चंडिका (Chandika) – राज कॉमिक्स
चंडिका (Chandika) का अर्थ होता है ‘दुर्गा’. हिंदू देवी देवताओं में दुर्गा को ‘माता’ की उपाधि मिली है, भारत के संस्कृति और इतिहास में उनका बहोत महत्व है, उन्हें आदि शक्ति, माँ जग्दम्बा के नाम से भी जाना जाता है. सीधे शब्दों में वो माँ शक्ति है और मनुष्य की शांति भंग करने वाले एवं उन पर अत्याचार करने वाले राक्षसों से मानवता की रक्षा करती है. इन्हें कई बार ‘चंडी’ के नाम से भी पुकारा गया है और इसी शब्द से बना है शब्द ‘चंडिका’. हालाँकि राज कॉमिक्स (Raj Comics) के काल्पनिक किरदार ‘चंडिका’ का ऐसा रूप आज तक किसी कॉमिक्स में तो नहीं दिखा है, लेकिन उसका अपराध से लड़ने का जस्बा और अपने भाई ‘सुपर कमांडो ध्रुव’ की तरह अपराध उन्मूलन की राह उसने युवा अवस्था में ही पकड़ ली थी. चंडिका जब पहली बार ध्रुव से मिली तो उसने अपना परिचय ऐसे दिया – ‘मेरा नाम चंडिका है! मैं समाज के दुश्मनों की कट्टर दुश्मन हूँ’. वैसे तो ‘ध्रुव’ बहुत ही कुशाग्र बुद्धि रखता है पर उसने आज तक ये जानने की कोशिश नहीं की या वो जानबूझ कर भोला बनता है कि चंडिका असल में है कौन? ये ध्रुव को छोड़कर सारी दुनिया जानती है की उसकी बहन ‘श्वेता मेहरा’ ही ‘चंडिका’ है. (इसे आप ‘ध्रुव’ द्वारा ‘श्वेता’ की बहन वाली भावना का सम्मान रखना भी कह सकते है कि वो इसे ध्रुव पर जताना नहीं चाहती, वैसे पहले की कुछ कहानियों में ध्रुव ने कोशिश भरपूर की थी पर कभी सफल नहीं रहा)
एक परिचय
श्वेता मेहरा से हम लोगों की मुलाकात तो ध्रुव की पहली कॉमिक्स ‘प्रतिशोध की ज्वाला’ में हो चुकी थी, लेकिन चंडिका का आगमन इसके दो कॉमिक्स के बाद हुआ. ‘आदमखोरों का स्वर्ग’ और ‘स्वर्ग की तबाही’ श्रृंखला में चंडिका को पहली बार देखा गया जहाँ वो अपने भाई ‘ध्रुव’ को बचाने के लिए ‘लक्षद्वीप’ जाती है और अपने भाई ध्रुव और कमांडो फ़ोर्स की कैडेट ‘रेणु’ को एक कैद से आज़ाद कराती है. उसके बाद से चंडिका कुल 75 बार से ज्यादा कॉमिक्स में ध्रुव के साथ आ चुकी है. वैसे पाठक चंडिका को ध्रुव का ‘साइड किक’ (प्रचलित शब्द – साथ काम करने वाले के लिए) भी कहते है पर मेरी नज़र में ये रिश्ता कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण और वंदनीय है. जहाँ आपको अपने रूप को छुपाना भी है, अपनेपन के एहसास को भी दबाना है एवं साथ ही इस बात का ध्यान भी रखना है की बड़े भाई को उससे कोई तकलीफ़ ना पहुंचे.
चंडिका के किरदार के जनक है श्री ‘अनुपम सिन्हा’ जी, राज कॉमिक्स के लिए सैकड़ों कॉमिक्स लिख एवं बना चुके अनुपम जी ने ध्रुव की ऐसी जबरदस्त पृष्ठभूमि बनाई है की कोई भी दीवाना हो जाये. चंडिका का किसी कॉमिक्स ना होना पाठकों को खलता है, बीते कुछ सालों में ‘चंडिका’ ने एक किरदार के रूप में काफी बढ़ोतरी की है और उसके अपने अच्छे खासे प्रशसंक है. श्वेता का रूप विज्ञान के पीछे पागल, चुलबुली, कोमल स्वभाव की लड़की का है लेकिन कब वो पीले केश और बैंगनी पोशाक में चंडिका का रूप धर लेती है आपको पता भी नहीं चलता. चंडिका अक्सर ध्रुव का मजाक बनाती रहती है और ध्रुव झेंपने के अलावा कुछ नहीं कर पाता, वह अक्सर ध्रुव को मुश्किलों से बाहर निकालती है जब कई बार उसकी जान ख़तरे में पड़ जाती है. ध्रुव के माता पिता को भी नहीं मालूम की असल में उनकी बेटी ‘श्वेता’ ही ‘चंडिका’ है.
