नूतन कॉमिक्स / नूतन चित्रकथा (Nutan Comics / Nutan Chitrakatha)
नूतन कॉमिक्स / नूतन चित्रकथा (Nutan Comics / Nutan Chitrakatha)
नमस्कार मित्रों, आज बात होगी नूतन कॉमिक्स या नूतन चित्रकथा के बारें में. नूतन का अर्थ होता है नया, नवीन या ताज़ा, ये सब हिंदी के पर्यायवाची शब्द है, आप इन्हें ‘नूतन’ शब्द का विशेषण भी कह सकते है. नूतन चित्र कथा को भारत में प्रकाशित करने वाले थे ‘नूतन पॉकेट बुक्स’. भारत में उस दौर में कॉमिक्स अपनी राह तलाश ही रही थी. इक्का दुक्का प्रकाशकों को छोड़ कोई भी कॉमिक्स प्रकाशन अस्तित्व में नहीं आया था और जो पहले से बाज़ारों में उपलब्ध था, वो पौराणिक और विदेशी किरदारों पर कॉमिक्स ज्यादा छाप रहे थे.
नूतन जब अस्तित्व में आया तो इसने खालिस भारतीय किरदार कॉमिक्स पाठकों के लिए खासतौर पर भारतीय बाज़ारों में उतरा और पब्लिकेशन को इस अच्छा प्रतिसाद भी कॉमिक्स प्रेमियों से मिला. नूतन कॉमिक्स की यात्रा लगभग दो दशक तक बनी रही, सत्तर के दशक से अस्सी के दशक तक नूतन ने कॉमिक्स जगत की काफी सेवा की और पाठकों का भरपूर मनोरंजन भी.
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नूतन कॉमिक्स के नायक/नायिका
नूतन कॉमिक्स के किरदार –
- भूतनाथ
- मेघदूत
- मामाजी
- छुटकी
- चाचा चतुरी
- अमर अकबर
- जोंगा
- राका
- आफतचंद मुसीबतचंद
- दादी माँ
इनके अलावा भी जासूसी, भूत प्रेत, पौराणिक और फंतासी कहानियों का भी नूतन कॉमिक्स में काफी बोलबाला रहा. नूतन कॉमिक्स में भी ३ मुख्य वर्ग थे –
- नूतन चित्रकथा (Nutan Chitrakatha)
- नूतन कॉमिक्स (Nutan Comics)
- नूतन चित्रकथा डाइजेस्ट (Nutan Chitrakatha Digest)
नूतन कॉमिक्स को मध्यम आकर और बड़े आकर में भी प्रकाशित किया गया था. इसके मूल्य की शुरुवात २.५०/- रुपयें से लेकर ४,५,६,८ एवं बड़े आकर की कॉमिक्स का मूल्य १२/- रुपयें था.
प्रकाशक और टीम
नूतन कॉमिक्स का प्रकाशन मेरठ (उत्तर प्रदेश) से होता था, ‘नूतन पॉकेट बुक्स’ के सौजन्य से. नूतन पॉकेट बुक्स पहले से ही नॉवेल और अन्य पुस्तकों के क्षेत्र में अग्रणी थी. कॉमिक्स के दौर में उन्होंने नूतन चित्रकथा के द्वारा अपने नाम को भारत के कोने कोने में कई अन्य पाठकों तक भी पहुँचाया जो उनके नाम से अनिभिज्ञ थे. ‘भूतनाथ‘ और ‘मेघदूत‘ नूतन चित्रकथा के सबसे लोकप्रिय किरदारों में से एक रहे.
नूतन कॉमिक्स की टीम काफी बड़ी थी. जाहिर है इतने सारे किरदारों पर लगातार कॉमिक्स निकलना तभी संभव है जब आप एक अच्छी टीम बना कर कार्य कर सकें. नूतन कॉमिक्स के संपादक थे श्री सुमत प्रसाद जैन, लेकिन कई जगह आपको एक और नाम दिखाई पड़ता है और वो है त्रिशाला जैन जी का. लेखकों में प्रेमनाथ धम्मी जी, योगेश मित्तल जी, नरेश भाटिया जी, ‘पम्मी भाई’, प्रेमनाथ शर्मा जी, सी एम श्रीवास्तव जी, संदीप पंडित जी और राकेश शर्मा जी नाम आता है. चित्रांकन में ‘एन एस धम्मी आर्ट ग्रुप’ और उससे जुड़े चित्रकारों के नाम देखें जा सकते है, इसके अलावा श्री विनोद कुमार जी ने भी कुछ कवर्स पर ‘धम्मी जी’ के साथ कार्य किया है. ‘मंजीत’ जी, ‘नरंजन सिंह’ जी, ‘राकेश शर्मा’ जी एवं आर्टिस्ट ‘अजय’ ने भी नूतन कॉमिक्स के लिए काफी कार्य किया है.
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प्रकाशाधीन अधिकार
3 साल पहले ‘राज कॉमिक्स’ ने नूतन कॉमिक्स के अधिकार खरीद लिए थे और सर्वनायक सीरीज में ‘भूतनाथ‘ का किरदार भी दिखाई पड़ने वाला है. राज कॉमिक्स के मोबाइल एप्प पर भी कई सारी नूतन चित्रकथा उपलब्ध थी. आने वाले समय में हो सकता है हम इन किरदारों पर कॉमिक्स भी देख पाएं पर फ़िलहाल अगर ये हमें राज कॉमिक्स के अंतर्गत देखने को मिलें तो भी इसमें कॉमिक्स प्रशंसकों को कोई हर्ज़ नहीं है.
नूतन कॉमिक्स का एक बड़ा पाठक वर्ग था जो निश्चित ही कॉमिक्स इंडस्ट्री को अपना सहयोग दे रहा था पर जैसे जैसे प्रगति हुई कॉमिक्स की गुणवत्ता और कलापक्ष नीचे जाने लगे, कई किरदार दूसरें प्रकाशनों का प्रतिरूप नज़र आने लगे. प्रचलित दंतकथाओं से कहानियाँ नए ज़माने की ओर चली तो सही पर उसमें वो बात नहीं थी जो समकालीन कॉमिक्स प्रकाशक पाठकों को मुहैया करा रहें थे.
नूतन की नूतनता अब समाप्ति की ओर बढ़ रही थी लेकिन ‘नूतन चित्रकथा’ और ‘नूतन पॉकेट बुक्स’ का नाम भारत के कॉमिक्स इतिहास में दर्ज किया जा चुका है. आशा करता हूँ की लोगों की मानसिकता में बदलाव आएं और एक बार फिर ‘नूतन’ वर्ष के साथ ‘नूतन कॉमिक्स’ का भी उत्थान हो, आभार – कॉमिक्स बाइट!!
क्रेडिट्स: नूतन पॉकेट बुक्स, नूतन कॉमिक्स, राज कॉमिक्स, कॉमिक्स कवर संग्रह और श्री मनोज पांडे जी