कॉमिक्स समीक्षा – टार्ज़न – द इनक्रेडिबल पाल उल डॉन! – एडगर राइस बुर्रौघ्स – (Comics Review – Tarzan – The Incredible PAL UL DON! – Edgar Rice Burroughs)
टार्ज़न (Tarzan) की कल्पना की थी ‘एडगर राइस बुर्रौघ्स’ ने और लगभग एक ‘सदी’ पहले इसे नॉवेल के रूप में प्रकाशित किया गया था। इस काल्पनिक किरदार को अफ़्रीका के जंगलों में पला बढ़ा दिखाया गया हैं जिसे ‘मंगानी’ एप्स ने बचपन से पाल-पोस कर बड़ा किया हैं। एक हादसे के दौरान एक एप्स द्वारा टार्ज़न के माता-पिता की मृत्यु हो जाती हैं तब उसकी एप माँ ‘काला’ उसे अपने समूह में शामिल करके अपने बच्चे जैसा पोषित करती हैं। टार्ज़न की एक प्रेयसी/पत्नी भी हैं जिसका नाम जेन हैं और वो लगभग टार्ज़न के हर नॉवेल/कॉमिक्स या फिल्मों की कहानियों की मुख्य पात्रों में से एक हैं। टार्ज़न का पुत्र भी हैं जिसका नाम हैं ‘कोणार्क’ एवं वो भी टार्ज़न की तरह फुर्तीला और तेज़ युवा हैं। टार्ज़न एक सुपरहीरो तो नहीं हैं लेकिन उसकी ताकत और चपलता किसी दूसरे नायकों से कम भी नहीं हैं। उसके किरदार के उपर नॉवेल, कॉमिक्स, कार्टून्स, एनीमेशन और हॉलीवुड में कई मोशन पिक्चर्स बन चुके हैं। डिज्नी ने भी टार्ज़न के उपर एनीमेशन फ़िल्म बना कर इसे विश्व के कोने-कोने में पहुँचाया। भारत में भी टार्ज़न के कई नॉवेल और कॉमिक्स प्रकाशित हो चुके हैं जो विदेश में प्रकाशित कॉमिक्स का पुन:मुद्रित या ट्रांसलेटेड वर्शन होता था।
टार्ज़न – द इनक्रेडिबल पाल उल डॉन! – एडगर राइस बुर्रौघ्स – (Tarzan – The Incredible PAl UL DON! – Edgar Rice Burroughs)
‘इनक्रेडिबल पाल उल डॉन’ की चित्रकथा आपको निराश नहीं करती जो बनी हैं ‘एडगर राइस बुर्रौघ्स‘ (Edgar Rice Burroughs) की कहानी ‘टार्ज़न द टेर्रीबल’ (Tarzan The Terrible) पर। टार्ज़न अपनी पत्नी को खोज में हैं और उसके साथ हैं पाल उल डॉन के काबिले वाले भी जो उसे एक भगवान का दर्जा देते हैं। कॉमिक्स की कहानी कई मोड़ लेती हैं और टार्ज़न को जेन को खोजने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती हैं जहाँ उसका सामना कई बदमाशों, जीवों और एक शैतान तांत्रिक से होता हैं। इस चित्रकथा में टार्ज़न के पुत्र ‘कोणार्क – द सन ऑफ़ टार्ज़न’ का भी कैमियो हैं।
कहानी (Story)
टार्ज़न की पत्नी जेन का अपहरण हो चुका हैं और जर्मन सेना उसे अफ़्रीका से अपने साथ कहीं और ले जा चुकी हैं। जेन की तलाश में टार्ज़न पहुँचता हैं एक दूर प्रदेश की खोई जमीन पर जिसका नाम हैं ‘पाल उल डॉन‘ जहाँ प्रागैतिहासिक जातियाँ अभी भी जीवित हैं। वहां उसे पता चलता हैं कि जेन ‘सिटी ऑफ़ ए-लूर’ में कहीं हो सकती हैं ‘उल डॉन’ नाम के तांत्रिक की काफ़ी धौंस हैं एवं वो अपनी जान की परवाह किए बिना जा पहुँचता हैं एक हैरतंगेज टकराव के लिए जहाँ हैं खूंखार काबिले और डायनासोर्स भी! क्या टार्ज़न ‘जेन’ को बचा पाया, कौन था वो तांत्रिक और उसका मकसद क्या था? टार्ज़न वर्सेज डायनासोरस!!
टीम (Team)
इस कहानी को कॉमिक्स के रूप में अपनाया हैं रस मैनिंग ने जिसके मूल रचियता थें एडगर राइस बुर्रौघ्स। स्क्रिप्ट को लिखा हैं गौलोर्ड डुबोइस ने और आर्टवर्क हैं माइक रोएर का, कवर आर्टवर्क बनाया हैं मार्क स्चुल्ट्ज़ ने। इसे डार्क हॉर्स कॉमिक्स ने विदेश में और बाद में गोथम कॉमिक्स ने भारत में रिलीज़ किया था जो की अंग्रेजी भाषा में हैं। भले ही कॉमिक्स में मात्र 24 पृष्ठ हैं लेकिन यह कहानी अपनी पटरी से नहीं उतरती।
संक्षिप्त विवरण (Details)
प्रकाशक : गोथम कॉमिक्स/डार्कहॉर्स कॉमिक्स (Gotham Comics/ Darkhorse Comics)
पेज : 26
पेपर : ग्लॉसी
मूल्य : 125/-
भाषा : अंग्रेजी
कहां से खरीदें : ऑफलाइन स्टोर (Not Available Online)
निष्कर्ष (Conclusion)
किसी नॉवेल की कहानी को कॉमिक्स में ढालना आसन नहीं पर ये कॉमिक्स इस प्रयास में सफल होती हैं। इस चित्रकथा में एक्शन हैं, एडवेंचर हैं, षड्यंत्र हैं और एंटरटेनमेंट भी हैं। अलबत्ता टार्ज़न के बहुत ही कम कॉमिक्स भारत में उपलब्ध हैं तो जो भी मिले वो बेहतर हैं एवं जैसा आर्टवर्क इस कॉमिक्स में उसे देखकर आपका मन प्रसन्न ज़रूर हो जाएगा। अगर कहीं भी आपको यह अंक मिलता हैं तो इसे अपने संग्रह में ज़रूर जोड़ें, आभार – कॉमिक्स बाइट!!