अनुपम सिन्हा जी पिछले कई वर्षों से ‘अनुपम आर्ट अकादमी’ का संचालन भी करते है जहाँ पर वह बच्चों और युवाओं को चित्रकारी का ज्ञान और एनीमेशन की बारीकियां भी सिखाते है. वर्ष 1994 में जब ‘नागराज‘ एक धमाकेदार शुरुवात करके एक बार फिर पाठकों के बीच पैठ बनाने की कोशिश कर रहा था तब अनुपम जी ने ही उसे एक नया जीवन प्रदान किया जिसे आज सभी ‘खज़ाना सीरीज‘ के रूप में जानते है.
ध्रुव की पहली कॉमिक्स – प्रतिशोध की ज्वाला संपूर्ण खज़ाना – नागराज
मल्टीस्टारर युग के पथ प्रदर्शक भी अनुपम जी ही रहें जब राज कॉमिक्स ने ग्रीष्मकालिन छुट्टियों के वक्त ‘कोहराम‘ नाम का जलजला बाज़ारों में उतारा. फिर सूरमा (नागराज-परमाणु) हो या निशाचर (ध्रुव-डोगा), ऐसी कितनी ही अनगिनत कहानियों एवं चित्रों से हम पाठकों का पिछले कुछ दशकों से मनोरंजन कर रहें है श्री अनुपम सिन्हा जी.
कोहराम – राज कॉमिक्स
कॉमिक्स खरीदने के लिए लिंक पर क्लिक कीजिए – राज कॉमिक्स
ध्रुव की कॉमिक्स में विज्ञान के फंडे हो या नागराज के कॉमिक्स में रहस्यों का पिटारा, अनुपम जी ने इस बात का हमेशा ध्यान रखा की पाठकों को कॉमिक्स में मनोरंजन के साथ साथ ज्ञान की भी प्राप्ति बराबर होती रहे. अपने समय काल से आगे जाकर ‘नागायण‘ जैसी महागाथा की रचना भी अनुपम जी के सर्वश्रेष्ठ कृतियों में से एक है. पिछले दशक में सुपर कमांडो ध्रुव की बाल चरित्र श्रृंखला भी खासी चर्चा में रही और पाठकों का भरपूर स्नेह भी उस श्रृंखला को मिला.
नागायण उपसंहार
राज कॉमिक्स
विश्वरक्षक नागराज पर कई वर्षों तक कार्य करने वाले श्री अनुपम सिन्हा जी एक बार ‘ड्रैगन किंग’ के बाद उसके अगले पड़ाव ‘सर्पसत्र’ पर कार्य कर रहें है वहीं दूसरी ओर बहुप्रतीक्षित ‘शक्तिरूपा श्रृंखला‘ (ध्रुव) और ‘महानागायण‘ का इंतज़ार भी पाठकों को बेसब्री से है. अगर आज भी कॉमिक्स प्रशंसक किसी कॉमिक बुक आर्टिस्ट के कॉमिक्स का इंतजार टकटकी लगाकर करते है तो विश्वास कीजिए वो नाम और कोई नहीं बल्कि श्री अनुपम सिन्हा जी का है. बालचरित्र श्रृंखला के आखिरी अंक ‘एंड गेम’ ने सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित किए थे वर्ष 2018 में.
शक्तिरूपा – राज कॉमिक्स
जन्मदिन विशेष (Birth-Day)
13 फरवरी को अनुपम जी का जन्मदिन आता है और कॉमिक्स जगत एवं कॉमिक्स बाइट की पूरी टीम के ओर से श्री अनुपम सिन्हा जी को उनके जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाइयाँ, सर आप ऐसे ही नए कॉमिक बुक क्रिएटिव्स और कॉमिक्स के पाठकों को अपना आशीर्वाद देते रहें और अपना प्रेम एवं स्नेह बना के रखें, आभार – कॉमिक्स बाइट!!
चित्र साभार: श्री अनुपम सिन्हा जी और राज कॉमिक्स