शक्तिमान रिटर्न्स (Shaktimaan Returns)
वापस आ गया भारत का चहेता सुपरहीरो – शक्तिमान! (Shaktimaan and Mukesh Khanna’s new initiative: Patriotic Quiz for Childrens)
शक्तिमान (Shkatimaan) का वापसी करना भारतीय बच्चों और युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक पहल के रूप में सामने आया है। मुकेश खन्ना जी, जो भारत के पहले सुपरहीरो शक्तिमान के रूप में अपनी खास पहचान बना चुके हैं, अब एक बार फिर से अपने यूट्यूब चैनल “भीष्म इंटरनेशनल” पर बच्चों के लिए देशभक्ति से भरे क्विज लेकर आए हैं। इस क्विज में, मुकेश जी बच्चों से भारत के वीर सपूतों की कहानियाँ साझा कर रहे हैं और उनसे जुड़े सवाल पूछ रहे हैं। यह एक सराहनीय प्रयास है, विशेषकर आज के समय में जब बच्चे टेक्नोलॉजी और स्मार्टफोन की दुनिया में अधिक मशगूल रहते हैं। इस पहल के जरिए उन्हें भारत के महान सेनानियों के बारे में जानकारी मिलेगी और शक्तिमान के माध्यम से सीखने का अवसर भी।
पढ़े: जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं शक्तिमान (Happy Birthday Shaktimaan)
कुछ साल पहले, सोनी पिक्चर्स ने शक्तिमान पर एक ट्राइलॉजी फिल्म बनाने की घोषणा की थी, लेकिन इस प्रोजेक्ट पर अभिनेता की कोशिशें अभी भी जारी हैं। फिर भी, इस नए शो के माध्यम से शक्तिमान का जादू वापस लौट रहा है, और बच्चों को ‘छोटी छोटी मगर मोटी बातें’ बताते हुए मुकेश खन्ना जी का यह प्रयास बच्चों के बीच देशप्रेम और नैतिकता का संदेश पहुंचा रहा है। कई लोग इस बात से थोड़े असंतुष्ट भी हैं कि मुकेश जी अब भी पुराने शक्तिमान को लेकर आत्ममुग्ध हैं, लेकिन बाल दिवस के उपलक्ष्य में यह खास पेशकश बच्चों को अपनी जड़ों और अपने नायकों से जुड़ने का अनूठा अवसर दे रही है।
ANI से बातचीत में मुकेश खन्ना जी ने कहा:
“यह मेरे भीतर एक पोशाक है…मुझे व्यक्तिगत रूप से भी लगता है, यह पोशाक मेरे भीतर से आई है। मैंने शक्तिमान में अच्छा प्रदर्शन किया क्योंकि यह मेरे भीतर से आया है। अभिनय पूरी तरह आत्मविश्वास पर आधारित है। जब मैं शूटिंग कर रहा होता हूँ, तो कैमरे के बारे में भूल जाता हूँ। मैं फिर से शक्तिमान बनकर दूसरों से भी ज्यादा खुश हूँ,” खन्ना जी ने साझा किया।
नई पीढ़ी के सामने शक्तिमान को एक बार फिर प्रस्तुत करने पर उन्होंने कहा, “मैं अपना कर्तव्य निभा रहा हूँ, जो मैंने 1997 में शुरू किया था और जो 2005 तक चला। मेरा मानना है कि मेरे इस काम को 2027 तक जनता तक पहुँचाना चाहिए, क्योंकि आज की पीढ़ी बिना रुके अंधी दौड़ में लगी है। उन्हें रुकना और साँस लेना जरूरी है।”
यह एक दिलचस्प और जरूरी प्रयास है, जो न केवल शक्तिमान को एक बार फिर से बच्चों और युवाओं के दिलों में जगा रहा है, बल्कि उन्हें भारत के वीरों की कहानियाँ और उनके योगदान से भी रूबरू करवा रहा है। हम आशा करते हैं कि शक्तिमान का यह नया अध्याय युवाओं के लिए एक प्रेरणा बनेगा, और जल्द ही हमें बड़े पर्दे पर भी शक्तिमान का अवतार देखने का अवसर मिलेगा। आभार – कॉमिक्स बाइट!!