आक्रोश – मनोज कॉमिक्स (Aakrosh – Manoj Comics)
आक्रोश
आक्रोश (Aakrosh) का अर्थ होता है कर्कश ध्वनि या स्वर निकाल कर किसी की भर्त्सना करना या रोष प्रकट करना. इस नाम से एक फीचर फिल्म भी बन चुकी है वर्ष 2010 में जहाँ पर ‘ऑनर किलिंग’ जैसे बेहद संवेदनशील मुद्दे पर बात की गई थी, बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाया गया था और ऐसा ही एक पौराणिक किरदार था मनोज कॉमिक्स (पब्लिकेशन) के अंतर्गत छपने वाले मनोज कॉमिक्स के नायक – “आक्रोश” का. आकाशगंगा में विचरता पाप का दमनकारी, आज हम देखेंगे आक्रोश की कहानी और जानेंगे उसके कुछ रोचक तथ्य.
परिचय
प्लेटो ग्रह का राजकुमार और पंचक ऋषियों का शिष्य ‘अमोघ‘ और पृथ्वी पर गुरु जामवत का शिष्य ‘आक्रोश‘ अपने अपने ग्रहों के महान योद्धा थे लेकिन टारो ग्रह के कालगुरु ‘खटारो‘ ने टारो ग्रह के राजकुमार ‘अम्बर‘ को एक ऐसे अदृश्य षड़यंत्र में फंसाया की तीनों युवाओं के जीवन में ऐसी उथल पथल मची जिस कारण उनके ग्रहों का भविष्य ही बदल गया. आक्रोश भी इसी उथल पुथल से पृथ्वी वासियों के रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त होता है और फिर ‘अमोघ’ की ‘आक्रोश’ बनने तक की कहानी इतनी हैरतअंगेज और खून भरी है जिसे शब्दों में बयां कर पाना बड़ा मुश्किल है.
आक्रोश का आगमन हुआ था मनोज कॉमिक्स के विशेषांक संख्या #29 से और इस कॉमिक्स का मूल्य था 16 रुपये. ये आक्रोश सीरीज की पहली कॉमिक्स थी. आइये जानते है आक्रोश से जुड़े कुछ खास तथ्य एवं जानकारियां –
पब्लिकेशन: मनोज कॉमिक्स / मनोज चित्रकथा (मनोज पब्लिकेशन)
नाम: आक्रोश
आल्टर ईगो: अमोघ
गुरु: पंचक ऋषि और गुरु जामवत
कार्यक्षेत्र: पृथ्वी और ब्रह्मांड
कर्म: दुष्टों का दमन एवं पापियों का नाश
परिवार: सम्राट कपो (पिता), चांदनी (बहन), सुरभि (पत्नी) और जामवत (गुरु)
साथी: अम्बर व अन्य
जयघोष: ‘जय गुरु गिलो’
ताकत –
- आक्रोश बेहद बलशाली और विद्युत् सा तेज है.
- पंचक ऋषियों से प्राप्त तलवार जिससे वो पापियों का अंत करता है.
- तश्तरियां – बेहद तेज़ धार वाली ये तश्तरियां आक्रोश के पीठ पे बंधी रहती है और दुश्मनों का काम तमाम कर ये वापस आक्रोश के पास आ जाती है.
- पंचक ऋषि की अद्भुद शक्तियों का सार है आक्रोश – वो तलिस्म, बौधिक, शास्त्रार्थ, मल्ल युद्ध एवं नीति विधा का महान ज्ञाता है.
- आक्रोश गुरु गिलो द्वारा दिये गए यान से प्रकाश की गति तो यात्रा कर सकता है.
तथ्य –
- आक्रोश अपने ग्रह प्लेटो का इकलौता जीवित प्राणी है.
- चांदनी अमोघ (आक्रोश) की मुंहबोली बहन है जो उसे पृथ्वी ग्रह पर अपना भाई आक्रोश मान बैठी.
- आक्रोश आकाशीय प्राणी है. उसे अन्य ग्रहों में आने जाने में समस्या नहीं होती.
- आक्रोश के पास एक ‘गिलो’ नाम का यान है जो प्रकाश की गति से चलता है.
- आक्रोश के पास एक विद्युत् नाम का घोडा भी जो उड़ सकता है.
- आक्रोश और मैकाबर नामक कॉमिक्स में मनोज कॉमिक्स का जबरदस्त तूफानी नायक ‘तूफ़ान’ भी उसके साथ देखा गया था.
- आक्रोश और कोपराष्ट्र नामक कॉमिक्स में आक्रोश का विवाह संपन्न होता है.
टीम
आक्रोश को कागजों पर उतरा मनोज कॉमिक्स के जबरदस्त क्रिएटिव्स की टीम ने. इसके कहानीकार या लेखक थे ‘तिलक’ जी और इसके आवरण और भीतर के पृष्ठों पर चित्रकारी करते थे श्री दिलीप कदम और श्री जयप्रकाश जगताप जिसे बाद में कदम स्टूडियोज़ के नाम से भी जाना गया. आक्रोश के कॉमिक्स के संपादक रहे श्री संदीप-सावन जी एवं हम पाठकों को मिली एक के बाद एक बेमिसाल कॉमिकें.
आक्रोश मनोज कॉमिक्स में कॉमिक्स प्रेमियों का पसंदीदा किरदार बन गया था, उसकी ब्रम्हांड की गतिविधियाँ, राक्षस प्राणियों और दैत्यों से टकराव. बड़ी बड़ी सेनाओं से खूंखार युद्ध बड़ा ही बेहतरीन स्वाद देता था. तलवार बाज़ी में निपुण और सभी तरह के विधाओं का ज्ञाता, पंचक ऋषियों चमत्कारी शक्तियों से युक्त आक्रोशीय कर्कश नाद कई वर्षों तक मनोज कॉमिक्स में गुंजायमान रहा.
उम्मीद है हमारे पाठकों को आक्रोश का करैक्टर बायो पसंद आया होगा, फिर मिलेंगे किसी अन्य कॉमिक्स के नायक या नायिका के साथ, आभार – कॉमिक्स बाइट!!
रामा’स रिंग नामक इस कॉमिक्स को कॉमिक कॉन में बेस्ट कवर का पुरुस्कार भी मिला है, दिलीप कदम जी का जबरदस्त आर्टवर्क इसके कवर को बेमिसाल बना देता है. आज ही अपनी प्रति सुरक्षित कीजिये लिंक पर क्लिक करके – राम!!