अहंकारी का अंत: चित्रकथा (अनुपम सिन्हा)
अनुपम सिन्हा (कॉमिक बुक आर्टिस्ट)
नमस्कार मित्रों, आज का आर्टिकल श्री अनुपम सिन्हा जी ने अपने फेसबुक में एक पोस्ट के माध्यम से साझा किया है. हर कॉमिक्स प्रशंसक जिसने कभी भी कॉमिक्स पढ़ी है या वो राज कॉमिक्स के बारे में जनता है या जिसने सुपर कमांडो ध्रुव एवं नागराज को पढ़ा है उसे इस बात का जरुर अंदाजा होगा की अनुपम जी कौन है. फिर भी मित्रों की सुविधा के लिए आप उनके फेसबुक पेज पर जा सकते है एवं और जानकारी प्राप्त कर सकते है. लिंक नीचे दिया गया है –
अंहकारी का अंत
अनुपम जी ने आज फेसबुक पर अपना एक ‘प्राचीन’ कार्य सभी कॉमिक्स प्रेमियों के साथ साझा किया. यह ‘कैरीकेचर’ आर्ट स्ट्रिप है जो नीति कथा पर आधारित थी. इस कहानी का नाम था “अहंकारी का अंत“. इसके आगे वो लिखते है की ऐसे प्रेरक कथाओं की पूरी किताब आनी चाहियें. आप इस चित्रकथा को नीचे पढ़ सकते है –
इस कथा को हम सभी जानते है और पढ़ भी चुके है लेकिन यहाँ पर चित्रकला के माध्यम से जैसे इसे बताया गया है वो बहुत ही रोचक है और चित्र के रूप में वैसे भी चीजें ज्यादा समय तक मस्तिष्क पर प्रभाव छोड़ती है.
मुझे भी यही लगता है की आज के समाज में कॉमिक्स बेहद उम्दा कार्य कर सकती है या ये कहूँ पिछले कई दशक से कर भी रही है एवं ऐसी कथाओं से आज के खासकर युवा वर्ग को भविष्य के लिए दिशा निर्धारण करने और समय चक्र को समझने में बड़ी आसानी होगी. आज की खोखली शिक्षा पद्धतियों में ऐसी बात नहीं दिखती. समय है बदलाव का और जैसा अनुपम जी ने आगे कहा कि हो सकता है इस पर कभी आगे भी कार्य हो जो निश्चित ही देश के बच्चों के लिए प्रेरणादायक होगा.
प्रसंग
अनुपम जी ने फैन्स से मुखातिब होते हुए एक मज़ेदार प्रसंग भी बताया जिसमें उनके करीबी मित्र और हम सबके पसंदीदा ‘जूनियर जेम्स बांड’ के रचियता श्री सुखवंत कलसी जी का नाम भी है, इस प्रसंग को आप देख भी सकते है –
फैक्ट
इस स्ट्रिप को अनुपम जी उस काल में बनाया था जब चॉकलेट नामक बाल पत्रिका में उनके द्वारा कृत किरदार – ‘कपिल’ की चित्रकथा प्रकाशित होती थी और इस पर कैलीग्राफी निब पेन से की गई है जिसे बाद में अनुपम जी आधे निब से किया करते थे ‘कलम’ वाले अंदाज में.
उम्मीद है आपको आज कुछ सीखने एवं पढ़ने को जरुर मिला होगा तो इसे अपने प्रिय लोगों के साथ अवश्य शेयर कीजिएगा, जुड़े रहें कॉमिक्स बाइट के साथ कॉमिक्स जगत की अन्य रोचक जानकारियों के लिए. इस फेसबुक पोस्ट को यहाँ साझा करने के लिए अनुमति स्वयं श्री अनुपम सिन्हा जी ने कॉमिक्स बाइट को दी है तो इस सकारात्मक संदेश को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक जरुर पहुँचायें और अब अगर कोई आपसे कहे की कॉमिक्स से क्या सीखा? तो उसे ये स्ट्रिप जरुर दिखाएँ, आभार – कॉमिक्स बाइट!!
इमेज क्रेडिट्स: राज कॉमिक्स (ध्रुव) और अनुपम सिन्हा जी
श्री अनुपम सिन्हा द्वारा लिखित एक हैरतअंगेज दास्ताँ – The Virtuals