चंडिका ‘ध्रुव’ की कहानी का नियमित किरदार है और हाल ही में आई ‘हन्टर्स’ सीरीज़ में भी उसका बेहद दमदार भूमिका थी. आइये जानते है चंडिका से जुड़े कुछ खास तथ्य एवं जानकारियां –
पब्लिकेशन: राज कॉमिक्स (राजा पॉकेट बुक्स)
नाम: चंडिका
आल्टर ईगो: श्वेता मेहरा
गुरु: सुपर कमांडो ध्रुव
कार्यक्षेत्र: राजनगर
कर्म: समाज के दुश्मनों की कट्टर दुश्मन
परिवार: आई जी राजन मेहरा (पिता), रजनी (माता) और सुपर कमांडो ध्रुव (भाई)
साथी: नताशा और कमांडो फ़ोर्स
ताकत –
- चंडिका बेहद चपल और तेज़ है, फुर्ती में उसका कोई मुकाबला नहीं.
- श्वेता के रूप में वो विज्ञान के बल पर और अपनी बुद्धि से कई दुर्लभ खोज कर चुकी है.
- चंडिका कोई शस्त्र इस्तेमाल नहीं करती है, पर बिना अस्त्र शस्त्र के भी वो बेहद घातक है और लड़ाई के दौरान अपने अविष्कारों का जमकर प्रयोग करती है.
- चंडिका अच्छी निशानेबाज़ है और मार्शल आर्ट्स ज्ञाता भी.
- चंडिका एक अच्छी जासूस भी है और अक्सर वो ध्रुव को अपराधियों के भिन्न अड्डों की जानकारी और लड़ने के लिए अविष्कार मुहैया करवाती है.
तथ्य –
- चंडिका ने ध्रुव को आधुनिक आविष्कार बना के दिए है जैसे – ‘बर्फ की चिता’ कॉमिक्स में वो ध्रुव को एक ऐसा यंत्र देती है जिससे वो अपने शरीर का तापमान वातावरण के हिसाब से तटस्थ रख सके और ‘आवाज की तबाही’ कॉमिक्स में वो ध्रुव ‘ध्वनिराज’ के हमलों से बचने के लिए एक ‘इयर प्लग’ भी देती है.
- ‘ग्रैंड मास्टर रोबों’ नामक कॉमिक्स विशेषांक में वो ‘नताशा’ से मिलती है और नताशा उसकी इकलौती ऐसी दोस्त है जिसे ‘श्वेता’ का राज़ पता है.
- श्वेता या कहें चंडिका इतनी पारखी है की ‘राजनगर की तबाही’ नामक कॉमिक्स विशेषांक में उसने ‘राज’ को देखते ही पहचान लिया था की ये ‘नागराज’ छद्म रूप है
- ‘ध्रुव-शक्ति’ कॉमिक्स विशेषांक में वो ध्रुव का पूर्ण कायाकल्प कर देती है और उसे ब्रेसलेट, बेल्ट और हाई टेक स्टील फ्रेम गैजेट्स प्रदान करती है.
- उसकी दोस्त नताशा कई बार उसकी पहचान छुपाने के लिए चंडिका का रूप ले चुकी है.
- स्पाइडर कॉमिक्स श्रृंखला में दिखाया गया उसने अपनी उच्च शिक्षा ‘कैंब्रिज’ यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है.
- वो वैज्ञानिक ‘अनीस रजा’ के साथ भी कई आविष्कार ईजात कर चुकी है ‘राजनगर रक्षक श्रृंखला पढ़े**’.
- डैड फ़ोर्स नामक कॉमिक्स विशेषांक में वो परमाणु और प्रलयंका के साथ भी नज़र आ चुकी है.
- नागायण सीरीज़ में भी उसका बेहद महत्वपूर्ण किरदार रहा है लेकिन वहां वो चंडिका के रूप में नहीं बल्कि एक अन्य किरदार – ‘ममी’ के रूप में दिखती है.
- नागायण कॉमिक्स श्रृंखला में उसे ‘नक्षत्र’ के प्रेयसी के रूप में दिखाया गया है.
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चंडिका को कॉमिक्स में मूर्त रूप दिया श्री अनुपम सिन्हा जी ने, ध्रुव के जनरल कॉमिक्स में चित्र और कथा दोनों उनकी ही होती थी और बाद में आये विशेषांक में भी उन्होंने ने ही कहानी और चित्रकारी की बागडोर अपने हांथों में संभाल के रखीं. आज कई अन्य आर्टिस्ट भी ध्रुव बना चुके है पर पाठकों को सबसे ज्यादा पसंद तो ‘By Anupam’ ही है.
अभी आगामी ‘शक्तिरूपा’ श्रृंखला और ‘महानागायण’ श्रृंखला में भी चंडिका शायद पाठकों को दमदार भूमिका में फिर से नज़र आएं, हमारी शुभकामनाएं राज कॉमिक्स और उसकी आगे आने वाले कॉमिक्स के प्रति अग्रिम रूप से जमा है, आभार – कॉमिक्स बाइट!!